मुंबईः विवावित धर्मगुरू जाकिर नाईक मदीना से स्काइप के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुद पर उठ रहे सवालों के जवाब दे रहे हैं। स्काइप के जरिए मुंबई के मझगांव से जाकिर की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है। जाकिर नाईक ने कहा, ''भारत में मेरा मीडिया ट्रायल हो रहा है। मैं शांति का दूत हूं। फ्रांस में निर्दोष लोगों को मारा जाना बिल्कुल गलत है। मैंने कभी किसी को आतंक करने के लिए प्रेरित नहीं किया है। मीडिया ने मेरे बयान कभी पूरे नहीं दिखाए। निर्दोष और बेकसूर लोगों पर हमला नहीं होना चाहिए। अपने बचाव में रिकॉर्डिंग जारी करूंगा। मैं हर आतंकी हमले की निंदा करता हूं। ढाका में छपी खबर के बाद मेरा मीडिया ट्रायल होना शुरू हुआ।''
और क्या बोले जाकिर नाईक ?
-मेरे बाते में गलत बातें फैलाई जा रही हैं।
-मैंने किसी भी भाषण के जरिए आतंकियों को आतंक फैलाने की प्रेरणा नहीं मिली।
-आत्मघाती हमला इस्लाम में हराम है, लेकिन युद्ध में ऐसा करना सही है।
-जान बचाने के लिए शराब पीना भी जायज है।
-बेकसूरों की हत्या इस्लाम में हराम है।
-भारत में मुस्लिमों के आंकड़ें मुझे नहीं पता हैं।
भारत सरकार पर जाकिर का आरोप
-पीस टीवी कानूनी सैटेलाइट चैनल है।
-भारत सरकार ने मुस्लिम चैनल की वजह से प्रसारण की इजाजत नहीं दी।
-मैं हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं और भारत सरकार का सहयोग दूंगा।
-हैदराबाद में IPS अफसरों को भाषण दे चुका हूं।
-पुलिस ने मुझे किसी भी मामले में पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है।
हजारों लोगों से रोज मिलता हूं- जाकिर
-केरल के आईएस संदिग्धों पर जाकिर ने कहा कि कई लोग मेरी फोटो खींचते हैं।
-हर महीने हजारों लोगों से मिलता हूं और मुस्कुरा देता हूं।
-किसी आतंकी के मेरा नाम ले लेने से मैं किसी की प्रेरणा नहींबन सकता।
पहले रद्द हो गई थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
आतंकवादियों को प्रभावित करने के आरोपों का सामना कर रहे इस्लामी प्रचारक जाकिर नाईक बीते गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, लेकिन कहीं जगह न मिलने के चलते उन्हें यह काॅन्फ्रेंस रद करनी पड़ी थी। इसके साथ ही मंगलवार को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया गया था।
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पहले 12 जुलाई को करनी थी प्रेस कॉन्फ्रेंस
-जाकिर नाईक को 11 जुलाई को उमरा करके परिवार समेत भारत लौटना था।
-12 जुलाई को वह खुद पर लगे आरोपों पर प्रेस से बात करने वाले थे।
-जाकिर ने भारत लौटने के शेड्यूल को बदला, कब लौटेंगे इसका अब पता नहीं।
जाकिर नाईक पर क्या हैंं आरोप?
-आतंकवाद और आतंकवादियों को समर्थन देने का आरोप है।
-जाकिर पर युवाओं को इस्लाम के नाम पर बरगलाने का भी आरोप है।
-ढाका में हमला करने वाले आतंकियों में से दो इस्लाम पर उनका प्रचार देखते थे।
-हैदराबाद में गिरफ्तार आईएस मॉड्यूल का नेता भी उनका फॉलोवर रहा है।
-जमात उद दावा (लश्कर) की वेबसाइट से जाकिर के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन की वेबसाइट का लिंक जुड़ा था।