Air Strike : दक्षिण लेबनान और बेरूत पर हवाई हमले के बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू ने दिया ये संदेश
Air Strike : दक्षिणी लेबनान और बेरूत में हवाई हमलों के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया सेना के बस का निरीक्षण किया।
Air Strike : दक्षिणी लेबनान और बेरूत में हवाई हमलों के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया सेना के बस का निरीक्षण किया। उन्होंने हिजबुल्लाह के खिलाफ की गई कार्रवाई को जायज ठहराते हुए लेबनान और बेरूत के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहले ही कहा था कि आप सभी लोग सुरक्षति ठिकानों पर चले जाओं, हमारी लड़ाई आपसे नहीं है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने लेबनान के लोगों से कहा कि हमारी लड़ाई हिजबुल्लाह के खिलाफ है। नसरूल्लाह आपको तबाही की ओर धकेल रहा है, लेकिन आपके खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमने आपकी भलाई के लिए कहा था कि सुरक्षित स्थानों पर चले जाओ। जिन घरों, भवनों और स्थानों पर हिजबुल्लाह ने अपने रॉकेट और मिसाइलें छिपा रखी हैं, वह जगह सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि हम आपके भले के लिए कह रहे हैं कि नसरूल्ला और हिजबुल्लाह के चंगुल से खुद को जल्द से आजाद कर लो।
हिजबुल्लाह कमांडर मार गिराने का दावा
इजरायल ने एक दिन पहले ही दक्षिणी लेबनान में एयर स्ट्राइक की थी। इजरायल ने दावा किया था, हिजबुल्लाह के उन ठिकानों को निशाना बनाया गया है, जहां उसने रॉकेट और मिसाइलें छिपा कर रखीं थी। इस हमले में कई करीब 500 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों लोग घायल हुए हैं। इसके बाद आज बेरूत में भी हमला किया गया है, जिसमें हिजबुल्लाह कमांडर इब्राहिम कुबैसी को मार गिराने का दावा किया गया है। ये इब्राहिम कुबैसी हिजबुल्लाह के रॉकेट डिवीजन का प्रमुख कमांडर था। बता दें कि बीते कई दिनों से इजरायली सेना लगातार बमबारी कर रही है। पहले पेजर हमले हुए थे, इसके बाद वॉकी-टॉकी विस्फोट हुए। इस दौरान कई लोगों के मारने का दावा किया जा रहा है। वहीं, हिजबुल्लाह भी रॉकेट से हमले कर रहा है। माना जा रहा है कि जवाबी कार्रवाई में ये जंग बड़ा रूप ले सकती है।
दुनिया पर पड़ेगा असर
दरअसल, मध्य पूर्व के देशों के लिए लेबनान काफी अहम माना जाता है। हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच छिड़ी जंग यदि बड़ा रूप लेती है तो इससे दुनिया के लिए भी मुसीबतें पैदा हो सकती हैं। इन दोनों देशों के बीच चल रही जंग का असर वैश्विक व्यापार पर देखने को मिल सकता है। तेल उत्पादन प्रभावित होने के कारण कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। इस असर पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी पड़ेगा, जिससे एक बार फिर दुनिया को महंगाई का सामना करना पड़ सकता है।