बांग्लादेश में अब दुर्गा पूजा पर संकट, इस्लामी कट्टरपंथियों ने की पांच लाख की मांग, मंदिर समितियों को भेजे धमकी भरे पत्र

Durga Puja Bangladesh: दुर्गा प्रतिमा को तोड़ने और जबरन वसूली की धमकी के कई मामले सामने आए हैं। हिंदू समुदाय की ओर से इन मामलों की शिकायत भी दर्ज कराई गई है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-09-26 10:03 IST

Durga Puja in Bangladesh  (photo: social media ) 

Durga Puja Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना की सत्ता से बेदखली के बाद हिंदू समुदाय को एक बार फिर निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। अब बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इस्लामी कट्टरपंथी समूहों ने मंदिरों और विभिन्न समितियों को धमकी भरे पत्र भेजे हैं। कट्टरपंथी समूहों की ओर से पांच लाख बांग्लादेशी टका देने की डिमांड रखी गई है।

इसके साथ ही धमकी भी गई है कि पैसा न देने पर दुर्गा पूजा नहीं करने दी जाएगी। हिंदू समुदाय से जुड़े लोगों का कहना है कि दुर्गा प्रतिमा को तोड़ने और जबरन वसूली की धमकी के कई मामले सामने आए हैं। हिंदू समुदाय की ओर से इन मामलों की शिकायत भी दर्ज कराई गई है।

मंदिर समितियों को भेजे धमकी भरे पत्र

बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिंदू समुदाय को कट्टरपंथी समूहों की ओर से लगातार निशाना बनाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामी कट्टरपंथी समूहों की ओर से विभिन्न मंदिरों और समितियों को धमकी भरे पत्र भेजे गए हैं। समितियों से धमकी भरे अंदाज में कहा गया है कि दुर्गा पूजा करने के लिए पांच लाख बांग्लादेशी टका देना होगा।

बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदुओं के लिए दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है और इस बार इस पूजा का आयोजन 9 से 13 अक्टूबर तक होने वाला है। धमकी भरे पत्र मिलने के बाद हिंदू समुदाय भयभीत दिख रहा है।

पैसा न देने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी

कई पूजा समितियां को मिले अज्ञात पत्रों में पैसे का भुगतान न करने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी गई है। कट्टरपंथी संगठनों ने धमकी दी है कि पैसा न देने पर दुर्गा पूजा नहीं करने दी जाएगी। इसके साथ ही मूर्तियों को तोड़े जाने की घटनाओं पर भी अभी तक रोक नहीं लग सकती है।

मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की ओर से किया जा रहे दावों के विपरीत कुछ इलाकों से दुर्गा प्रतिमाओं को तोड़े जाने की खबरें सामने आई हैं। लक्ष्मीगंज जिले के रायपुर में कई प्रतिमाओं को तोड़ने के मामले सामने आए हैं। बरगुना जिले के एक मंदिर में भी प्रतिमाओं को तोड़ दिया गया।

दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग

बांग्लादेश हिंदू-बौद्ध-ईसाई एकता समिति की ओर से मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है। समिति की ओर से छह सदस्यों का एक सेल भी बनाया गया है जो अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर नजर रखेगा। हिंदू समुदाय की ओर से चटगांव और खुलना जिले में अधिकारियों के समक्ष शिकायत भी दर्ज कराई गई है।

चटगांव जिले के सनातन विद्यार्थी संसद के अध्यक्ष कुशल चक्रवर्ती ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय भयभीत दिख रहा है और इसी कारण सुरक्षा के लिए हमने सरकार से संपर्क साधा है। दुर्गा पूजा का त्योहार नजदीक होने के कारण तैयारी जरूर शुरू कर दी गई हैं मगर हिंदुओं में भय का माहौल बना हुआ है।

सरकार और पुलिस मूकदर्शक

हिंदू समुदाय के नेता विवेकानंद रे ने कहा कि बांग्लादेश के मौजूदा माहौल को देखते हुए दुर्गा पूजा का त्योहार मनाना मुश्किल दिख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिमाओं को तोड़े जाने के मामले में सरकार पूरी तरह मूकदर्शक बनी हुई है और शिकायत दर्ज करने के बावजूद पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सरकार और पुलिस की ओर से कोई मदद न किए जाने के कारण हिंदू समुदाय काफी भयभीत दिख रहा है।

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