बांग्लादेश में तख्तापलट...,शेख हसीना देश छोड़ दिल्ली रवाना, सेना बोली- अंतरिम सरकार बनाएंगे

Bangladesh violence: सूत्रों ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि वे भारत के पश्चिम बंगाल जा रही थीं। शेख हसीना अपने प्रस्थान से पहले एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिला।

Report :  Viren Singh
Update:2024-08-05 15:10 IST

Bangladesh violence (सोशल मीडिया) 

Bangladesh violence: पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश हिंसा की आग में तप रहा है। इस बीच वहां से इतनी बड़ी खरबर आई है, जिसकी आंच भारत में भी दिखाई दी हैं, क्योंकि वहां की मौजूदा प्रधानमंत्री के भारत से अच्छे संबंध हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही, शेख हसीना ने ढ़ाका स्थित अपने प्रधानमंत्री आवास को छोड़कर अपनी बहन के साथ कोई सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं। वह सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत आ रही हैं। हालांकि अभी भी यह आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।

देना चाहती थीं आखिरी भाषण

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शेख हसीना और उनकी छोटी बहन शेख रेहाना सोमवार को दोपहर करीब 2:30 बजे हेलीकॉप्टर से बंगभवन से रवाना हुईं। समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि वे सुरक्षित स्थान पर पहुंच गईं। सूत्रों ने ढाका ट्रिब्यून को बताया कि वे भारत के पश्चिम बंगाल जा रही थीं। शेख हसीना अपने प्रस्थान से पहले एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने का अवसर नहीं मिला।

प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल

बता दें सरकारी नौकारी में आरक्षण को लेकर बीते कुछ महीनों से बांग्लादेश में युवा सड़कों पर उतरे हैं और हिंसा प्रदर्शन कर रहे हैं। अपनी मांगों को पूर्ण कराने के लिए प्रदर्शनकारी देश की कई संपत्तियों को आग के हवाले कर रहे हैं। इस हिंसक प्रदर्शन में सैंकड़ों बांग्लादेशियों की मौत हो चुकी है। अकेले रविवार को हुई हिंसक प्रदर्शन में 100 अधिक लोगों की मौत हुई है, जिसमें 19 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। पीएम शेख हसीना के ढाका छोड़ने के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए देश राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। सेना ढाका की सड़कों पर गश्त कर रहे हैं, जबकि सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पों के एक दिन बाद सख्त कर्फ्यू लागू है।

अंतरिम सरकार का होगा गठन

शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बीच सत्तारूढ़ अवामी लीग और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच सेना हेडक्वार्टर में बड़ी बैठक हुई। इस बैठक के बाद देश के सेना प्रमुख वकार-उज-जमां देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है। एक अंतरिम सरकार का गठन करेंगे। देश में जल्द सबकुछ सही हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शनकारी मांगों पर विचार किया जाएगा।

छात्रों का ढाका तक लॉन्ग मार्च क्यों?

हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए पूरे बांग्लादेश में कर्फ्यू लगा हुआ है। इस कर्फ्यू के बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए सोमवार को राजधानी ढाका तक लॉन्ग मार्च के लिए जुटे। एंटी डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट ने सोमवार को एक दिन के लॉन्ग मार्च का आह्वान किया था। इस लॉन्ग मार्च के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी और बख्तरबंद गाड़ियों को सड़कों पर गश्ती दिखीं। प्रोटेस्ट के समन्वयक आसिफ महमूद ने कहा कि इस सरकार ने कई छात्रों का कत्ल किया है। अब समय आ गया है कि सरकार को अपने कर्मों का हिसाब देना होगा। सोमवार को हर छात्र ढाका का किया और कर्फ्यू के बीच पीएम आवास तक घूस गया।

आज भी 6 लोगों की मौत, अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू

डेली स्टार अखबार के मुताबिक, सोमवार को लॉन्ग मार्च के दौरान जत्राबारी और ढाका मेडिकल कॉलेज क्षेत्रों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में कम से कम छह लोग मौत की खबरे हैं। इससे पहले बीते रविवार हिंसक प्रदर्श में 100 लोगों की मौत हुई है, जबकि अब तक इस प्रदर्शन में 300 लोगों को मौत हो चुकी है और हजारों की संख्या में छात्र पुलिस की कार्रवाई में घायल हुए हैं। बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।

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