OMG : GBU-43B है बमों की 'मम्मी जी', 32 किमी दूर से नजर आती है तबाही

Update:2017-04-14 14:50 IST

ऩई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने जब अफगानिस्तान में छुपे आतंकियों पर GBU-43B का हमला करने का आदेश दिया, तब किसी को नहीं पता था कि आखिर ये चीज क्या है। हमले के कुछ समय बाद एक रिपोर्ट में कहा गया, जो बम गिराया गया है वो कोई मामूली बम नहीं बल्क़ि मदर ऑफ ऑल बम है।

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ये एक गैर परमाणु बम है, लेकिन इसके द्वारा हुए नुकसान को आप कम कर के नहीं आंक सकते। इसकी ताकत इतनी है कि अफगानिस्तान ही नहीं पाकिस्तान पर भी इसका असर हुआ है। क्योंकि जिस स्थान पर ये बम गिराया गया है, वो पाक सीमा से अधिक दूरी पर नहीं है। अभी नुकसान के बारे में सही जानकारी नही मिल सकी है। लेकिन हम आपको ये इससे जुडी कुछ खास जानकारी दे देते हैं। फिर आप ही अंदाजा लगा लें की मम्मी ने कितना नुकसान किया होगा।

GBU-43 मैसिव ऑर्डिनेंस एयर ब्लास्ट तकनीक से लैस होता है इसका वजन 9797 किलो है ये हमले के लिए जीपीएस का प्रयोग करता है। इसे अल्बर्ट वीमोर्ट ने तैयार किया था, ये वो दौर था जब अमेरिका इराक से युद्ध लड़ रहा था, लेकिन तब इसका युद्ध में प्रयोग नहीं किया गया था। 2003 में जब इसका परिक्षण हुआ तो इसका असर लगभग 32 किमी दूर तक भी नजर आया था।

GBU- 43, 30 फुट लंबा और 3 फुट 4 इंच चौड़ा होता है। विस्फोट के बाद ये 11 टन TNT के बराबर उर्जा पैदा करता है जो किसी भी धातु को मिनटों में पिघला सकता है। पेंटागन के मुताबिक GBU-43 को पहली बार किसी के विरुद्ध प्रयोग किया गया है। अफगानिस्तान में इसे C-130 कार्गो प्लेन से गिराया गया है क्योंकि आम फाइटर प्लेन तो इसे हिला भी नहीं सकते।

अब जब अमेरिका ने मम्मी बना दी थी तो पापा भी सामने आने ही थे तो पापा को रूस ने तैयार कर दिया, जिसे फादर ऑफ बॉम्ब्स कहा जाता है। पापा का परीक्षण रुस ने 2007 में किया।

साभार : astromicwm

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