आयरलैंड में 2500 से ज्यादा महिलाओं ने निर्वस्त्र होकर समुद्र में लगाई डुबकी

Update:2018-06-15 16:13 IST

डबलिन : दुनिया में अनूठा काम करने वालों की कोई कमी नहीं है। कुछ अनोखा काम करने की कड़ी में अनोखे रिकॉर्ड भी बन जाते हैं। ऐसा ही एक अनोखा रिकॉर्ड आयरलैंड में भी कायम किया गया। सुनने में तो यह खबर अचरज में डालने वाली है मगर आयरलैंड के विकलो में 2505 महिलाओं ने एक साथ निर्वस्त्र होकर समुद्र में डुबकी लगाते हुए वल्र्ड रिकॉर्ड कायम कर दिया। जिस समय महिलाओं ने यह काम किया उस समय काफी ठंड भी थी।

मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक महिलाओं के निर्वस्त्र होकर डुबकी लगाते समय समुद्र का तापमान करीब 12 डिग्री सेल्सियस था। वैसे महिलाओं ने यह कदम एक नेक काम के लिए उठाया। महिलाओं ने कैंसर पीडि़तों की मदद के लिए काम करने वाली संस्था पिंक टाई के लिए इतनी ठंड में समुद्र में डुबकी लगाई।

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कार्यक्रम से जुटाए 2 करोड़ 19 लाख

एक और अनोखी बात इस आयोजन से जुड़ी हुई थी। इस कार्यक्रम की खास बात यह थी कि इसमें शरीक हुईं ज्यादातर महिलाएं खुद भी कैंसर पीडि़त थीं। इस कार्यक्रम को काफी समर्थन मिला और इस कार्यक्रम से चैरिटी के लिए पौन तीन लाख यूरो (2 करोड़, 19 लाख रुपये) इक_ा किए गए।

टूट गया पर्थ का रिकॉर्ड

वैसे यह इस तरह का पहला आयोजन नहीं था। ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर में पहले भी इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है। आयरलैंड के कार्यक्रम में अनूठापन यह था कि इसमें नया रिकॉर्ड कायम किया गया। पर्थ में आयोजित हुए कार्यक्रम में 786 लोगों ने इसी तरह निर्वस्त्र होकर समुद्र में डुबकी लगाई थी जबकि इस बार संख्या तीन गुने से ज्यादा थी।

कई महिलाएं थीं कैंसर पीडि़त

दरअसल डी फेदरस्टोन पिछले छह सालों से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रही हैं। अमेरिकी अखबार इंडिपेंडेंट से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे इतने ज्यादा लोगों के जुटने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि यहां करीब 1500 लोग जुटेंगे, लेकिन यह संख्या तो बहुत ज्यादा थी। पूरा समुद्र तट ही भरा हुआ था। उन्होंने आयोजन को बेहद शानदान बताया।

फेदरस्टोन ने इंडिपेंडेंट को बताया कि आयोजन की विशेषता यह थी कि इसमें शामिल आधी महिलाएं कैंसर पीडि़त थीं या कभी कैंसर की गिरफ्त में रह चुकी थीं या फिर वे किसी कैंसर पीडि़त की याद में यहां आई थी। कोई यहां बेमकसद नहीं आया था। हर महिला के पास अपनी कहानी थी कि वे यहां क्यों आई है। इसमें हर आयु वर्ग की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इसमें युवतियों से लेकर अस्सी साल की उम्र तक की महिलाओं ने एक महत्वपूर्ण कार्य के लिए अपना योगदान दिया।

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