Israel Hamas War : मार दिया गया हमास सरगना याह्या सिनवार
Israel Hamas War : गाज़ा में छिपा हमास नेता याह्या सिनवार मार दिया गया है।
Israel Hamas War : गाज़ा में छिपा हमास नेता याह्या सिनवार मार दिया गया है। सिनवार इजरायल पर उसके इतिहास के सबसे घातक हमले का सूत्रधार था। सिनवार का खात्मा हमास के लिए तगड़ा झटका और इजरायल की बड़ी सफलता है।
इजरायल के सरकारी रेडियो नेटवर्क "कान" ने वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा कि डीएनए परीक्षण से पुष्टि हुई है कि हमास प्रमुख सिनवार गाजा-मिस्र सीमा पर स्थित शहर राफा में इजरायली सेना के साथ गोलीबारी में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक था।
आधिकारिक तौर पर इज़रायली सेना ने कहा कि वह इस बात की "जांच" कर रही है कि गाजा पट्टी में सैन्य अभियान के दौरान हमास प्रमुख याह्या सिनवार मारा गया या नहीं।
एक संक्षिप्त सैन्य बयान में, जिसमें अभियान का विवरण नहीं दिया गया, कहा गया कि गाजा पट्टी में अभियान के दौरान, तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। जिस इमारत में आतंकवादियों को मार गिराया गया, वहां बंधकों की मौजूदगी के कोई संकेत नहीं मिले हैं। इलाके में सुरक्षा बल आवश्यक सावधानी के साथ काम करना जारी रखे हुए हैं।
पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले के पीछे याह्या सिनवार का हाथ बताया जाता है।
याह्या सिनवार के बारे में
तेहरान में इस्माइल हनीयेह की हत्या के बाद हमास ने हाल ही में याह्या सिनवार को गाजा के लिए अपना राजनीतिक प्रमुख नियुक्त किया था। 1962 में गाज़ा के खान यूनिस में जन्मे सिनवार को अक्सर हमास के सबसे कट्टरपंथी नेताओं में से एक के रूप में बताया जाता है। 1980 के दशक की शुरुआत में गाजा के इस्लामिक विश्वविद्यालय में याह्या सिनवार की गतिविधियों के कारण उसे बार-बार इज़राइल द्वारा हिरासत में लिया गया था।
स्नातक होने के बाद सिनवार ने इज़राइली कब्जे का विरोध करने के लिए लड़ाकों का एक नेटवर्क बनाने में मदद की। यह ग्रुप अंततः हमास की सैन्य शाखा बना जिसे क़स्साम ब्रिगेड के रूप में जाना जाता है।
1987 में शेख अहमद यासीन द्वारा हमास की स्थापना के कुछ समय बाद ही सिनवार हमास का नेता बन गया था। 1988 में इज़रायली सेना ने उसे गिरफ़्तार कर लिया और दो इज़रायली सैनिकों और चार संदिग्ध फ़िलिस्तीनी मुखबिरों को पकड़ने और उनकी हत्या करने के आरोप में उसे चार आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई यानी 426 साल की जेल।
सिनवार ने इज़रायल में 23 साल जेल में बिताए, जहाँ उसने हिब्रू सीखी और इज़रायली राजनीति और समाज के बारे में जानकारी हासिल की। इज़रायली सैनिक गिलाद शालिट से जुड़े कैदी अदलाबदली सौदे के ज़रिए 2011 में सिनवार की रिहाई हुई। अपनी रिहाई के बाद सिनवार फिर से हमास के रैंक में तेज़ी से ऊपर उठ गया।
2012 में उसे हमास के राजनीतिक ब्यूरो के लिए चुना गया और क़स्साम ब्रिगेड के साथ समन्वय का काम सौंपा गया। 2014 में गाजा के खिलाफ इजरायल के सात सप्ताह के हमले के दौरान, सिनवार ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सैन्य भूमिका निभाई। अमेरिका ने उसे 2015 में ग्लोबल आतंकवादी के रूप में नामित किया। 2017 में जब हनीयेह को हमास के राजनीतिक ब्यूरो का अध्यक्ष चुना गया तब सिनवार ने गाजा में हमास के प्रमुख के रूप में हनीयेह का स्थान लिया।