इस्लामाबाद: कथित जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर कुलभूषण जाधव के लिए खुशखबरी है। आगामी 25 दिसंबर को उनकी मुलाकात मां और पत्नी से होगी। ऐसा इसलिए होगी कि पाकिस्तान ने जाधव की मां और पत्नी को उनसे जेल में मिलने की अनुमति दे दी है। जाधव को पाकिस्तान की अदालत ने मौत की सजा सुनाई हुई है।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने मीडिया को बताया, कि इस मुलाकात के दौरान भारतीय उच्चायोग का एक कर्मचारी भी मौजूद रहेगा।
पाकिस्तान ने 10 नवंबर को 'मानवीय आधार पर' जाधव की पत्नी को उनसे (जाधव से ) मिलने की अनुमति दी थी। भारत ने पाकिस्तान से पत्नी के साथ मां को भी एक भारतीय राजनयिक के साथ जाधव से मिलने देने की अनुमति मांगी थी। फैसल ने कहा, कि भारत को जाधव से मां और पत्नी को मिलने देने की अनुमति के बारे में पाकिस्तान ने अधिसूचित किया है।
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि उन्होंने अवंतिका जाधव (कुलदीप जाधव की मां) को पाकिस्तान के फैसले की सूचना दे दी है।
इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था, कि भारतीय नौसेना में एक अधिकारी रह चुके और कथित रूप से भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) से जुड़े जाधव को ईरान से अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने के बाद तीन मार्च 2016 को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान के मुताबिक, जाधव ने पाकिस्तानी अदालत में स्वीकार किया था कि रॉ ने उन्हें वहां (पाकिस्तान) की जासूस करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाने का काम सौंपा था।
भारत ने जाधव के जासूस होने का खंडन किया और कहा कि ईरान से उनका अपहरण कर लिया गया था, जहां से भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद वह व्यापार करते थे। जाधव को 10 अप्रैल को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश ने अंतिम फैसला लिए जाने तक फांसी नहीं देने का आदेश दिया था।
आईएएनएस