PM Modi US Visit : 'वैश्चिक शांति के लिए ग्लोबल रिफॉर्म जरूरी', UNGA में बोले पीएम मोदी
PM Modi US Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए खतरा है। उन्होंने वैश्विक शांति के लिए ग्लोबल रिफॉर्म को जरूरी बताया है।
PM Modi US Visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए खतरा है। उन्होंने वैश्विक शांति के लिए ग्लोबल रिफॉर्म को जरूरी बताया है।
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 'समिट फॉर फ्यूचर' को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब हम ग्लोबल फ्यूचर की बात करते हैं तो ह्यूमन सेंट्रिक एप्रोच होनी चाहिए। इसके साथ ही सस्टनेबल डेवलपमेंट को प्राथमिकता देते हुए फूड और हेल्थ सिक्योरिटी भी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने कहा कि भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालकर हमने ये दिखाया है कि सस्टनेबल डेवलपमेंट कैन बी सक्सेसफुल।
उन्होंने कहा कि सक्सेस का यह अनुभव हम ग्लोबल साउथ के लिए साझा करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि मानवता की सफलता युद्ध के मैदान में नहीं, हमारी सामूहिक शक्ति में निहित है। वैश्विक शांति एवं विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफॉर्म आवश्यक है।
वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद बड़ा खतरा
उन्होंने कहा कि अफ्रीकन यूनियन को नई दिल्ली समिट में जी 20 की स्थायी सदस्यता इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम था। उन्होंने कहा कि वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक तरफ आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है तो दूसरी ओर साइबर, स्पेस जैसे अनके संघर्ष के नए-नए मैदान भी बन रहे हैं, इन सभी विषयों पर मैं जोर देकर कहूंगा कि ग्लोबल एक्शन मस्ट मैच ग्लोबल एंबीशन।
डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर साझा करने के लिए भारत तैयार
पीएम मोदी ने आगे कहा कि टेक्नोलॉजी के सेफ और रिस्पाॅन्सिबल यूज के लिए वायलेंस रेगुलेशन की आवश्यकता है, हमें ऐसी ग्लोबल डिजिटल गवर्नेंस चाहिए, जिसमें राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्य रहे। डिजटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर शुड बी ए ब्रीच नॉट ए बैरियर। उन्होंने कहा कि ग्लोबल गुड के लिए भारत अपना डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि भारत के लिए वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर एक कमिटमेंट है। यही कमिटमेंट हमारे वन अर्थ, वन सन, वन वर्ल्ड, वन हेल्थ, वन गिल्ड जैसे इनीशिएटिव में दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि पूरी मानवता के हितों की रक्षा और वैश्विक समृद्धि के लिए भारत 'मनसा वाचा कर्मणा' से काम करता रहेगा।