Sri Lanka Crisis: आर्थिक संकट और हिंसा के बीच PM महिंदा राजपक्षे का इस्तीफा, विपक्ष का दबाव बढ़ा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे विपक्ष की अंतरिम सरकार बनाने की मांग के आगे महिंदा राजपक्षे का झुकना बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उसी दबाव में राजपक्षे ने इस्तीफा दिया है।

Written By :  aman
Published By :  Rakesh Mishra
Update:2022-05-09 16:41 IST

Mahinda Rajapaksa 

Sri Lanka Crisis: गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच श्रीलंका (Sri Lanka) के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (PM Mahinda Rajapaksa) ने सोमवार, 09 मई को इस्तीफा (Resignation) दे दिया। श्रीलंका की मीडिया (Media) के हवाले से खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे विपक्ष की अंतरिम सरकार (Interim Government) बनाने की मांग के आगे महिंदा राजपक्षे का झुकना बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि उसी दबाव में राजपक्षे ने अपना इस्तीफा दिया है।  

बता दें कि, अपने इस्तीफे से पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे (PM Mahinda Rajapaksa) ने कहा, कि वो जनता के लिए किसी भी तरह का बलिदान देने को तैयार हैं। दरअसल, उनके इस बयान के बाद ही इस्तीफे की अटकलों को बल मिला। अब, महिंदा राजपक्षे के छोटे भाई और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) पर आर्थिक संकट से घिरे देश को उबारने के लिए अंतरिम सरकार बनाने का दबाव काफी बढ़ गया है। श्रीलंका में इमरजेंसी (Emergency) के बीच अब राजनीतिक संकट (Political Crisis) पैदा हो गया है।

श्रीलंका में फिर सड़कों पर हिंसक झड़प

श्रीलंका केर प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बाद उनके ही मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य मंत्री प्रो चन्ना जयसुमना ने भी राष्ट्रपति गोटबाया को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। देश के प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे के बाद श्रीलंका में राजनीतिक अस्थिरता गहरा गई है। आज यानी सोमवार को भी आर्थिक संकट के मद्देनजर देश की जनता सड़क पर उतरी। आज के विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक झड़पों में कइयों के घायल होने की भी जानकारी है।  

विपक्ष का दबाव बढ़ रहा

श्रीलंका मामलों से जुड़े राजनीतिक जानकार बताते हैं कि प्रधानमंत्री राजपक्षे के छोटे भाई और देश के वर्तमान राष्ट्रपति गोटबाया के नेतृत्व वाली सरकार पर अब विपक्ष का दबाव बढ़ने लगा है। जानकार मानते हैं कि महिंदा राजपक्षे का इस्तीफा देश में राष्ट्रीय सरकार बनाने में मददगार साबित होगा। मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने तक वह अंतरिम सरकार के पक्ष में हैं।

'समाधान की जरूरत'

इस बीच, महिंदा राजपक्षे आर्थिक संकट ने देश की जनता से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, कि 'जब भावनाएं उच्च स्तर पर चल रही हैं, हमें याद रखना चाहिए कि हिंसा केवल हिंसा को जन्म देगी।' महिंदा राजपक्षे आगे कहते हैं, 'हम जिस आर्थिक संकट में हैं, उसके समाधान की जरूरत है। राजपक्षे ने आगे कहा, 'आर्थिक संकट के समाधान के लिए यह प्रशासन प्रतिबद्ध है।' 


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