Kash Patel: ट्रंप ने अब इस भारतवंशी को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, जानिए कौन हैं ये दिग्गज?
Kash Patel: ट्रंप ने यह निर्णय अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी में बड़े बदलाव लाने और सरकार से कथित षड्यंत्रकारियों को हटाने के लिए किया है और यही वजह है कि काश पटेल को एफबीआई निदेशक बनाने की घोषणा से वाशिंगटन में हलचल मच गई है।
Kash Patel: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई टीम में एक से एक लोगों को जगह दे रहे हैं। ट्रंप की टीम में कई भारतवंशियों को भी शामिल किया गया है। जिन्हें महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन्हीं में से एक नाम काश पटेल का भी है। डोनाल्ट ट्रंप ने काश पटेल को बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपा है। उनका नाम FBI (फेडेरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन) के डायरेक्टर पद के लिए चुना है। पहले उनको सीआईए चीफ बनाने की बात चल रही थी। वे सीआईए चीफ बनने की रेस में सबसे आगे बताए जा रहे थे। लेकिन बाद में जॉन रैटक्लिफ को सीआईए चीफ के लिए चुन लिया गया। लेकिन ट्रंप ने अब उन्हें FBI का डायरेक्टर बना दिया है।
भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया, न्याय का बचाव किया
ट्रंप ने काश पटेल को अपनी टीम में चुनते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर लिखा, मैं गर्व के साथ घोषणा करता हूं कि काश पटेल एफबीआई यानी संघीय जांच ब्यूरो के अगले निदेशक होंगे। काश पटेल एक शानदार वकील, जांचकर्ता और अमेरिका फर्स्ट योद्धा हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया, न्याय का बचाव किया और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।
माना जा रहा है कि ट्रंप के इस निर्णय को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि ट्रंप ने यह निर्णय अमेरिका की प्रमुख कानून प्रवर्तन एजेंसी में बड़े बदलाव लाने और सरकार से कथित षड्यंत्रकारियों को हटाने के लिए किया है और यही वजह है कि काश पटेल को एफबीआई निदेशक बनाने की घोषणा से वाशिंगटन में हलचल मच गई है।
नए साल में शुरू होगा ट्रंप का नया कार्यकाल
डोनाल्ट ट्रंप का नया कार्यकाल नए वर्ष में शुरू होगा। ट्रंप 20 जनवरी 2025 से अमेरिका प्रेसिडेंट का पद संभालेंगे। इसी दिन से उनका नया कार्यकाल शुरू हो जाएगा।
कौन हैं काश पटेल?
काश पटेल का जन्म 1980 में न्यूयॉर्क के गार्डन सिटी में हुआ था। उनका भारत के गुजरात से गहरा नाता है। उनके गुजराती भारतीय माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से कनाडा के रास्ते संयुक्त राज्य अमेरिका में आकर बस गए थे। पटेल के पिता एक विमानन फर्म में वित्तीय अधिकारी के रूप में काम करते थे। काश पटेल ने न्यूयॉर्क से कानून की डिग्री हासिल की है। साथ ही ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के लॉ डिपार्टमेंट से अंतरराष्ट्रीय कानून में प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया। इसके बाद वह पब्लिक डिफेंडर बन गए। हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के स्टाफ के रूप में उन्होंने ट्रंप प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था। भारतीय मूल के कश्यप काश पटेल की गिनती डोनाल्ड ट्रंप के करीबियों में की जाती है।
ला सकते हैं बड़े बदलाव
काश पटेल की एफबीआई डायरेक्टर पद पर नियुक्ति से यह साफ हो गया है कि अमेरिका में सरकार की कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों में बड़े बदलाव हो सकते हैं। काश पटेल ने रूसी षड्यंत्र मामले में प्रमुख भूमिका निभाई थी। ट्रंप ने इसे सत्य, जवाबदेही और संविधान के प्रति उनके समर्पण के रूप में सराहा है। इसके अलावा काश पटेल ने गोपनीय जानकारी लीक करने वाले सरकारी अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करने की वकालत की। काश पटेल के निशाने पर ऐसे पत्रकार भी रहे हैं, जिन्होंने अमेरिकी सरकार की खुफिया जानकारियां लीक कीं।