Dangerous: अमेरिका में जमीन के नीचे धधक रहा दुनिया का सबसे खतरनाक ज्वालामुखी, फटा तो लाएगा प्रलय

Yellowstone Volcano: यलोस्टोन ज्वालामुखी देखने में भले ही बहुत खूबसूरत नजर आ रहा है लेकिन अगर इसमें विस्फोट हुआ तो यह इंसान के इतिहास में सबसे भयानक तबाही ला सकता है।

Update: 2022-12-06 04:55 GMT

अमेरिका में जमीन के नीचे धधक रहा दुनिया का सबसे खतरनाक यलोस्टोन ज्वालामुखी: Photo- Social Media

Yellowstone Volcano: दुनिया के खात्मे (end of the world) की कई भविष्यवाणियां हो चुकी हैं। साल 2012 में हॉलीवुड इस पर एक सिनेमा तक बना चुका है। लेकिन क्या आपको बता है, सर्व शक्तिशाली देश अमेरिका में उसके जमीन के नीचे एक ऐसा खतरनाक ज्वालामुखी धधक रहा है, जो अगर फटा तो सचमुच में दुनिया में तबाही मचा सकता है। इसके फटने से पृथ्वी पर ऐसा प्रलय मचेगा कि जिसकी किसी कामना न की होगी। इस खतरनाक ज्वालामुखी का नाम है यलोस्टोन जो कि अमेरिका के वयोमिंग राज्य में है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि यलोस्टोन ज्वालामुखी (yellowstone volcano) में विस्फोट हुआ तो 90 हजार जानें तत्काल जाएंगी। उन्होंने कहा कि ये ज्वालामुखी देखने में भले ही बहुत खूबसूरत नजर आ रहा है लेकिन अगर इसमें विस्फोट हुआ तो यह इंसान के इतिहास में सबसे भयानक तबाही ला सकता है। इस महाविस्फोट से इतना ज्यादा मोटा राख से भरा बादल उठेगा कि पूरी धरती इससे ढंक जाएगी। वैज्ञानिकों का कहना है कि यलोस्टोन ज्वालामुखी पिछले 6 लाख साल से सोया हुआ है। जिस दिन यह जागा पूरी दुनिया में तबाही का मंजर होगा।

पृथ्वी पर आ जाएगी परमाणु ठंड

रिसर्च टीम के अनुसार, इस ज्वालामुखी में इतनी ताकत है कि इसका मलबा आसमान में सैंकड़ों किलोमीटर तक फैलेगा। इस निकलने वाली मोटी राख आसमान में जम जाएगी जो सूरज की किरणों को पूरी तरह ढंक देगी। इससे परमाणु के हमले के बाद जैसे हालात बन जाएंगे। सूरज की किरणें महीनों तक धरती पर नहीं पड़ेगी और परमाणु ठंड जैसा कुछ देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं इसका लावा भी कई किलोमीटर के दायरे में बिखरेगा, जिससे वहां जीवन नष्ट हो जाएगा।

यलोस्टोन ज्वालामुखी: Photo- Social Media

90 हजार लोगों की मौत से होगी प्रलय की शुरूआत

इस ज्वालामुखी पर रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों की टीम का कहना है कि यदि यलोस्टोन ज्वालामुखी फटा तो प्रलय आ जाएगा और 90 हजार लोग तत्काल मारे जाएंगे। इतनी संख्या तो महज एक शुरूआत होगी। इस महाविस्फोट से 16 सौ किलोमीटर के इलाके में पूरी धरती के ऊपर मैग्मा की तीन मीटर मोती परत फैल जाएगी। इससे बचावकर्मियों को घटनास्थल तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। ज्वालामुखी से निकलने वाली राख जमीन के रास्ते घुसने वाले सारे रास्ते को बंद कर देगी। इतना ही नहीं राख और गैस स पूरा वातावरण भर जाने के कारण विमान भी उड़ान नहीं भर पाएंगे। नतीजतन ज्वालामुखी के चपेट में आए लोगों के हताहत होने के मामले बढ़ेंगे।

यलोस्टोन ज्वालामुखी: Photo- Social Media

13 हजार साल पहले हुआ था धमाका

ज्वालामुखियों पर रिसर्च करने वाले Dr Michael Poland (Dr Michael Poland, a researcher on volcanoes) ने बताया कि सबसे खतरनाक माने जाने वाले येलोस्टोन ज्वालामुखी में बेहद ताकतवर धमाका हो सकता है। उन्होंने बताया कि लगभग 13 हजार साल पहले इस ज्वालामुखी के पास एक ऐसा ही ताकतवर धमाका हुआ था, जिस वजह से यहां 2.5 किमी चौड़ी खाई बन गई थी। अगर येलोस्टोन ज्वालामुखी फटता है तो पृथ्वी पर तापमान में काफी गिरावट आ जाएगी। इससे खेती खत्म हो जाएगी और दुनिया में भुखमरी वाली स्थिति पैदा हो जाएगी। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि येलोस्टोन ज्वालामुखी के फटने की संभावना बेहद कम है, जो कि एक राहत पहुंचाने वाली बात है।

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