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Helicopter Crash: अरूणाचल में आर्मी का एक हेलीकॉप्टर क्रैश, दो पायलट थे सवार, सर्च ऑपरेशन जारी

Helicopter Crash: चीन की सीमा से सटे उत्तर-पूर्वी राज्य अरूणाचल प्रदेश से एक दुखद खबर सामने आई है। भारतीय सेना का एक हेलीकॉप्टर ‘चीता’ क्रैश हो गया है।

Krishna Chaudhary
Published on: 16 March 2023 3:41 PM GMT (Updated on: 16 March 2023 3:42 PM GMT)
Helicopter Crash: अरूणाचल में आर्मी का एक हेलीकॉप्टर क्रैश, दो पायलट थे सवार, सर्च ऑपरेशन जारी
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अरूणाचल में आर्मी का एक हेलीकॉप्टर क्रैश: Photo- Social Media

Helicopter Crash: चीन की सीमा से सटे उत्तर-पूर्वी राज्य अरूणाचल प्रदेश से एक दुखद खबर सामने आई है। भारतीय सेना का एक हेलीकॉप्टर ‘चीता’ क्रैश हो गया है। जानकारी के मुताबिक, ये हादसा मंडला पहाड़ी इलाके के पास हुआ है। हेलीकॉप्टर में दो पायलट सवार थे। घटना की जानकारी मिलते ही इंडियन आर्मी ने रेस्क्यू टीम को घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया है। सर्च ऑपरेशन जारी है।

सेना ने बताया कि हेलीकॉप्टर ने सुबह बोम्डियाल से उड़ान भरी थी। सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर हेलीकॉप्टर का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से टूट गया था। हादसे को लेकर वेस्ट केमांग जिले के एसपी बी भारत रेड्डी ने बताया कि करीब 11 बजे हमें इसके लापता होने की सूचना मिली। सेना के साथ-साथ स्थानीय पुलिस और एसएसबी के जवान रेस्क्य ऑपरेशन में जुटे हुए हैं।

मुंबई में नौसेना का हेलीकॉप्टर हुआ था हादसे का शिकार

इससे पहले 8 मार्च को मुंबई में अरब सागर के तट के नजदीक नौसेना का उन्नत हेलीकॉप्टर ध्रुव क्रैश होते-होते बता। नियमित उड़ान के दौरान हेलीकॉप्टर में अचानक खराबी आ गई, जिसके बाद उसकी आपात लैंडिंग की गई थी। इंडियन नेवी ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर हेलीकॉप्टर में सवार सभी तीनों सदस्यों बचा लिया था।

‘चीता’ लगातार हो रहा हादसे का शिकार

इंडियन आर्मी का हेलीकॉप्टर ‘चीता’ लगातार हादसे का शिकार हो रहा है। अक्टूबर 2022 में अरूणाचल प्रदेश के तवांग में इसी तरह का एक हादसा हुआ था, जिसमें दो पायलटों में से एक की मौत हो गई थी। इससे पहले मार्च 2022 में भी जम्मू कश्मीर में ‘चीता’ हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें एक पायलट की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया था।

बता दें कि भारतीय सेना का ‘चीता’ हेलीकॉप्टर एक सिंगल इंजन वाला हेलीकॉप्टर है। सेना इसका बीते 60 सालों से इस्तेमाल कर रही है। यही वजह है कि इसके अब तक इस्तेमाल को लेकर सवाल भी उठते रहे हैं। इसमें ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम और वेदर रडार जैसे आधुनिक सिस्टम नहीं लगे है। यही वजह है कि खराब मौसम में अक्सर ये हादसे का शिकार हो जाती है। भारतीय सेना के पास 200 चीता हेलीकॉप्टर हैं। इस हेलीकॉप्टर की गिनती हल्के हेलीकॉप्टरों में होती है। इसमें एक साथ पांच लोग बैठ सकते हैं।

Krishna Chaudhary

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