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इस तरह करते हैं काले धागे का इस्तेमाल तो नहीं रहेंगे परेशान, आज ही करें शुरुआत

ज्यादातर धर्मों में व पूजा-अर्चना के दौरान काले रंग के वस्त्रों या वस्तुओं को वर्जित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि काला रंग नकारात्मकता फैलाता है। हिंदू धर्म में भी वैसे तो धार्मिक कार्यों के दौरान काले रंग या काले रंग के धागों का इस्तेमाल नहीं किया जाता ,लेकिन कुछ ख़ास कामों के लिए काले रंग को असरदार  है। कहते हैं कि काला धागा हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है।

suman
Published on: 16 Dec 2019 8:10 PM IST
इस तरह करते हैं काले धागे का इस्तेमाल तो नहीं रहेंगे परेशान, आज ही करें शुरुआत
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जयपुर: ज्यादातर धर्मों में व पूजा-अर्चना के दौरान काले रंग के वस्त्रों या वस्तुओं को वर्जित किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि काला रंग नकारात्मकता फैलाता है। हिंदू धर्म में भी वैसे तो धार्मिक कार्यों के दौरान काले रंग या काले रंग के धागों का इस्तेमाल नहीं किया जाता ,लेकिन कुछ ख़ास कामों के लिए काले रंग को असरदार है। कहते हैं कि काला धागा हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है।

*अगर काले रंग के धागे को शरीर के अंगों पर बांधें तो कई फायदे होते हैं। ज्योतिष ग्रंथों में भी काले धागे की अहमियत हैं। ऐसा नहीं है कि केवल ज्योतिषी और धार्मिक लोग ही काले धागे के महत्व को जानते हों, बल्कि वैज्ञानिक तौर पर भी इसे असरदायक माना गया है।काला धागा इंसान को बुरी शक्तियों से बचाता है। काले धागे के प्रभाव से इंसान को बुरी नजर भी नहीं लगती और इस धागे की वजह से सफलता भी मिलती है। लेकिन इसे पूरे विधि-विधान से पहना जाना चाहिए।

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इन बातों का रखें ख्याल

*काले धागे पर नौ गांठें बांधने के बाद ही धारण करें। काले धागे को मंत्रों से सक्रिय करने के बाद शुभ समय अभिजीत या ब्रह्म मुहूर्त में पहनना चाहिए।

* काले धागे को सक्रिय करने के लिए जो मंत्र पढ़ा जाएगा वो दशा और तत्कालीन ग्रहीय गोचर के आधार पर होगा इसलिए अच्छा रहेगा कि आप किसी अच्छे ज्योतिषी से इसके लिए संपर्क करें।

*काले धागे को 2, 4, 6 या आठ के घेरे में बांधें।जिस हाथ में काला धागा बंधा हो उस हाथ में किसी और रंग का धागा न बांधें जैसे-लाल या पीला।

*काले धागे को शनिवार के दिन बांधना अच्छा माना जाता है।काला रंग शनि ग्रह का प्रतीक है, इसलिए इसका गठबंधन कुंडली के अनुकूल दशा या प्रतिकूल ग्रहों के दोष के निवारण के समय में ही करवाना चाहिए।

*काले धागे का महत्व बिना रूद्र गायत्री मन्त्र के नहीं है, इसलिए काला धागा बांधने के बाद रोज़ इसका पाठ करें। पाठ करने के लिए एक समय निश्चित कर लें और रोज़ उसी समय पर पाठ करें। इससे काले धागे का प्रभाव बढ़ेगा।

मंत्र- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

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*काले धागे को नींबू के साथ घर के दरवाजे पर भी बांध सकते हैं इससे घर में बुरी शक्तियां नहीं परेशान करती है।

* बाजार से काले रंग के रेशमी या फिर सूती धागे को लाने के बाद शनिवार या मंगलवार के दिन आप इस धागे को हनुमान मंदिर में लेकर जाए और उसके बाद उस धागे में छोटी छोटी गांठ बांध लें।छोटी छोटी गांठ बांधने के बाद आप हनुमान जी के पैरों के सिंदूर को इस धागे के ऊपर लगा दे। इतना करने के बाद आप इस धागे को अपने घर के मुख्य दरवाजे या फिर तिजोरी में बांध दें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपके घर में पैसे की बरसात होगी और आप बहुत ही जल्द मालामाल भी बन जायेंगे।

ऐसा माना जाता है कि काले धागे को अगर पूरी श्रद्धा के साथ बांधा जाए तो इंसान को जीवन में परेशानियां नहीं आती हैं ।



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