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Chandra Grahan Time Aaj kab : आज कार्तिक पूर्णिमा पर लग रहा आखिरी चंद्र ग्रहण, गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक, जानिए चमत्कारी उपाय

Chandra Grahan Aaj kab hai Time: चंद्र ग्रहण के दिन और ग्रहण के बाद लगभग एक महीने तक चंद्र ग्रहण दोष से बचने के लिए कुछ उपाय करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव कम हो जाता है। ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करना चाहिए। शिव की आराधना से भी इससे बच सकते हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 19 Nov 2021 3:30 AM GMT (Updated on: 19 Nov 2021 3:39 AM GMT)
2021 Ka Antim Chandra Grahan Aaj
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Chandra Grahan Aaj kab hai Time

आज चंद्र ग्रहण पड़ रहा है । मतलब आज19 नवंबर को लगने जा रहा है, यह एक उपच्छाया ग्रहण है। कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि आज है। इस दिन दान और पूजा पाठ का विशेष महत्व है। इस बार भी आंशिक चंद्र ग्रहण की वजह से सूतक काल मान्य नहीं रहेगा, लेकिन बुजुर्गो, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

आज के दिन 19 नवंबर 2021 को लगभग सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर चंद्र ग्रहण लगेगा और शाम 05 बजकर 33 मिनट पर ग्रहण समाप्त होगा। चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा।इस समय भारत में दिन होगा तथा चंद्रोदय नहीं होगा, इसलिए नहीं देखा जा सकेगा।

क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण कब लगता है, ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जो अमावस्या और पूर्णिमा को घटित होता है। जब सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक सीध में आते है तो ग्रहण लगता है। अमावस्या के दिन सूर्यग्रहण और पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण। ये धार्मिक व वैज्ञानिक सत्य है कि चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल समुद्री ज्वार को प्रभावित करता है। जिससे समुद्र में उथल पुथल होती है और इससे सुनामी (Tsunami) जैसी स्थिति बन सकती है और भूकंप (Earthquake) के आने का खतरा भी बढ़ जाता है।

इस बार भी कार्तिक माह की पूर्णिमा को कृत्तिका नक्षत्र और वृष राशि में लगने वाला ग्रहण कई मायनों में खास है। मन का कारक चंद्रमा में हलचल देश, काल, जीव और व्यक्ति के सामाजिक मानसिक दोनों स्थितियों पर असर डालता है।

ये आंशिक चंद्र ग्रहण भारत समेत यूरोप और एशिया के ज्यादातर हिस्सों में देखा जाएगा। देश के पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में दिखाई देगा। इस ग्रहण को ज्योतिषर्विद अच्छा नहीं मान रहे हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के बाद देश-दुनिया में भीषण प्राकृतिक आ इसके अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, उत्तर-पश्चिम अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर में दिखाई देगा।

इस ग्रहण को ज्योतिषर्विद अच्छा नहीं मान रहे हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के बाद देश-दुनिया में भीषण प्राकृतिक आपदा जैसे आंधी-तूफान और महामारी बढ़ सकती है। कुछ जगहों पर सीमा विवाद का भी संकट गहराएगा और विश्व के कुछ देशों में युद्ध की स्थिति बनेगी। महामारी के साथ भूंकप, आग विस्फोट मे लोगों की जान जाएगी।

चंद्रग्रहण लोगों के सशंकित कर रखा है। महामारी और त्योहारों के बीच दूसरा चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव का भय लोगो को सता रहा है। बता दें कि इस ग्रहण का असर कुछ लोगों पर अच्छा भी पड़ेगा। जो लोग शिक्षण, सामाजिक और कानूनी क्षेत्र में कार्यरत हैं उनको सफलता के आसार है साथ ही आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। इस बार का चंद्र ग्रहण से वृष राशि वालों को बचना होगा।।

गर्भवती महिला को चंद्र ग्रहण में क्या करना चाहिए?

  • धर्मानुसार ग्रहण के दौरान बहुत सी बातों का पालन करना चाहिए। खासकर गर्भवती महिलाओं को इन बातों का ध्यान रखने से गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान नहीं पहुंचता है।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए। उस दौरान घर से नहीं निकलना चाहिए। इसका गर्भस्थ शिशु के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
  • ग्रहण के दौरान गर्भवती स्त्री को चाकू, छुरी, कैंची और सुई के इस्तेमाल से दूर रहना चाहिए। इससे ग्रहण का असर नहीं पड़ता है।
  • ग्रहण के दौरान अग खाना बच गया तो उसे खाना निषेध है। उसे सूर्य-चंद्र की हानिकारण किरण दूषित कर देती है।
  • ग्रहण के दौरान खाने से बचना चाहिए अगर भूख लगे भी तो पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
  • महिलाओं का दूध, दही का सेवन नहीं करना चाहिए , इससे गर्भस्थ शिशु पर इसका असर पड़ता है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान महिलाओं को मंत्रों भगवान का ध्यान करना चाहिए। चंद्र मंत्र का जाप कर गर्भ में पल रहे शिशु की रक्षा करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के अचूक चमत्कारी उपाय

ग्रहण के दिन और ग्रहण के बाद लगभग एक महीने तक चंद्र ग्रहण दोष से बचने के लिए कुछ उपाय करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव कम हो जाता है। ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करना चाहिए। शिव की आराधना से भी इससे बच सकते हैं।

  • ग्रहण के दिन सफेद चीजों जैसे दूध, चावल और मिठाई कपड़े का दान करना चाहिए। और साथ में चंद्र मंत्र का एक माला जाप करने से लाभ मिलता है।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी चंद्रग्रहण के प्रभाव को कम करता है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान एक चांदी का सिक्का लाल कपड़े में बांध कर पूजा स्थल पर रख दें। ग्रहण खत्म होने के बाद उसे धन स्थान पर रख देंगे तो अर्थिक नुकसान से बच जाएंगे।
  • चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करने के लिये पानी मे गंगा जल डाल कर स्नान करेंगे तो स्वास्थ्य रहेंगें । स्नान के समय मंत्र -गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जले अस्मिन सन्निधम कुरु।।
  • जल्द तय होगी शादी

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अगर चंद्र ग्रहण के दिन जिस जातक की शादी नहीं हो रही है। चाहे वह लड़का हो या लड़की अगर कुछ उपाय करें तो जल्द शादी तय हो जाती है। चंद्र ग्रहण की अवधि में जिनकी शादी करनी है उस जातक से एक जटा वाला नारियल लाल कपड़े में लपेटकर मंदिर में रखें और चंद्र मंत्र का जप करें। इसके अलावा इस मंत्र के जप से शादी तय हो जाती है।

नौकरी के लिए

चंद्र ग्रहण के दौरान शिव भगवान का ध्यान और ऊं शिवाय नमोस्तभ्यं मंत्र का जप और तिल के साथ सुपारी मंदिर में रखें तो बेरोजगारी खत्म होगी और नौकरी की इच्छा पूरी होगी। साथ ही अगर चंद्रमा कमजोर है तो उन्‍हें ऊँ चंद्राय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। फिर ग्रहण समाप्ति के बाद गंगाजल छिड़कर मंदिर और घर को पवित्र करें। फिर ग्रहण के दौरान रखी गई सुपारी को स्टडी टेबल पर रखे दें। जब इंटरव्यू या परीक्षा हो तो साथ ले जाएं परिणाम सकारात्मक आएंगे।

बीमारी से बचने के लिए

जब कुंडली में चंद्रमा कमजोर हैं तो ग्रहण का स्‍वास्‍थ्‍य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ग्रहण के समय 11 जायफल लें और सफेद कपड़े में बांधकर पूजा स्थल पर रखकर ईष्टदेव की आराधना और महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से बीमारी से मुक्त होंगे।

' ऊँ हर त्रिपुर भवानी बाला, राजा मोहिनी, सर्वं शत्रु विंध्‍यसिनी !

मम चिंतित फलं देहि देहि भुवनेश्‍वरी स्‍वाहा।।

चंद्रग्रहण खत्म होने के बाद मन में इच्छा बोलते हुए उस नारियल को पानी में बहा दें।

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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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