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Chandra Grahan Ka Asar 2021: इस क्षेत्र के लोगों के लिए घातक होगा चंद्र ग्रहण, बचने के लिए करें ये उपाय

Chandra Grahan Ka Asar: चंद्र ग्रहण में ग्रहण का उपाय करने के लिए ग्रहण के दौरान एक चांदी का सिक्का लाल कपड़े में बांध कर पूजा स्थल पर रख दें। ग्रहण खत्म होने के बाद उसे धन स्थान पर रख देंगे तो अर्थिक नुकसान से बच जाएंगे। जानिए असर व प्रभाव

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 24 May 2021 10:54 AM IST (Updated on: 26 May 2021 11:54 AM IST)
चंद्र ग्रहण
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सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Chandra Grahan ka Asar 2021: साल का पहला चंद्र 26 मई को लगने जा रहा है, जो एक उपच्छाया ग्रहण है। ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जो अमावस्या और पूर्णिमा को घटित होता है। जब सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक सीध में आते है तो ग्रहण लगता है। अमावस्या के दिन सूर्यग्रहण और पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण।

इस बार भी वैशाख माह की पूर्णिमा को अनुराधा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लगने वाला ग्रहण कई मायनों में खास है। मन का कारक चंद्रमा में हलचल देश, काल, जीव और व्यक्ति के सामाजिक मानसिक दोनों स्थितियों पर असर डालता है।

भारत में ना दिखने वाला बिना सूतक काल के इस बार का चंद्र ग्रहण कई मायनों में खास है। चंद्रग्रहण की पूरी अवधि 3.15 मिनट की है। इस अवधि के समय देश में चंद्र दर्शन नहीं होगा। ये ग्रहण वैसे तो भारत में नहीं दिखेगा, लेकिन कुछ हिस्सों में कुछ मिनट के लिए आंशिक रुप से दिखेगा। इसका असर भी लोगों की सोच और समझ के साथ आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा।

प्राकृतिक आपदा तो कहीं भौगोलिक विवाद

  • ज्योतिषीय गणना और ग्रहों की स्थिति को देखते हुए इस ग्रहण को ज्योतिषर्विद अच्छा नहीं मान रहे हैं। कहा जा रहा है कि ग्रहण के बाद देश-दुनिया में भीषण प्राकृतिक आपदा जैसे आंधी-तूफान और महामारी बढ़ सकती है। कुछ जगहों पर सीमा विवाद का भी संकट गहराएगा और विश्व के कुछ देशों में युद्ध की स्थिति बनेगी। महामारी के साथ भूंकप, आग विस्फोट मे लोगों की जान जाएगी।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया )

राजनीतिक क्षेत्र में प्रभाव

  • इस ग्रहण का प्रभाव राजनीतिक क्षेत्र में उठा-पटक वाला रहेगा। लेकिन इन लोगों के लिए जिनकी कुंडली में मंगल और शनि खराब स्थिति में है, उनके लिए ग्रहण के पहले और बाद में सतर्क रहने की जरूरत है। हिंसात्मक प्रवृति के साथ स्वभाव में क्रूरता हावी रहेगी। भारत के राजनीति स्थिति के संदर्भ में भी कुछ लोगों के लिए ग्रहण सही नहीं है। किसी को राजनीति पद से हाथ धोना पड़ सकता है तो किसी के छवि धूमिल होगी। इस ग्रहण का देश के मुखिया पर भी असर पड़ेगा।


चंद्र ग्रहण स्वास्थ्य पर असर

  • इस ग्रहण का पुलिस सेवा, चिकित्सा सेवा और मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े लोगों पर ज्यादा असर पड़ेगा। आने वालें दिनों में इस क्षेत्र जुड़ें आम और खास कई नामचीन लोगों की मौत की खबरें सुनने को मिलेगी।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया )

चंद्र ग्रहण दोष के उपाय

  • ग्रहण के दिन और ग्रहण के बाद लगभग एक महीने तक चंद्र ग्रहण दोष से बचने के लिए कुछ उपाय करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव कम हो जाता है। ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करना चाहिए। शिव की आराधना से भी इससे बच सकते हैं।
  • ग्रहण के दिन सफेद चीजों जैसे दूध, चावल और मिठाई कपड़े का दान करना चाहिए। और साथ में चंद्र मंत्र का एक माला जाप करने से लाभ मिलता है।
  • महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी चंद्रग्रहण के प्रभाव को कम करता है।
  • चंद्र ग्रहण के दौरान एक चांदी का सिक्का लाल कपड़े में बांध कर पूजा स्थल पर रख दें। ग्रहण खत्म होने के बाद उसे धन स्थान पर रख देंगे तो अर्थिक नुकसान से बच जाएंगे।
  • चंद्र ग्रहण के बाद स्नान करने के लिये पानी मे गंगा जल डाल कर स्नान करेंगे तो स्वास्थ्य रहेंगें । स्नान के समय मंत्र -गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिंधु कावेरी जले अस्मिन सन्निधम कुरु।।


सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया )

चंद्र ग्रहण का राशियों पर प्रभाव

  • 26 मई का चंद्रग्रहण लोगों के सशंकित कर रखा है। महामारी के बीच लोगों को अब ग्रहण का दुष्प्रभाव भी सता रहा है। लेकिन आपको बता दें कि इस ग्रहण का असर कुछ लोगों पर अच्छा भी पड़ेगा। जो लोग शिक्षण, सामाजिक और कानूनी क्षेत्र में कार्यरत हैं उनको सफलता के आसार है साथ ही आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहेगी। इस बार का चंद्र ग्रहण मेष, वृष, मिथुन , कन्या और मकर के लिए बहुत शुभ प्रभाव छोड़ रहा है। Chandra Grahan 2021: साल का पहला चंद्र ग्रहण इस राशि में लगेगा, इन 6 राशियों के लिए रहेगा खतरा




Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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