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हो जाए सावधान! देख लीजिए ये निशान, कुटिल और संदेहपूर्ण होते हैं ऐसे लोग

ज्योतिष और हस्त विज्ञान का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व होता है।  रेखाओं से ही व्यक्ति का भाग्य बदलता रहता है। इस संदर्भ में व्याकरणविद  पाणिनी की कथा तो ज्ञात होगा। जिन लोगों की हाथों में हाथ की रेखाएं व पर्वत क्षतिग्रस्त होती है। उनकी किस्मत भी संघर्षमय होती है।

suman
Published on: 8 May 2020 2:42 AM GMT
हो जाए सावधान! देख लीजिए ये निशान, कुटिल और संदेहपूर्ण होते हैं ऐसे लोग
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लखनऊ: ज्योतिष और हस्त विज्ञान का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व होता है। रेखाओं से ही व्यक्ति का भाग्य बदलता रहता है। इस संदर्भ में व्याकरणविद पाणिनी की कथा तो ज्ञात होगा। जिन लोगों की हाथों में हाथ की रेखाएं व पर्वत क्षतिग्रस्त होती है। उनकी किस्मत भी संघर्षमय होती है।

जानते हैं हाथ के किस पर्वत से व्यक्ति के जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ता हैं...

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पर्वत बता रहे किस्मत

*सूर्य पर्वत व्‍यक्‍ति के जीवन को व्‍यापक स्‍तर पर प्रभावित करता है। प्रकाशमान सूर्य समस्‍त जीव-जगत का आधार है। कुंडली में सूर्य की स्‍थिति पूरे जीवन को प्रभावित करती है। इसी तरह हाथ में सूर्य पर्वत व्‍यक्‍ति के जीवन के बारे में बहुत कुछ बताता है। हाथ में अनामिका उंगली के मूल में सूर्य का स्थान होता है। इस क्षेत्र का उभार जितना अधिक होगा, सूर्य भी उतना ही प्रभावकारी रहेगा।

*सूर्य पर्वत का उभार अच्छा और स्पष्ट होने के साथ सरल सूर्य रेखा हो तो व्यक्ति श्रेष्‍ठ प्रशासक, पुलिसकर्मी और सफल उद्यागेपति होता है। यदि ये पर्वत अधिक उभार वाला हो और रेखा कटी या टूटी हो तो व्यक्ति अभिमानी, स्वार्थी, क्रूर, कंजूस और अविवेकी होता है। यदि हथेली में सूर्य पर्वत शनि की ओर झुका हो तो व्यक्ति जज एवं सफल अधिवक्ता होता है। इसी तरह यदि सूर्य पर्वत दूषित हो जाए तो व्‍यक्‍ति अपराधी हो जाता है।

*यदि सूर्य तथा शुक्र पर्वत उभार वाले है तो विपरीत लिंग के प्रति शीघ्र एवं स्थायी प्रभाव डालने वाला, धनवान, परोपकारी, सफल प्रशासक, सौंदर्य और विलासिताप्रिय होता है। सूर्य पर्वत पर जाली हो तो गर्व करने वाला, लेकिन कुटिल स्वभाव का होता है। ऐसा व्‍यक्‍ति किसी पर भी विश्वास नहीं करता। तारे का चिह्न होने पर धनहानि होती है, लेकिन प्रसिद्धि अप्रत्याशित रूप से मिलती है। गुणा का चिन्ह हो तो सट्टा या शयेर में धन का नाश हो सकता है। सूर्य पर्वत पर त्रिभुज हो तो उच्च पद की प्राप्ति, प्रतिष्ठा तथा प्रशासनिक लाभ होते हैं। सूर्य पर्वत पर चौकड़ी हो तो सर्वत्र लाभ तथा सफलता की प्राप्ति होती है।

*सूर्य पर्वत तथा बुध पर्वत के संयुक्त उभार की स्थिति में योग्यता, चतुराई तथा निर्णय शक्ति अधिक होती है। ऐसा व्‍यक्‍ति श्रेष्ठ वक्ता, सफल व्यापारी या उच्च स्थानों का प्रबंधक होता है। ऐसे व्यक्तियों में धन पाने की असीमित महत्वाकांक्षा होती है। हथेली में सूर्य पर्वत के साथ यदि बृहस्पति का पर्वत भी उन्नत हो तो व्यक्ति विद्वान, मेधावी और धार्मिक विचारों वाला होता है।

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रेखाओं की स्थिति से जानिए स्वभाव..

* किसी व्‍यक्‍ति के हाथों में सूर्यरेखा चन्द्रक्षेत्र से शुरू तो उस व्‍यक्‍ति का भाग्य तो चमकेगा लेकिन उसकी यह उन्नति निजी परिश्रम से न होकर दूसरों की इच्छा और सहायता पर निर्भर करती है।

*चन्द्रक्षेत्र से आरम्भ होकर अनामिका तक पहुंचने वाली गहरी सूर्यरेखा के सम्बन्ध में ऐसे व्यक्ति का जीवन अनेक घटनाओं से भरा और संदेहपूर्ण होता है। उसमें बहुत से परिवर्तन होते हैं, किन्तु यदि रेखा चन्द्रस्थान से निकलकर भाग्य-रेखा के समानान्तर जा रही हो तो भविष्य सुखमय हो सकता है।

*यदि प्रेम बाधक न हो और विचारों में दृढ़ता होने के साथ मस्‍तिष्‍क रेखा भी अपना फल शुभ दे रही हो तो ऐसा व्यक्ति तेजस्वी और प्रसन्नचित्त होता है। बावजूद इसके ऐसे व्‍यक्‍ति में बड़ा दोष मिलता है कि उसके विचार कभी स्थिर नहीं रहते। और यश पाने की इच्छा करता है लेकिन अपने संकल्प पर दृढ़ न रहने के कारण अपने प्रयत्नों अधिक सफल नहीं होता।

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