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BOYSहाथ की इन रेखाओं से जानिए,GF से मिलेगा प्यार में धोखा या कर सकते हैं भरोसा
कहते हैं किस्मत हमारे हाथ में ही होती है। यह किस्मत हाथ की उन रेखाओं में है जो समय के साथ बदलती रहती हैं। हथेली की रेखाओं को पढ़ कर भविष्य बताने की कला को हस्तरेखा कहते है। हस्तरेखा में उंगलियों, नाखूनों, उंगलियों के निशान, हथेली की त्वचा की बनावट व रंग, आकार, हथे
जयपुर: कहते हैं किस्मत हमारे हाथ में ही होती है। यह किस्मत हाथ की उन रेखाओं में है जो समय के साथ बदलती रहती हैं। हथेली की रेखाओं को पढ़ कर भविष्य बताने की कला को हस्तरेखा कहते है। हस्तरेखा में उंगलियों, नाखूनों, उंगलियों के निशान, हथेली की त्वचा की बनावट व रंग, आकार, हथेली के आकार हाथ का लचीलापन से जान सकते हैं खुद के और दूसरों के बारे में। हाथ की रेखाओं में हमारा अतीत वर्तमान व भविष्य की जानकारी मिलती है। वैसे तो हाथ में बहुत सी रेखाएं है। उनमें पहले हम हृदय रेखा की बात करेंगे।
यह रेखा हथेली के ऊपरी हिस्से और उंगलियों के नीचे होती है। किसी किसी में यह रेखा छोटी उंगली के नीचे हथेली के किनारे से और अंगूठे की तरु पूरी हथेली तक पढ़ी जाती है। दूसरों में, यह उंगलियों के नीचे शुरू होती है।दिल की सेहत के विभिन्न पहलुओं के अलावा यह भावनात्मक स्थिरता, रुमानी दृष्टिकोण, अवसाद व सामाजिक व्यवहार को बताती है।
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*यदि किसी व्यक्ति की यह हृदय रेखा लम्बी हो तो वह मनुष्य खुले हृदय वाला होता है। यदि यह रेखा छोटी हो तो व्यक्ति केवल अपने ऊपर ध्यान देने वाला होता है।
*यदि यह रेखा छोटी हो, लेकिन सीधी हो तो व्यक्ति रोमांटिक स्वाभाव का नहीं होता l
*यदि हृदय रेखा का आरंभ गुरु पर्वत से हो तो व्यक्ति बहुत ही धार्मिक, दयालु और जिम्मेदार होते हैं।
*यदि हथेली में हृदय रेखा के नीचे स्टार का चिन्ह हो तो धन हानि के संकेत देता है और धन जीवन में अधिक टिकता नहीं है।
*यदि किसी स्त्री के हाथ में हृदय रेखा का आरंभ सूर्य पर्वत से हो तो वह भरोसे के लायक नहीं होती। ऐसी स्त्री अपने स्वार्थ के लिए कोई भी कदम उठा सकती है।
*यदि व्यक्ति के हाथ में गहरी और स्पष्ट हृदय रेखा हो जो कि तर्जनी, मध्यमा, गुरु या शुक्र पर्वत पर खत्म हो रही हो तो जातक जीवन में अपार सफलता हासिल होती है और प्रेम संबंधों में कामयाबी मिलती है।
*यदि यह रेखा बहुत अधिक लम्बी हो जाये तो यह रेखा हथेली के दोनों किनारों तक पहुँच जाती है ऐसे में व्यक्ति अपने के ऊपर निर्भर करने वाला होता है।
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*यदि हथेली में हृदय रेखा का आरंभ गुरु और शनि पर्वत के बीच से होता है उनमें कामुकता प्रबल होती है। ऐसे लोग किसी से भी प्रेम का इजहार जल्द ही कर देते हैं लेकिन इनसे प्रेम में सच्चाई कम वासना अधिक होती है।
*यदि ये रेखा जंजीरनुमा होकर शनि और गुरु पर्वत के बीच से शुरू हो रही हो और साथ ही शुक्र पर्वत अधिक उभरा हुआ हो तो व्यक्ति का चरित्र संतुलित नहीं रह पाता है। ऐसे लोग विपरीत लिंग के व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करने लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसे लोग अधिक शक करने की आदत से वैवाहिक जीवन में भी परेशानी उठाते हैं।
*यदि किसी व्यक्ति के हाथ में हृदय रेखा का अंत तर्जनी या मध्यमा के मूल यानि नीचे की तरफ झुका हो उनपर प्यार के मामलों में भरोसा नहीं करना चाहिए। ऐसे पुरुष या स्त्री कामुक और बेवफाई के भावों से युक्त होते हैं।