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भोलेनाथ होंगे प्रसन्न: भक्त करें ये उपाय, महाशिवरात्रि पर मिलेगा महादेव का आशीर्वाद
मान्यता है कि महाशिवरात्रि व्रत नियमों का पालन करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी।
नीलमणि लाल (Neelami Lal)
लखनऊः महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पू्र्ण होती हैं। मान्यता है कि महाशिवरात्रि व्रत नियमों का पालन करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। हर वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन शिवशंकर की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। शिव पुराण के अनुसार, भोलेशेकर को प्रसन्न करना बेहद आसान होता है। इनके लिए किसी भी विशेष पूजा की जरूरत नहीं होती है। उन्हें बेलपत्र और जल शिवलिंग पर अर्पित कर प्रसन्न किया जा सकता है।
महाशिवरात्रि की पूजा का शुभ मुहूर्त
निशीथ काल पूजा मुहूर्त : 24:06:41 से 24:55:14 तक।
अवधि :0 घंटे 48 मिनट।
महाशिवरात्रि पारणा मुहूर्त :06:36:06 से 15:04:32 तक।
शिवरात्रि का व्रत नियम
- महाशिवरात्रि के दिन चावल, गेहूं आदि से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए।
- महाशिवरात्रि के दिन बेसन, मैदा आदि से बनी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले व्रती को दिन में नहीं सोना चाहिए। मान्यता है कि दिन में सोने से व्रत का फल नहीं मिलता है।
- वाद-विवाद से बचना चाहिए।
- कटु शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- चाय, फल और दूध आदि का सेवन किया जा सकता है।
- साबुदाने की खिचड़ी का सेवन किया जा सकता है।
भगवान शिव की पूजा विधि
- मिट्टी या तांबे के लोटे में पानी या दूध भरकर ऊपर से बेलपत्र, आक-धतूरे के फूल, चावल आदि जालकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- महाशिवरात्रि के दिन शिवपुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र या शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप करना चाहिए। साथ ही महाशिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण का भी विधान है।
- शास्त्रों के अनुसार, महाशिवरात्रि का पूजा निशील काल में करना उत्तम माना गया है। हालांकि भक्त अपनी सुविधानुसार भी भगवान शिव की पूजा कर सकते हैं।
भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय
शिवजी को बेलपत्र बेहद प्रिय हैं। माना जाता है कि अगर शिवजी को बेलपत्र चढ़ाएं जाएं तो उनका वैवाहिक जीवन बेहद सुखमय गुजरता है। लेकिन बेलपत्र फटा नहीं होना चाहिए। शिव पुराण के अनुसार, महाशिवरात्रि की ही नहीं बल्कि हर दिन शिवलिंग पर जल से अभिषेक करना चाहिए। इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से शारीरिक व मानसिक कष्ट दूर होते हैं।
शिव जी को धतूरे बेहद पसंद है। माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन धतूरा अर्पित करने से व्यक्ति के मन के विचारों से कड़वाहट दूर होती है। शिव जी को अगर इस दिन आक का फूल, बेर और भांग भी चढ़ाई जाए तो शुभ होती है।
महाशिवरात्रि के दिन शिव जी को अक्षत् जरूर अर्पित करने चाहिए। ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न हो जाते हैं। मान्यता है कि शिव जी की पूजा पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुंह कर ही करनी चाहिए।
अपनी राशि के अनुसार करें उपाय
मेष राशि : इस राशि के जातकों को शिवजी का गुड़ के जल से अभिषेक करें और महादेव को लाल पेड़ा, लाल चंदन और कनेर का फूल अर्पित करें। इस उपाय को करने से आपके ऊपर भगवान शिव जी की कृपा बरसेगी।
वृष राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए दही से शिवजी का अभिषेक करें और उन्हें शक्कर, चावल, सफेद चंदन और सफेद फूल चढ़ाएं।
मिथुन राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आप गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करें और उन्हें मूंग और कुश चढ़ाएं।
कर्क राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिवजी को मनाने के लिए शुद्ध घी से उनका अभिषेक करें और चावल, कच्चा दूध, सफेद आर्क और शंख पुष्पी अर्पित करें।
सिंह राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का गुड़ के जल से अभिषेक करें। साथ ही गुड़ और चावल से बनी खीर का नैवेद्य तथा मदार के फूल अर्पित करें।
कन्या राशि : महाशिवरात्रि पर शिवजी को प्रसन्न करने के लिए आप गन्ने के रस से शिवजी का अभिषेक करें। साथ ही उन्हें भांग, दूब, मूंग और पान अर्पण करें।
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तुला राशि : महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को सुगंधित तेल या इत्र अर्पित करें। साथ ही उन्हें दही, शहद, श्रीखंड का नैवेद्य और सफेल फूल चढ़ाएं। इस उपाय से आपकी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
वृश्चिक राशि : भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक करें। साथ ही उन्हें लाल रंग की मिठाई और लाल पुष्प चढ़ाएं।
धनु राशि : इस राशि के जातकों को महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का हल्दीयुक्त दूघ से अभिषेक करें। साथ ही केसर, बेसन से बनी मिठाई और गेंदे के फूल चढ़ाएं।
मकर राशि : भगवान शिव का नारियल पानी से अभिषेक करें और उड़द से बनी मिठाई तथा नीलकमल के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आपकी परेशानियां कम होंगी।
कुंभ राशि : इस राशि के जातकों को शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का तिल के तेल से अभिषेक करें और उन्हें उड़द से बनी मिठाई और शमी के फूल चढ़ाएं।
मीन राशि : भगवान शिव का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करें और उन्हें दही-चावल का नैवेद्य, पीली सरसों तथा नाग केसर अर्पित करें। यह उपाय आपको कामयाबी दिलाएगा।