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Kharmas 2020: जानिए कब से शुरू हो रहा खरमास, शुभ कार्य हो जाएंगे बंद

खरमास का समापन मकर संक्रांति पर होगा। हिंदू धर्म के पंचांग अनुसार,14/15 जनवरी मनाया जाएगा। मकर संक्रांति का विशेष धार्मिक महत्वपूर्ण माना गया हैं। मकर संक्रांति को खिचड़ी भी कहते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार सूर्य देव की गति खरमास के दौरान धीमी पड़ने लगती है। खरमास को सौर मास भी कहा जाता है।

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Published on: 6 Dec 2020 10:20 AM GMT
Kharmas 2020: जानिए कब से शुरू हो रहा खरमास, शुभ कार्य हो जाएंगे बंद
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Kharmas 2020: जानिए कब से शुरू हो रहा खरमास, शुभ कार्य हो जाएंगे बंद

लखनऊः पंचांग के अनुसार खरमास 15 दिसंबर से शुरू हो रहा है। जब सूर्य राशि परिवर्तन करते समय गुरु की राशि धनु या मीन में गोचर करते हैं, तभी खरमास लगता है। खरमास मकर संक्रांति यानी 14/15 जनवरी 2020 को खत्म होगा। इसे धनु संक्रांति भी कहा जाता है। हिंदू धर्म के मान्यता के अनुसार खरमास में शुभ या विशेष कार्य नहीं किए जाते हैं। खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक और पवित्र कार्य नहीं करने चाहिए। पौष माह को खरमास का महीना माना गया है।

खरमास माह में नहीं होंगे मांगलिक और शुभ कार्य

पौष माह को खरमास का महीना माना गया है। खरमास के महीना में नई चीजों की खरीदारी नहीं की जाती हैं जैसे में. वाहन, मकान, दुकान, कीमती आभूषण या मंहगे गैजेट्स आदि। अगर आपको खरीदारी करनी हैं तो 15 दिसंबर से पहले खरीद लें। क्योंकि इसके बाद इन कार्यों के लिए 15 दिसंबर के बाद शुभ मुहूर्त नहीं है। खरमास के महीना भले ही मांगलिक और पवित्र कार्य नहीं कर सकतें हैं। लेकिन यह माह भगवान की पूजा-अर्चना और मंदिर दर्शन और तीर्थ यात्रा के लिए बेहतर माना गया है। खरमास माह में इस दौरान भगवान श्रीकृष्ण की उपासना और सूर्य देव की पूजा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है। इस मास में पड़ने वाली एकादशी पर व्रत रखने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। खरमास के महीने में पवित्र नदी में रोज नहाने से कई प्रकार के रोगों से छुटकारा मिलता हैं।

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मकर संक्रांति से शुरू होंगे शुभ काम

खरमास का समापन मकर संक्रांति पर होगा। हिंदू धर्म के पंचांग अनुसार,14/15 जनवरी मनाया जाएगा। मकर संक्रांति का विशेष धार्मिक महत्वपूर्ण माना गया हैं। मकर संक्रांति को खिचड़ी भी कहते हैं। पौराणिक कथा के अनुसार सूर्य देव की गति खरमास के दौरान धीमी पड़ने लगती है। खरमास को सौर मास भी कहा जाता है। मकर संक्रांति की हिंदू धर्म में काफी मान्यता हैं ऐसा इसलिए क्योंकि मकर संक्रांति की शुरुआत से ही रुके हुए सभी मांगलिक कार्य फिर से शुरू हो जाएंगे।

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