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मस्तक रेखा के राज: बुध-शुक्र रेखा हो ऐसी तो जातक जाएगा विदेश, जानें और भी बात
लखनऊ: केवल हाथों की रेखाएं ही व्यक्ति के जीवन का संकेत नहीं देती बल्कि माथे की रेखाओं से भी भविष्य के बहुत से संकेत मिलते हैं। हाथों की तरह ही माथे की रेखाएं भी भूत, भविष्य और वर्तमान बताती हैं। वैसे ही किसी भी जातक के चेहरे मात्र को देखने से यह पता लगाया जा सकता है कि वह कितना भाग्यशाली है। समुद्रशास्त्र में चेहरे के बनावट देखकर उनके मन के अदंर के छिपे राज भी पता चलते है।जानिए मस्तक पर मौजूद रेखा और उनसे मिलने वाले संकेतों के बारे में।
देश-विदेश में घूमने के शौकीन
बुध रेखा से नीचे केवल मध्य भाग में शुक्र रेखा का स्थान होता है। बुध रेखा छोटे आकार की होती है। शुक्र रेखा अच्छे स्वास्थ्य, भ्रमण को पसंद करने वाला, आकर्षक और सम्मोहक व्यक्तित्व का संकेत देती है। विकसित माथे पर यदि शुक्र रेखा साफ ढंग से दिखाई दे तो ऐसा व्यक्ति आशा, उत्साह और स्फूर्ति से भरा हुआ होता है। ऐसा व्यक्ति देश-विदेश में घूमने का बहुत शौकीन होता है।
सुख-समृद्धि का प्रतीक
यह रेखा व्यक्ति की दाईं आंख की भौंह के ऊपर होती है। यह रेखा भी अधिक लंबी नहीं होती और सिर्फ आंख तक सीमित होती है। सूर्य रेखा प्रतिभा, सफलता, यश और सुख-समृद्धि का प्रतीक होती है। अच्छी सूर्य रेखा वाले लोग गणितज्ञ और अच्छे नेता होते हैं। इनमें दूसरों को प्रभावित करने की अदभुत क्षमता होती है।
व्यक्ति कला प्रेमी
माथे पर चंद्र रेखा बाईं आंख की भौंह के ऊपर रहती है। यदि चंद्र रेखा सरल, सीधी और साफ हो तो व्यक्ति कला प्रेमी, कुशाग्र बुद्धि वाला, कल्पनाशील और एकांत को पंसद करने वाला होता है। इस तरह की रेखा वाले लोग चित्रकला, संगीत और गायन में नाम कमाते हैं। चंद्र रेखा वाले लोग आध्यात्मिक भी होते हैं।
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बेहद गंभीर स्वभाव
शनि रेखा माथे में सबसे ऊपर होता है। यह रेखा अधिक लंबी नहीं होती और माथे के मध्य भाग में ही दिखाई देती है। इस रेखा के आसपास का हिस्सा भी शनि ग्रह से प्रभावित होता है। जिन लोगों के माथे पर यह रेखा साफ दिखाई देती है, वह बेहद गंभीर स्वभाव का होता है। यदि उठे हुए माथे पर शनि रेखा हो तो ऐसे लोग रहस्यमयी, गंभीर और अहंकारी स्वभाव के होते हैं।
विश्वसनीय
शनि रेखा से नीचे माथे पर गुरु रेखा होता है। यह रेखा शनि रेखा से थोड़ी लंबी होती है। यह रेखा पढ़ाई, आध्यात्म और इतिहास के बारे में महत्वाकांक्षा का सूचक होती है। जिन लोगों के माथे पर गुरु रेखा साफ और लंबी हो वह आत्मविश्वासी और अपनी बातों पर दृढ़ होता है। इन लोगों पर आंख बंद करके भरोसा किया जा सकता है।
स्वाभिमानी, साहसी, धार्मिक प्रवृत्ति
माथे के बीच में कुछ ऊपर और गुरु रेखा के नीचे मंगल रेखा होती है। यदि सपाट या पूरी तरह से विकसित माथे पर मंगल रेखा शुभ गुणों के साथ हो और व्यक्ति के कनपटी से ऊपर के स्थान थोड़े उठे हुए हों तो ऐसा व्यक्ति स्वाभिमानी, साहसी, धार्मिक प्रवृत्ति वाला और क्रिएटिव होता है। ऐसे लोग सेना, पुलिस और प्रशासन में उच्च अधिकारी बनते हैं। गुस्से में वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।
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दूसरों को पहचाने की क्षमता
यह रेखा माथे के बीचोबीच होती है। बुध रेखा लंबी होती है और विशेष स्थितियों में व्यक्ति की दोनों कनपटियों के किनारों केा स्पर्श करती दिखती है। बुध रेखा मैमोरी, ज्ञान और ईमानदारी का संकेत देती है। यदि यह रेखा शुभ हो तो व्यक्ति कलात्मक प्रकृत्ति का होता है। ऐसे लोगों में दूसरों को पहचाने की क्षमता होती है।