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Ravivaar Mantra Upay in Hindi: सूर्य की कृपा चाहिए तो रविवार को कौन सा उपाय करें और क्या काम नहीं करें जानिए
Ravivaar Mantra Upay in Hindi: रविवार का मंत्रा 28 मई 2023: रविवार को सूर्य की पूजा का दिन है। इस दिन भगवान सूर्य की कृपा पाने के लिए कुछ उपाय करने चाहिए और कुछ कामों से परहेज करके जीवन को सफल बनाना चाहिए...
Ravivaar Mantra Upay in Hindi: रविवार का दिन सूर्य को समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। ऐसा करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। सूर्य सफलता, आत्मविश्वास, यश, सेहत देने वाले ग्रह हैं। यदि सूर्य की कृपा हो तो जातक करियर-कारोबार में खूब सफलता पाता है। ऐसा जातक राजनीति में खूब नाम कमाता है। उसमें नेतृत्व क्षमता अच्छी होती है। इसलिए रविवार के दिन ऐसे काम करने चाहिए जो सूर्य को प्रसन्न करें। वहीं उन कामों से बचना चाहिए जो सूर्य को नाराज करें। जानते हैं कि रविवार को क्या काम नहीं करना चाहिए
रविवार को करें ये सारे काम
हिन्दू धर्म के अनुसार रविवार भगवान विष्णु और सूर्यदेव का दिन भी है। इस दिन उन्हीं की आराधना करना चाहिए। रविवार को गायत्री मंत्र है। इस दिन इसी मंत्र से आराधना करना चाहिए या इस मंत्र को कम से कम 108 बार जपना चाहिए। प्राचीन काल में कई लोग सूर्य के उपासक रहे है जैसे सुग्रीव का भाई बाली, मयदानव, अंजनी पुत्र हनुमानजी, श्रीराम, कुंती पुत्र कर्ण, वराहमिहिर आदि। प्राचीन काल में सूर्य उपासना का बहुत महत्व था।
सूर्य की कृपा पाने के लिए पूरे एक साल 30 रविवार और 12 रविवार को करना चाहिए। रविवार का व्रत करने व कथा सुनने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मान-सम्मान, धन-यश तथा उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति और शत्रुओं से सुरक्षा के लिए रविवार का व्रत सर्वश्रेष्ठ है।
रविवार के दिन सूर्य को अर्घ्य देने के कई लाभ हैं। कहते हैं कि सुबह के सूर्य की आराधना से सेहत बनती है, रोग मिटते हैं, दोपहर की सूर्य आराधना से नाम और यश बढ़ता है और शाम के समय की आराधना से जीवन में संपन्नता आती है। माना जाता है कि सुबह के समय सूर्य को जल चढ़ाते समय इन किरणों के प्रभाव से रंग संतुलित हो जाते हैं और साथ ही साथ शरीर में प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ती है।
रविवार को न करें ये काम
- रविवार को एक समय व्रत रखकर उत्तम भोजन या पकवान बनाकर खाना चाहिए जिससे शरीर को भरपुर ऊर्जा मिलती है। भोजन में नमक का उपयोग उपर से ना करें और सूर्यास्त के बाद नमक ना खाएं। इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और हर कार्य में बाधा आती है। खासकर लोग इस दिन चावल में दूध और गुड़ मिलाकर खाते हैं जिससे सूर्य के बुरे प्रभाव दूर होते हैं। इस दिन पूर्व, उत्तर और अग्निकोण में यात्रा कर सकते हैं। इस दिन पश्चिम और वायव्य दिशा में यात्रा न करें।
- इस दिन गेहूं और गुड़ को लाल कपड़े में बांधकर दान करें। सूर्य को उच्च करने के लिए बहते जल में गुड़ और चावल प्रवाहित करें।
- घर में सुख-शांति के लिए मिट्टी का लाल रंग का बंदर, जिसके हाथ खुले हो़, घर में सूर्य तरफ पीठ करके रखें, ऐसा रविवार को करें।
- रविवार को ही बाल कटाते हैं परंतु मान्यता है कि इस दिन बाल कटाने से सूर्य कमजोर होता है। इस दिन तेल मालिश भी नहीं करते हैं क्योंकि यह सूर्य का दिन होता है और तेल शनि का होता है।
- रविवार तांबे से निर्मित चीजों को बेचने से बचना चाहिए। इस दिन सोना, तांबा खरीद सकते हैं या धारण कर सकते हैं। इस दिन अग्नि या बिजली के सामान भी खरीद सकते हैं।
- रविवार दिन में सहवास करना और इस दिन मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन शनि से संबंधित पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- रविवार के दिन कभी भी नीले, काले, ग्रे कलर के कपड़े नहीं पहनें. इन रंगों का संबंध शनि से है और सूर्य-शनि शत्रु ग्रह हैं. लिहाजा रविवार को काले-नीले कपड़े पहनना सूर्य को नाराज करता है। साथ ही जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है। इस दिन नारंगी, लाल, पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है
- रविवार के दिन तांबा ना बेचें। ना ही तांबे से बनी वस्तु बेचें।तांबे का संबंध सूर्य से है, रविवार को तांबा बेचने से सूर्य कमजोर होता है।
- रविवार के दिन नॉनवेज नहीं खाना चाहिए, ना ही किसी तरह का नशा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य कमजोर होता है, साथ ही शनि भी बुरा फल देते हैं।
- रविवार के दिन पश्चिम दिशा की ओर यात्रा नहीं करना चाहिए। इस दिन यदि यात्रा करना भी पड़े तो घी या पान खाकर यात्रा पर निकलें। साथ ही पहले 5 कदम पूर्व दिशा की ओर चलें, फिर पीछे लौटें और इसके बाद पश्चिम दिशा की ओर निकलें।
- यदि घर का निर्माण कर रहे हैं तो गृह निर्माण की चीजें भी रविवार को ना खरीदें। इससे काम में देरी होती है, अड़चनें आती हैं।
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