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सात जन्मों का बंधन, कहीं 7 पल में न टूट जाए, इन वास्तु टिप्स को आजमाएं

वहीं रिश्तों में होता है। खासकर  पति-पत्नी के बीच के रिश्तों में ज्यादा।कुत्ते-बिल्लीयों की तरह लड़ने वाले पति-पत्नी में जितना प्यार होता है उतना ही तकरार भी।लेकिन ये छोटे-मोटे मतभेद आगे जाकर अलगाव की वजह भी बनते हैं

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 12 Sept 2020 11:30 AM IST
सात जन्मों का बंधन, कहीं 7 पल में न टूट जाए, इन वास्तु टिप्स को आजमाएं
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इन नकारात्मक प्रभावों से बचने और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए कुछ वास्तु टिप्स है  जिसे आप माने चाहे न माने, लेकिन शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाने में इनका बहुत बड़ा योगदान होता है। जानते हैं...

लखनऊ: हर कोई चाहता है कि उसकी शादीशुदा जिंदगी बड़े ही प्‍यार और मजे से कटे। लेकिन ये भी सच है कि जहां दो लोग होंगे वहीं खटपट और तनाव होना स्वभाविक है। कहते है ना दो बर्तन साथ भी रहते हैं और खनकते भी है। वहीं रिश्तों में होता है। खासकर पति-पत्नी के बीच के रिश्तों में ज्यादा।कुत्ते-बिल्लीयों की तरह लड़ने वाले पति-पत्नी में जितना प्यार होता है उतना ही तकरार भी।लेकिन ये छोटे-मोटे मतभेद आगे जाकर अलगाव की वजह भी बनते हैं , तब यह चिंता का विषय बन जाता है इसका असर पति-पत्नी के साथ बच्चों पर भी पड़़ता है। इन नकारात्मक प्रभावों से बचने और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए कुछ वास्तु टिप्स है जिसे आप माने चाहे न माने, लेकिन शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाने में इनका बहुत बड़ा योगदान होता है। जानते हैं...

रिश्‍तों की मधुरता बरकरार

*वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार नव विवाहित जोड़े के लिए बेडरूम की व्यवस्था भी उत्तरी वायव्य दिशा में ही होनी चाहिए। है। यह पति-पत्नी के बीच में रिश्‍तों की मधुरता लाता है। बेहतर वैवाहिक जीवन के लिए उत्तरी वायव्य दिशा का वास्तु सम्मत है। इसे हमेशा साफ और स्वच्छ बनाये रखें।

*उत्तरी वायव्य में बना बेडरूम नए शादीशुदा जोड़ों के लिए बहुत अच्छा होता है, वहीं अगर लम्बे समय तक रहने के लिए बेडरूम का चुनाव करना हो या फिर घर के मुखिया है तो आपके बेडरूम के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा अधिक बेहतर है। यह जीवन को स्थिरता प्रदान करने के साथ ही रिश्तों को मजबूत बनाता है।

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relationship सोशल मीडिया से

बेड का आकार तय करेगा प्यार

* जिस बेड का पति-पत्नी इस्तेमाल करते हैं उसके लिए इस बात का ध्यान रखे कि बेड का आकार वर्गाकार हो और यह लकड़ी का बना हो। इसके अतिरिक्त इसका डिजाइन बहुत पेचीदा और अजीब नहीं होना चाहिए। इससे सोते समय मानसिक रूप से असुविधाजनक महसूस होता है। कमरे में बेड की व्यवस्था इस प्रकार करें कि सोते वक्त आपका सिर दक्षिण या पश्चिम दिशा की रहे।

*वैवाहिक जिंदगी में किसी भी प्रकार के तनाव से बचने के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा में बेडरूम ना बनाये। और अगर यहां पर पहले से ही बेडरूम बना हुआ है तो शादीशुदा लोग उसका उपयोग न करें।

इन चीजों से भी संबंधों में होगा तनाव

*शादी और परिवार से जुडी तस्वीरें, फोटो एलबम्स इत्यादि को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। ऐसा करने से पति-पत्नी के बीच एक-दूसरे के प्रति अच्छी समझ देखने को मिलती है और परिवार में सौहार्द का माहौल बना रहता है।

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fight सोशल मीडिया से

* जिस बेडरूम में आप खुशहाल जीवन की शुरूआत करने जा रहे हैं उसकी दीवारों और फर्नीचर के लिए हल्के रंगों का ही प्रयोग करें। कमरे को अनावश्यक सामानों से न भरे। किचन का निर्माण उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं करें। यहां पर निर्मित किचन पति-पत्नी के बीच संबंधों को ख़राब करता है। किचन का निर्माण दक्षिण-पूर्व दिशा में करना सर्वोत्तम है।

तो इन वास्तु सम्मत छोटी-छोटी बातों का ख्याल अगर हर पति-पत्नी रखें तो कभी उनके रिश्तों में खटास या अलगाव का पल नहीं आएगा। और सात जन्मों के बंधन को प्यार से हल्कीफुल्की नोंकझोंक से निभाते चले जाएंगे।



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Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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