राशि के अनुसार करें पूजा, धारण करें रत्न, होगा भाग्योदय के साथ चमत्कार

लग्न व राशि के अनुसार जानिए किस देवी-देवता की पूजा करें और कौन सा रत्न धारण करें।  पं. सागरजी महाराज के अनुसार पढ़ें राशि के अनुसार किस भगवान की पूजा करनी चाहिए।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 30 July 2020 2:24 AM GMT
राशि के अनुसार करें पूजा, धारण करें रत्न, होगा भाग्योदय के साथ चमत्कार
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जयपुर: लग्न व राशि के अनुसार जानिए किस देवी-देवता की पूजा करें और कौन सा रत्न धारण करें। पं. सागरजी महाराज के अनुसार पढ़ें राशि के अनुसार किस भगवान की पूजा करनी चाहिए।

मेष: आपको सूर्य भगवान की आराधना करनी चाहिए, सुबह सूर्य उदय के दो घण्टे के अंदर सूर्य को जल दें, जल देने की भी एक क्रिया है, सही समय पर सही तरह से दिया गया जल ही मान्य है, साथ ही आदित्य हृदय स्रोत्र का पाठ करें, एक बार में तीन बार करने से ही फल मिलता है, यह पाठ पूर्व की तरफ मुहं कर बैठ कर करते हैं, फिर तांबे के लोटे से जल देते हैं, सूर्य देव को अपना इष्ट समझ कर उनकी पूजा आराधना करें, जिससे आपको सरकारी नौकरी, मान प्रतिष्ठा मिलती है । साथ में ही जीवन में आई परेशानी से आसानी से लड़ सकते हैं। आप रत्न माणिकय व मोती या पुखराज पहन सकते हैं।

वृष: आपको गणेश जी की पूजा आराधना करनी चाहिए, जिससे आपको बुद्धि मिलती है, सभी विघ्न हरते हैं गणेश जी। उनकी पूजा में आप उनको दुर्वा चढ़ाएं। साथ ही हरे रंग के कपड़े भेंट करें और हरे मूंग की दाल दें, इससे आपका बुध ग्रह भी ठीक होगा। गणेश जी को तुलसी चढ़ाना वर्जित है, उनको मोदक बहुत पसंद है। अपने हाथों से घर मे मोदक बनाए, फिर भोग लगा कर सबको प्रसाद दें। उनकी आराधना करने के लिए आपको उनकी स्तुति, चालिसा, संकट नाशक स्रोत व उनके मंत्रों का जाप करें। ये आराधना उत्तर कि तरफ मुख कर करनी चाहिए। जिससे आपको धन, बुद्धि, वैभव, अच्छा स्वास्थ्य, शुद्ध वाणी, लेखन, कर्ज से मुक्ति, व सारे विघ्न खत्म हो जाते है। आपको पन्ना, नीलम या हीरा पहन सकते हैं।

मिथुन: आपको दुर्गा मां व लक्ष्मी जी की पूजा आराधना करनी चाहिए। जिसमे आपको विश्वास हो उन्ही की आराधना करें। दुर्गा मां के लिए आपको दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, साथ में हर शुक्रवार को 10 साल तक की छोटी कन्या को कंजक दें, फिर उनका आशीर्वाद लें। जब साल में दो बार नवरात्रि आते हैं, तब पूरी विधि विधान से पूजा आराधना व व्रत करें। मां लक्ष्मी की आराधना के लिए आप स्तुति, चालिसा व मंत्रों को विधि विधान से पढ़ने से मां की कृपा होती है। जिससे आपको धन सुख सम्पति आकर्षण मिलता है, साथ में मानसिक क्लेश भी खत्म होते हैं, जिनका विवाह नहीं हो रहा या विवाहित जीवन सुखी नहीं है, उनको इनकी आराधना करनी चाहिए, आपको पन्ना, हीरा पहनना चाहिए।

कर्क: आपको हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए, आपकी किस्मत देखो हनुमान जी को तो साक्षात धरती पर रहने का राम जी ने आदेश दिया हुआ है। चिरंजीवी है, हमारे बजरंग बली, इनकी आराधना करने से सारे कष्ट खत्म हो जाते है, अगर विश्वास पुजा की जाए। इनकी आराधना के लिए आपको सुंदर कांड का पाठ, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण पाठ चमेली के तेल की जोत जला कर करना चाहिए। हर मंगलवार को चोला चढ़ा कर केले बांटे। साथ में ही बंदरों को गुड़ चने दें। लोग कहते हैं कि औरतों को हनुमान जी की आराधना नहीं करनी चाहिए। ऐसा नहीं है, हम सब उनकी पूजा आराधना कर सकते हैं। इनका सिंदूर माथे पर लगाने से सौभाग्य बढ़ता है, साथ में पति की मंगल कामना भी करें। जिनको मुकदमों में जीत चाहिए। वह भी हनुमान जी की आराधना करें और रोज़ माथे पर तिलक करें। आप मोती, माणिकय, मूंगा, पुखराज पहनना चाहिए।

सिंह: आपको भगवान विष्णु जी की आराधना करनी चाहिए। इसमें आप राम जी की या कृष्ण जी की आराधना करनी चाहिए । आपको सूर्य को नियमित जल देना चाहिए। राम जी की आराधना के लिए आपको राम रक्षा स्रोत का पाठ करना चाहिए, और रामायण का अखण्ड पाठ भी करवाना चाहिए। जिससे राम जी की कृपा बनी रहे। कृष्ण जी की आराधना के लिए आपको गीता का पाठ, सुखसागर, नारायण कवच करना चाहिए और मंत्रो का जाप भी करना चाहिए। संतान न होने पर या संतान पर कोई परेशानी हो सब ठीक हो जाता हे, साथ में घर में तुलसी जरुर लगाए उनकी आराधना भी करें। आपको माणिक्य, पन्ना, मूंगा पहनना चाहिए।

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कन्या: आपको शंकर भगवान की आराधना करनी चाहिए, जो भोले है हर तरह से खुश हो जाते हैं, भोलेनाथ जो है वो। फिर भी आपको रोज शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए, उनको सफेद फूल, बेल पत्र, धतूरे व भांग चढ़ानी चाहिए। सोमवार को किसी बुजुर्ग औरत को दूध दें, और शिव चालीसा, स्रोत्र, मंत्रों में महामृत्युंजय का जाप करें। आपकी सभी परेशानी दूर होगी, व बीमारियों, कष्टों से राहत मिलती है, आपको रुद्राक्ष भी पहनना चाहिए। आपको पन्ना, हीरा, नीलम पहनना चाहिए।

तुला: आपको भी शंकर जी की आराधना करनी चाहिए,आपको घर में पारद का शिवलिंग रखना चाहिए और उनकी नियमत पूजा आराधना करनी चाहिए, भगवान को आशुतोष भी कहा जाता है जो बिल्व पत्र से ही खुश हो जाते हैं, शिव पुरान में लिखा है जो इनको तीन दलों से युक्त बिल्व पत्र चढ़ाते हैं, उनके तीन जन्मों के पापों का नाश हो जाता है, पर विश्वास से करना चाहिए। त्रिगुणात्मक शिव की कृपा भौतिक संसाधनों से युक्त होती है, सावन मास में यह करने से बहुत जल्दी फल मिलता है, शिवजी को केतकी व केवड़े का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। कुमकुम, रोली, हल्दी भी नहीं लगाई जाती, तुलसी दल व नरियल पानी भी न चढ़ाए, इनको चंदन बहुत पसंद है। आपको नीलम,पन्ना, मोती पहनना चाहिए।

वृश्चिक: आपको विष्णु जी के अवतार राम जी या कृष्ण जी की आराधना करनी चाहिए, राम जी की आराधना ज्यादा फल देगी। आपको, राम रक्षा स्रोत्र, विष्णु सह्स्त्रनाम का पाठ तीन बार करना चाहिए । जिससे आपके जीवन की सारी कमी दुर हो जाती है, साथ मे शारिरिक परेशानी व कर्ज से निजात मिलता है, जो बच्चे पढ़ते नहीं है, और जिनके काम बनते-बनते बिगड़ जाते है, उनको यह पाठ करना चाहिए, घर मे रामायण का पाठ पूरे परिवार सहित पढ़ना चाहिए, जिससे आपस मे प्यार बढ़ता है, व परेशानी दूर होती है, आपको पुखराज, मोती, माणिक्य पहनने से लाभ मिलता है।

धनु: आपको हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए, भगवान राम भक्त हनुमान की आराधना करने से जीवन के सारे कष्ट मिट जाते हैं । माना जाता है, कि इनकी आराधना करने से ये जल्दी प्रसन्न होते हैं, आप सोचते हैं कि हमारा जीवन इतनी परेशानी व कठिनाइयों से भरा है, तो निजात पाने के लिए करिए इनकी उपासना और पाइए निजात। इनके मंत्रों का जाप करें और सुंदर कांड का पाठ करें, हनुमान अष्टक, हनुमान बाहु, का नियमित रुप से पाठ करने से आपको इनकी पूजा का फल मिलेगा। परिवार के साथ मिल कर सुंदर कांड का पाठ करने से घर मे सुख शांति आती है। आपको पुखराज, मूंगा, मोती, माणिक्य पहनना चाहिए।

मकर: आपको दुर्गा जी की आराधना करनी चाहिए, काली स्वरुप की पूजा करने से अधिक फल मिलता है, आपको हर शुक्रवार को दस साल की कन्या को कंजक देनी चाहिए, और काली मां के मंदिर जाकर गुलाब के फूल व गुलाब जामुन का भोग लगाए, साथ में नारियल की भेंट भी चढ़ाएं, काली चालीसा व स्रोत्र पढ़ें, दुर्गा सप्तशती का पाठ करें, जिसमे अर्गलास्रोत्र का पाठ अवश्य करें, हर अष्टमी को कन्या को घर बुला कर हलवा पूरी खिलाए। मां को लौंग, इलायची, का भोग लगा कर कपूर की आरती करें,माता की आराधना पूर्व की ओर मुख करके लाल आसन बिछा कर करें। आपको नीलम, हीरा, पन्ना पहनना चाहिए।

कुम्भ: आपको गणेश जी की आराधना करनी चाहिए, चालीसा, गणेश गजेंद्र मोक्ष का पाठ और नियमित रुप से मंत्रों का जाप करना चाहिए, बैठी हुई मूर्ति की आराधना करें। साथ ही आपका मुख उत्तर की ओर होना चाहिए, मोदक का भोग लगाए। साथ में दुर्वा भी चढ़ानी चाहिए । घर में कभी तीन मूर्ति न रखें, तीन बार परिक्रमा करनी चाहिए, भगवान गजानन बुद्धि के दाता है, इनकी आराधना करने से पढ़ाई में बहुत अच्छे नम्बर आते हैं, याद किया हुआ कभी नहीं भुलते, यादाश्त भी अच्छी होती है, आपको हीरा, पुखराज, नीलम पहनना चाहिए।

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मीन: आपको शिव जी की आराधना करनी चाहिए, साथ ही चंद्रमा की विशेष रुप से पूजा करनी चाहिए, सोमवार को मां सामान गरीब औरत को दूध दें, खीर का भोग पूर्णिमा को लगा कर खुद भी खाए। मां को भी खिलाएं, चांदी की चैन गले में जरुर पहने, नियमित रुप से शिव चालीसा, स्रोत्र, शिव पुराण का पाठ करें, नियमित रुप से शिवलिंग पर जल चढ़ाए व शिव और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें, जिससे मानसिक परेशानी से निजात मिलती है और घर में सुख शांति के साथ परिवार में प्रेम रहता हैं। इनकी आराधना करने से सभी कष्ट दूर होते हैं, भगवान की हम पर कृपा बनी रहती है, आपको पुखराज, मोती, मूंगा पहनना चाहिए।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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