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Tesla Electric Car: टेस्ला भारत में बनाएगी अपनी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार, जानिए डिटेल

Tesla Electric Car in India: मात्र 20 लाख रुपए में टेस्ला कार के भारत में बिक्री के फैसले के बाद अब पंचशील बिजनेस पार्क पुणे में 5850 स्क्वायर फीट जगह पर होगा इसका उत्पादन, टेस्ला भारत में बनाएगी अपनी सबसे सस्तीइलेक्ट्रिक कार, जानिए डिटेल

Jyotsna Singh
Published on: 6 Aug 2023 7:44 AM IST
Tesla Electric Car: टेस्ला भारत में बनाएगी अपनी सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार, जानिए डिटेल
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Tesla Manufacturing in India (Photo: Social Media)

Tesla Electric Car in India: काफी लंबे समय से भारत में टेस्ला कार के निर्माण पर चल रही चर्चा अब अपने अंतिम चरण तक पहुंच चुकी है। अमेरिका में हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी और टेस्ला के मालिक एलन मस्क की मुलाकात के बाद ही ये तय हो गया था कि जल्द ही किफायती कीमत पर टेस्ला की कारें भारत में लॉन्च होंगी। इसी के साथ टेस्ला कारों का एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भी यहां स्थापित किया जाएगा।रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार इस योजना को सफल बनाने के लिए टेस्ला के प्रतिनिधि इस महीने भारत के वाणिज्य मंत्री से मिलकर टेस्ला कार के कारखाने के निर्माण की योजना पर तेज़ी से काम करने व चर्चा करने के लिए आगे हाथ बढ़ाया है।

इस मामले की प्रत्यक्ष जानकारी के अनुसार टेस्ला ने भारत में एक फैक्ट्री बनाने में दिलचस्पी दिखाई है । जो स्थानीय बाजार और निर्यात के लिए कम लागत वाले इलेक्ट्रिक वाहन का उत्पादन करेगी। इस कार की कीमत की बात करें तो कंपनी के मुताबिक यह एक ऑल-न्यू 24,000 डॉलर भारतीय करेंसी के अनुसार करीब 20 लाख रुपये की कार होगी।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, एलन मस्क के मालिकाना हक़ वाली दिग्गज इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला भारत में अपनी कार का उत्पादन करने के लिए काफी समय से उचित जगह की तलाश कर रही थी। कम्पनी की ये खोज अब समाप्त हो चुकी है। टेस्ला कम्पनी ने अपने मैनुफैक्चरिंग प्लांट के लिए 5 साल की लीज पर बी विंग, फर्स्ट फ्लोर, पंचशील बिजनेस पार्क पुणे में 5850 स्क्वायर फीट जगह के लिए एग्रीमेंट साइन कर इस करार को अंतिम रूप दे दिया है।

कितना होगा किराया

कंपनी ने जिस जगह को किराये पर लिया है, उसकी कीमत की बात करें तो उस प्रॉपर्टी का किराया 11.56 लाख रुपए प्रति महीने है। इस डील में कंपनी को 5 कार और 10 बाइक पार्किंग की जगह दी गयी है। इसके अलावा कंपनी ने 5 साल के लिए 34.95 लाख रुपए सिक्योरिटी अमाउंट के तौर पर जमा कर दिए हैं।

चीन की बीवाईडी के 1 बिलियन लगत वाले मैनुफैक्चरिंगप्लांट की पेशकश को ठुकराया

केंद्र सरकार ने विदेशी नीति के तहत और संबंधों के हालात को देखते हुए हाल ही में चीन की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी बिल्ड योर ड्रीम्स के भारत में 1 बिलियन लागत वाले मैनुफैक्चरिंग प्लांट के प्रस्ताओ को ठुकरा दिया है।
यह पहला मौका नहीं है, जब सरकार ने चीन की किसी कंपनी के इन्वेस्टमेंट ऑफर को सिरे से नकार दिया हो। इससे पहले भी सरकार ग्रेट वॉल ऑफ़ चाइना मोटर की तरफ से अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मैनुफैक्चरिंग के लिए लगभग इतने का ही इन्वेस्टमेंट ऑफर को भी नकार दिया था। वहीं टेस्ला के साथ अनुबंध को अंतिम रूप दे दिया है।

टेस्ला की सफल हुई स्ट्रैटिजी

अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला ने भारत में अपने प्रोडक्ट के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए रणनीति में बदलाव अब सफल होता दिखाई पड़ रहा है। जिसके अंतर्गत भारत सरकार द्वारा कारों पर कम आयात टैक्स की मांग करने वाले टेस्ला के अनुरोध पर सहमति न बनने से इस योजना को वहीं रोक देना पड़ा था। भारत चाहता था कि टेस्ला स्थानीय स्तर पर वाहनों का निर्माण करे, लेकिन कंपनी ने कहा कि वह पहले अपनी कारों का निर्यात करना चाहती थी ताकि वह अपने कारों की मांग का आकलन कर सके। जिस पर अब टेस्ला कंपनी अपनी रणनीति बदलते हुए अब टेस्ला भारत में स्थानीय स्तर पर वाहनों का निर्माण करेगी।

चीन में टेस्ला की इतनी है कीमत

टेस्ला की नई कार के लिए 24,000 डॉलर का लक्ष्य मूल्य इस महीने की शुरुआत में अपने मीडिया द्वारा रिपोर्ट किया गया था। टेस्ला की सबसे सस्ती कार
20 लाख रुपये (24,000 डॉलर) की ईवी के बारे में कहा जाता है कि, टेस्ला प्रतिनिधियों ने एक संभावित भारतीय प्लांट के बारे में चर्चा में बताया था कि यह इसकी मौजूदा सबसे कम कीमत वाली पेशकश मॉडल 3 सेडान से 25 प्रतिशत सस्ती होगी, जो चीन में $32,200 से ज्यादा कीमत में बिकती है। रॉयटर्स ने बताया कि टेस्ला के अधिकारियों ने भारत का दौरा किया और भारत में कारों और बैटरी के लिए मैन्युफेक्चरिंग बेस बनाने पर भी अधिकारियों के साथ चर्चा की है।

मिली जानकारी के अनुसार टेस्ला के प्रतिनिधि भारतीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से मिलने के लिए तैयार हैं, जहां ईवी सप्लाई चेन बनाने और कारखाने के लिए जमीन आवंटन जैसे बिंदुओं पर सहमति होगी। टेस्ला ने साल की शुरुआत से ही अपने मौजूदा मॉडलों पर आक्रामक रूप से छूट दी है। टेस्ला ने कहा है कि उसका अगली पीढ़ी का वाहन प्लेटफॉर्म उत्पादन लागत में 50 प्रतिशत की कमी लाने में सफल होगा। इसी के साथ इससे एक ऑटोमैटिक "रोबोटैक्सी" सहित कई मॉडल के निर्माण की भी संभावना है। मेक्सिको में निर्माणाधीन टेस्ला प्लांट कम लागत, उच्च मात्रा वाले प्लेटफॉर्म पर वाहनों का उत्पादन करेगा। टेस्ला इस समय कैलिफोर्निया और टेक्सास में ईवी का उत्पादन करती है। उत्तरी अमेरिका के बाहर, इसके जर्मनी के बर्लिन और चीन के शंघाई में प्लांट हैं। शंघाई प्लांट टेस्ला का सबसे बड़ा प्लांट है, जो वाहन निर्माता की वैश्विक क्षमता का लगभग 40 प्रतिशत है।



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Jyotsna Singh

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