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बिहार विधानसभा चुनावः पहली बार नहीं दिखेंगे ये दिग्गज, अगली पीढ़ी पर जिम्मेदारी
ये पहला मौक़ा होगा जब बिहार के चुनाव में बहुत से बड़े-बड़े नेता सिरे से गायब रहेंगे। लालू प्रसाद यादव जेल में हैं, और शरद यादव सख्त बीमार हैं जबकि रामविलास पासवान, जगन्नाथ मिश्रा, रघुनंश सिंह, वशिष्ठ नारायण दिवंगत हो चुके हैं।
पटना: ये पहला मौक़ा होगा जब बिहार के चुनाव में बहुत से बड़े-बड़े नेता सिरे से गायब रहेंगे। लालू प्रसाद यादव जेल में हैं, और शरद यादव सख्त बीमार हैं जबकि रामविलास पासवान, जगन्नाथ मिश्रा, रघुनंश सिंह, वशिष्ठ नारायण दिवंगत हो चुके हैं।
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लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। उनकी पत्नी राबड़ी देवी के नेतृत्व में 2005 तक बिहार में उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने शासन किया। चारा घोटाले के मामले में फिलहाल लालू प्रसाद रांची जेल में बंद हैं। वे लोकसभा के पहले सांसद हैं जिन्हें सजा मिलने के कारण सदन की सदस्यता के अयोग्य ठहराया गया।
शरद यादव
75 साल के शरद यादव चार बार मधेपुरा, दो बार जबलपुर और एक बार बदायूं से सांसद बने। वे लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष हैं। शरद यादव भी इन दिनों काफी बीमार चल रहे हैं। चुनाव में इस बार वे नजर नहीं आएंगे।
रधुवंश प्रसाद सिंह
राजद को लालू प्रसाद के अलावा रघुवंश प्रसाद सिंह की कमी भी खलेगी। अस्पताल में मौत से तीन दिन पहले राजद से इस्ती फा देने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह ने बीते चुनाव में 100 से अधिक सभाएं की थीं। वे लालू के सबसे करीबी नेताओं में से एक थे। सवर्ण होते हुए भी उनकी पकड़ दलित और ओबीसी समुदाय के बीच थी।
वशिष्ठ नारायण सिंह
नीतीश के दाहिने हाथ और जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी बीमार चल रहे हैं और फिलहाल दिल्ली में अस्पताल में भर्ती हैं। चुनाव प्रचार में उतरने की बहुत ही कम संभावना है।
Bihar-Vidhansabha (social media)
प्रशांत किशोर
पिछले कई चुनावों में छाये रहे प्रशांत किशोर बिहार से नदारद हैं। बिहार को दस साल में देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल कराने के लिए योजना लेकर आने का दावा करने वाले प्रशांत किशोर का जुलाई के अंतिम हफ्ते से कोई अता-पता नहीं है। समझा जाता है वे मिशन बंगाल पर काम कर रहे हैं।
मोहम्मद शहाबुद्दीन
राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन दो भाइयों को तेजाब से मार डालने के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। शहाबुद्दीन लालू प्रसाद को अपना नेता मानते हैं। अब इनका दबदबा ख़त्म ही है।
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जगन्नाथ मिश्र
तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे जगन्नाथ मिश्र का 2019 में निधन हो गया। 38 साल की उम्र में 1975 में जब वे बिहार के मुख्यमंत्री बने तो यहाँ के सबसे युवा मुख्यमंत्री थे। अपने राजनीतिक जीवन के आखिरी दिनों में वे जदयू में शामिल हो गए थे।
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