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Land For Job Scam: बढ़ सकती हैं लालू-तेजस्वी की मुश्किलें, करीबी अमित कात्याल को ईडी ने किया गिरफ्तार
Land For Job Scam: कात्याल तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का करीबी माना जाता है। इसलिए इस एजेंसी के इस एक्शन को लालू परिवार के लिए एक बड़े झटके के तौर पर भी देखा जा रहा है।
Land For Job Scam: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विवादित बयानों की वजह से इन दिनों बिहार की राजनीति सुर्खियों में है। सियासी जानकार इसे लालू परिवार के लिए राज्य में भविष्य की सियासत के लिए काफी मुफीद मान रहे हैं। लेकिन इस बीच प्रवर्तन निदेशालय की एक कार्रवाई उनकी मुश्किलें फिर से बढ़ाती नजर आ रही है। लैंड फॉर जॉब स्कैम (नौकरी के बदले जमीन घोटाला) केस में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अमित कात्याल को गिरफ्तार कर लिया है।
कात्याल तो राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव का करीबी माना जाता है। इसलिए इस एजेंसी के इस एक्शन को लालू परिवार के लिए एक बड़े झटके के तौर पर भी देखा जा रहा है।
Land For Job Scam: लालू परिवार को फिर मिली बड़ी राहत! अब कोर्ट में नहीं होना होगा पेश, जानिए क्यों?
अदालत में आज हो सकती है पेशी
बताया जा रहा है कि ईडी ने शुक्रवार को पूछताछ के लिए अमित कात्याल को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने पर जांच एजेंसी ने उन्हें अरेस्ट कर लिया। शनिवार को एजेंसी की ओर से इसकी आधिकारिक जानकारी दी गई। उन्हें आज दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जा सकता है। जहां एजेंसी पूछताछ के लिए कात्याल की रिमांड की मांग करेगी।
कौन हैं अमित कात्याल ?
अमित कात्याल एक कारोबारी हैं। वह एके इंफोसिस्टम नामक कंपनी के प्रमोटर भी हैं, जो नौकरी के बदले जमीन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल रही है। यह कंपनी साउथ दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स क़ॉलोनी के पते पर पंजीकृत है। इस आवासीय परिसर का इस्तेमाल लालू परिवार द्वारा किया जा रहा है। ईडी के मुताबिक, इमारत को कागज पर मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के तौर पर दिखाया गया है। जबकि हकीकत में इसका प्रयोग डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव द्वारा आवासीय परिसर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।
बता दें कि लैंड फॉर जॉब स्कैम यूपीए के कार्यकाल से जुड़ा हुआ मामला है, जब केंद्र में लालू यादव रेल मंत्री हुआ करते थे। उन पर आरोप है कि रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर उन्होंने महंगी जमीनें अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर लिखवाई। इस घोटाले का खुलासा मौजूदा समय में उनके सियासी दुश्मन से दोस्त बने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने किया था। इस मामले की जांच सीबीआई के साथ-साथ ईडी भी कर रही है। बीते माह ही दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नियमित जमानत दी थी।