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Bihar News: पटना में लिखी जाएगी विपक्षी एकता की पटकथा, कांग्रेस को नीतीश का न्योता मंजूर, भाजपा को घेरने की बनेगी रणनीति
Bihar News: विपक्षी दलों को एकजुट बनाने की नीतीश की मुहिम के तहत आगामी 12 जून को पटना विपक्ष के नेताओं की बड़ी बैठक होने वाली है।
Bihar News: करीब एक साल से भाजपा को घेरने की कोशिश में जुटे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोशिशों ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। विपक्षी दलों को एकजुट बनाने की नीतीश की मुहिम के तहत आगामी 12 जून को पटना विपक्ष के नेताओं की बड़ी बैठक होने वाली है। इस बैठक के दौरान देश में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को घेरने के लिए विपक्ष की पुख्ता रणनीति तैयार की जाएगी।
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विपक्षी दलों की इस महत्वपूर्ण बैठक में नीतीश कुमार के न्योते को कांग्रेस ने मंजूर कर लिया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर विपक्षी दल एकजुट हो जाएं तो पीएम मोदी को हराने का बड़ा मंच तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की एकजुटता से पीएम मोदी की सत्ता में वापसी के सारे दरवाजे बंद हो जाएंगे।
ममता के सुझाव पर पटना में होगी बैठक
जदयू नेता मंजीत सिंह का कहना है कि विपक्ष की एकजुटता के लिए नीतीश कुमार की ओर से पटना में 12 जून को बड़ी बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक की अध्यक्षता नीतीश कुमार करेंगे। नीतीश कुमार पिछले काफी दिनों से विपक्षी एकजुटता के लिए सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के अलावा विपक्ष के अन्य कद्दावर नेताओं अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और नवीन पटनायक आदि से मुलाकात की है।
कोलकाता यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार को पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक आयोजित करने का सुझाव दिया था। अब इसी सुझाव पर अमल करते हुए नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं की बड़ी बैठक आयोजित करने जा रहे हैं। जानकार सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में 20 विपक्षी दलों के नेता शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस को नीतीश का आमंत्रण मंजूर
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कांग्रेस को पटना में आयोजित होने वाली विपक्ष की बड़ी बैठक में शामिल होने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है और पार्टी के नेता इस बैठक में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष एकजुट हो जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने का एक बड़ा मंच तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम पहले से ही विपक्षी दलों की एकजुटता पर जोर देते रहे हैं मगर कई दल इससे सहमत हैं तो कई दल असहमत।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से हमारे अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार को विपक्ष को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। अगर विपक्षी दल एकजुट होंगे तो निश्चित रूप से मोदी की सत्ता में वापसी संभव नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि इसीलिए जब नीतीश कुमार ने पटना में सभी दलों को एक साथ बैठकर रणनीति बनाने का आमंत्रण दिया है तो कांग्रेस ने इसे स्वीकार कर लिया है।
नवीन पटनायक को मनाने में नीतीश नाकाम
जदयू सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार ने अभी तक विपक्ष के जिन नेताओं से मुलाकात की है, उनसे बातचीत काफी सकारात्मक रही है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात करने के लिए नीतीश कुमार पिछले दिनों भुवनेश्वर भी पहुंचे थे। हालांकि नवीन पटनायक ने साफ कर दिया है कि वे अपने दम पर ही चुनाव मैदान में उतरेंगे। नवीन पटनायक विपक्ष और भाजपा दोनों के साथ ही गठबंधन के मूड में नहीं है।
ओडिशा में नवीन पटनायक के मजबूत पकड़ मानी जाती है और इसी के दम पर वे लंबे समय से राज्य के मुख्यमंत्री बने हुए हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर वे अपने दम पर बीजू जनता दल की ताकत दिखाने के इच्छुक हैं। हालांकि नवीन पटनायक के अलावा अन्य विपक्षी नेताओं से नीतीश की मुलाकात सकारात्मक रही है मगर अभी तक विपक्ष का कोई साझा कार्यक्रम नहीं तय किया जा सका है। माना जा रहा है कि पटना बैठक के दौरान इस पर भी चर्चा की जा सकती है।