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बिहार: कौन हैं मेवालाल चौधरी, क्यों गंवाना पड़ा मंत्री पद, यहां जानें सबकुछ

बता दें कि 2017 में डॉ. मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप लग चुका है।

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Published on: 19 Nov 2020 11:13 AM GMT
बिहार: कौन हैं मेवालाल चौधरी, क्यों गंवाना पड़ा मंत्री पद, यहां जानें सबकुछ
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बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बुधवार (18 नवंबर)  को का एक वीडियो शेयर कर दावा किया था कि उन्हें राष्ट्रगान नहीं आता है।

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेवालाल ने गुरुवार को भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था।

उनका अब तक का सियासी सफर काफी विवादों भरा रहा है। वे अपने कामों को लेकर बिहार के अंदर खूब चर्चा में भी रहे हैं। उनके ऊपर भ्रष्टचार समेत कई अन्य तरह के आरोप लग चुके हैं।

पिछले 2 दिनों से लगातार आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी।

आइये आज हम आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर कौन हैं मेवालाल चौधरी और उनके ऊपर कौन कौन से आरोप लग चुके हैं। अपने ऊपर लगे आरोपों पर उनका क्या कहना है?

Mewalal Chaudhary बिहार: कौन हैं मेवालाल चौधरी, क्यों गंवाना पड़ा मंत्री पद, यहां जानें सबकुछ (फोटो:सोशल मीडिया)

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कौन हैं डॉ. मेवालाल चौधरी

डॉ. मेवालाल चौधरी की उम्र इस समय करीब 67 साल है। वह तारापुर विधान सभा सीट से दूसरी बार जेडीयू के टिकट पर जीतकर आये हैं। इस सीट से वह पहली बार 2015 में विधायक चुने गए थे।

नीतीश कुमार की पार्टी ने उन्हें 2017 में सबोर कृषि विश्वविद्यालय में जूनियर इंजीनियर और असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति और निर्माण कार्यों में धांधली के आरोप में नामजद होने पर पार्टी से सस्पेंड कर दिया था।

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161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली का आरोप

बता दें कि 2017 में डॉ. मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप लग चुका है।

उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की थी। इस मामले को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज है।

जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को पाया गया था सही

तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने उस वक्त मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। जांच में मेवालाल चौधरी के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया था। उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी घपलेबाजी का आरोप है।

मेवालाल चौधरी ने अपनी सफाई में कही थी ये बात

मेवालाल चौधरी से जब उनके ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बारें में सवाल पूछा गया था तब उन्होंने कहा था कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है ना ही मेरे खिलाफ कोर्ट की तरफ से आरोप सिद्ध हुआ है। मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं। कुल मिलाकर उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार कर दिया था।

Mewalal Chaudhary बिहार: कौन हैं मेवालाल चौधरी, क्यों गंवाना पड़ा मंत्री पद, यहां जानें सबकुछ (फोटो:सोशल मीडिया)

आरजेडी द्वारा शेयर किये गये इस वीडियो पर मेवालाल की हुई थी जमकर फजीहत

बिहार के मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने बुधवार (18 नवंबर) को एक वीडियो शेयर कर दावा किया था कि मेवालाल को राष्ट्रगान नहीं आता है।

आरजेडी ने झंडातोलन कार्यक्रम का एक वीडियो शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, "भ्रष्टाचार के अनेक मामलों के आरोपी बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी को राष्ट्रगान भी नहीं आता.. नीतीश कुमार जी शर्म बची है क्या? अंतरात्मा कहाँ डुबा दी?"

इस वीडियो के जरिए राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा था और कहा था कि आखिर एक दागी को उन्होंने अपनी कैबिनेट में शामिल क्यों किया?

मेवालाल चौधरी पर कृषि विश्वविद्यालय सबौर का कुलपति रहते हुए नियुक्ति में धांधली और भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने उन्हें इस मामले में निलंबित भी किया था।



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