Air India को बचाएंगे कर्मचारी: हिस्सेदारी खरीदने के लिए लगाई बोली, देंगे इतने रुपए

एयर इंडिया एयरलाइन 69 हजार करोड़ रुपये से ज्‍यादा के कर्ज में डूबी हुई है। ऐसे में कम्पनी को बचाने के लिए सरकार ने एअर इंडिया में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं।

Shivani
Published on: 14 Dec 2020 3:00 PM GMT
Air India को बचाएंगे कर्मचारी: हिस्सेदारी खरीदने के लिए लगाई बोली, देंगे इतने रुपए
X

नई दिल्‍ली. सरकारी एयरलाइन कम्पनी एयर इंडिया कर्ज में डूबी हुई है। ऐसे में इसे बचाने के इसकी हिस्सेदारी बेची जा रही है। टाटा ग्रुप समेत कई बड़े ग्रुप्स ने बोली लगाई। हालाँकि एयर इंडिया की हिस्सेदारी खरीदने को लेकर सबसे ऐतिहासिक रहा एयरलाइन्स के कर्मचारियों का बड़ा कदम। एयर इंडिया के ही कर्मचारियों ने इसे खरीदने के लिए लगाई जा रही बोली में हिस्सा लिया। कम्पनी के कर्मचारियों के एक ग्रुप में एयर इंडिया की 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगाई है।

एयर इंडिया एयरलाइन कर्ज में, सरकार बेच रही 100% हिस्सेदारी

दरअसल, एयर इंडिया एयरलाइन 69 हजार करोड़ रुपये से ज्‍यादा के कर्ज में डूबी हुई है। ऐसे में कम्पनी को बचाने के लिए सरकार ने एअर इंडिया में अपनी 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की हैं। आज बोली लगाने की आखिरी समय सीमा थी। खबर है कि एयर इंडिया को खरीदने के लिए टाटा, अडानी और हिंदुजा जैसे बड़े ग्रुप्स ने दिलचस्पी दिखाई है। हालंकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इनके अलावा एक ऐसे ग्रुप में भी एयर इंडिया की 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगाई, जिसका इस एयरलाइन से गहरा नाता है।

एयरलाइन के कर्मचारियों ने 50% हिस्सेदारी के लिए लगाई बोली

एअर इंडिया के वरिष्ठ कर्मचारियों के एक ग्रुप ने एअर इंडिया को खरीदने के लिए बोली में हिस्‍सा लिया। बता दें कि इस ग्रुप में 209 कर्मचारी शामिल हैं, जिन्होंने अमेरिका की एक प्राइवेट इक्विटी फर्म इंटरअप्‍स (Interups Inc) के साथ साझेदारी में सरकारी एयरलाइन में 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए बोली लगाई।

एयर इंडिया

कर्मचारियों का ग्रुप देगा एक-एक लाख

अमेरिकी फर्म इंटरअप्‍स के चेयरमैन लक्ष्मी प्रसाद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एयर इंडिया के इन वरिष्ठ कर्मचारियों के ग्रुप में शामिल हर व्यक्ति एक एक लाख रुपये का योगदान देगा। हालांकि, पायलट और केबिन क्रू को नेतृत्व देने वाले संगठनों ने अपने सदस्यों को कर्मचारी बोली में भाग न लेने को कहा है।

ये भी पढ़ेंः मंडियों में धोनी की सब्जियों की मची धूम, इतनी सस्ती मिल रही हैं सब्जियां

200 से ज्‍यादा पुराने कर्मचारियों का ग्रुप मुहीम में जुड़ा

वहीं एअर इंडिया की कॉमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मलिक बोली प्रक्रिया का नेतृत्व कर रही हैं। उन्होंने कर्मचारियों द्वारा कम्पनी बचाने की इस मुहीम को लेकर कहा कि इस मुहिम में शामिल 200 से ज्‍यादा पुराने कर्मचारी एक-एक लाख रुपये जुटा रहे हैं। मौजुदा समय में एअर इंडिया में कुल 14 हजार कर्मचारी हैं। अगर सब कुछ ठीक रहता है तो ये भारत के कॉरपोरेट इतिहास में पहला ऐसा मामला होगा जब किसी सरकारी कंपनी को उसके ही कर्मचारी खरीद लेंगे।

बोली लगाने वालों के लिए इन्टीमेशन तारीख 5 जनवरी

बता दें कि बोली लगाने की तय समय सीमा आज यानि 14 दिसंबर तक ही थी। इसके बाद एयर इंडिया को खरीदने के लिए बोली नहीं लगेगी। हालांकि, एअर इंडिया के लिए बोली लगाने वालों के लिए इन्टीमेशन तारीख (यानी शॉर्ट लिस्ट किये गए बोली दाताओं के नामों के एलान का दिन) 29 दिसंबर से बढ़ा कर सरकार ने 5 जनवरी तक कर दी है।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani

Shivani

Next Story