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बंद हुए बैंक: अब नहीं करा पाएंगे कोई काम, करना होगा इतने दिनों का इंतजार

अगर आप बैंक से जुड़ा कोई काम करना चाहते हैं, लेकिन सोच रहे है की बाद में करेंगे। तो अब आपके पास ये मौका नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप अगले तीन दिनों तक बैंक के काम नहीं निपटा पाएंगे।

Roshni Khan
Published on: 31 Jan 2020 10:44 AM IST
बंद हुए बैंक: अब नहीं करा पाएंगे कोई काम, करना होगा इतने दिनों का इंतजार
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नई दिल्ली: अगर आप बैंक से जुड़ा कोई काम करना चाहते हैं, लेकिन सोच रहे है की बाद में करेंगे। तो अब आपके पास ये मौका नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप अगले तीन दिनों तक बैंक के काम नहीं निपटा पाएंगे। आज से लगातार तीन दिनों तक देश में बैंक बंद रहने वाले हैं। 31 जनवरी से बैंक यूनियनों ने दो दिन की हड़ताल की घोषणा की है। यानी 31 जनवरी और एक फरवरी 2020 को हड़ताल के चलते बैंक बंद रहेंगे। वहीं दो फरवरी को रविवार है, इसलिए उस दिन भी आप बैंक का कोई कामकाज नहीं कर पाएंगे।

इतना ही नहीं, यूनियन ने मार्च के महीने में तीन दिन और एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान किया है।

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अगले 3 दिन बैंक रहेंगे बंद, कुछ घंटों में निपटा लें अपना जरूरी काम

इतने दिन रह सकती है हड़ताल

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने कहा है कि 31 जनवरी और 01 फरवरी को बैंकों में हड़ताल रहेगी। वहीं मार्च में 11,12 और 13 तारीख को भी हड़ताल रहेगी। बैंक यूनियन ने 01 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी घोषणा की है।

इस वजह से होगी हड़ताल

दिल्ली प्रदेश बैंक कर्मचारी संगठन के महासचिव अश्वनी राणा ने बताया कि इंडियन बैंक एसोसिएशन ने वेतन में 12.5 फीसदी वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है, जो कि मंजूर नहीं है। इसलिए देश भर के सभी सरकारी बैंकों में काम करने वाले कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। इससे बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ सकता है।

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बैंक यूनियन की यह है मांग

  • बैंक यूनियनों की मांग है कि वेतन में कम से कम 20 फीसदी की वृद्धि की जाए।
  • बैंकों में पांच दिन का कार्यदिवस हो।
  • बेसिक पे में स्पेशल भत्ते का विलय हो।
  • एनपीएस को खत्म किया जाए।
  • पेंशन का अपडेशन हो।
  • परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार।
  • स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर बांटना।
  • रिटायर होने पर मिलने वाले लाभ को आयकर से बाहर करना।
  • शाखाओं में कार्यों के घंटे और लंच समय का सही से बटवारा।
  • अधिकारियों के लिए बैंक में कार्य के घंटे का नियमतिकरण।
  • कांट्रैक्ट और बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के लिए समान वेतन।



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