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फरवरी का लगभग महीना खत्म होने वाला है और मार्च शुरू होने से पहले ही नौकरी करने वालों के लिए EPFO बड़ा ऐलान कर सकता है।
नई दिल्ली: फरवरी का लगभग महीना खत्म होने वाला है और मार्च शुरू होने से पहले ही नौकरी करने वालों के लिए EPFO बड़ा ऐलान कर सकता है। मिली जानकारी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2019-20 के लिए PF की ब्याज दरें घटाईं जा सकती है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज CBT 5 मार्च 2020 को ब्याज दरों की समीक्षा के लिए खास बैठक करने जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक मौजूदा ब्याज दरों को बनाकर रखना मुश्किल है पर EPFO को मिले रिटर्न की समीक्षा के बाद ही फैसला लिया जाएगा। इसका सीधा असर 6 करोड़ खाताधारकों पर होगा। आपको बता दें कि EPFO बीते वित्त वर्ष की ब्याज दरें तय करता हैं। साल 2019 में वित्त वर्ष 2018-19 की ब्याज दरें तय हुई थी। EPF दर 8.65 फीसदी हैं।
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एम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) सैलरी पाने वाले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक फायदा देने वाली स्कीम है, जो एम्प्लॉइज़ प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) द्वारा चलाई जाती है। इसकी ब्याज दरें सरकार तय करती है। कंपनी हर महीने सभी कर्मचारियों की बेसिक सैलरी से 12 फीसदी पैसा काटकर PF के खाते में डाल देती है। कर्मचारियों के साथ-साथ कंपनी की ओर से भी 12 फीसदी पैसा उस कर्मचारी के PF खाते में डाला जाता है।
ब्याज दरों की समीक्षा पर अहम बैठक 5 मार्च को-
दिल्ली में CBT की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में PF पर ब्याज होंगी। वित्त वर्ष 2019-20 में ब्याज दरें कम करने पर फैसला हो सकता है। वैसे तो, ये फैसला निवेश से EPFO को मिले रिटर्न की समीक्षा करने के बाद होगा। मौजूदा आर्थिक हालात में 8.65 फीसदी ब्याज देना मुश्किल नज़र आ रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि ब्याज दर में 0.10 फीसदी तक घट सकती है। वैसे तो ब्याज तय करते समय पुराने सरप्लस को ध्यान में रखा जाएगा। EPFO के पास इस समय 151 करोड़ रुपये की सरप्लस रकम है।
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सरकार ने हाल में जनरल प्रॉविडेंट फंड (GPF) पर नई ब्याज दरों का ऐलान किया है। 1 जनवरी 2020 से 31 मार्च 2020 तक GPF और दूसरे फंड पर 7.9 फीसदी ब्याज मिलेगा। GPF खाता सरकारी कर्मचारियों के लिए ही होता है। ये एक तरह की रिटायरमेंट प्लानिंग है। क्योंकि इसकी रकम कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद मिलती है। सरकारी कर्मचारी अपनी सैलरी का 15 फीसदी तक GPF खाते में योगदान कर सकते हैं।
इस अकाउंट का 'एडवांस' फीचर सबसे खास है। इसमें कर्मचारी जरूरत पड़ने पर GPF खाते से तय रकम निकाल सकता है और बाद में उसे जमा कर सकता है। इस पर कोई ब्याज भी नहीं लगता।
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