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Businessman Success Story: असफल बिहारी सफल कहानी, हर किसी को जरूर पढ़ना चाहिए इस कारोबारी की Unsuccess स्टोरी
Businessman Success Story: जार का हेड ऑफिस बेंगलुरू में है। और उसके ग्राहकों की संख्या पूरे देश में फैली हुई है। इतना ही नहीं, जार के आधे से अधिक ग्राहक टीयर वन शहरों के हैं।
Businessman Success Story: इस दुनिया की सबसे चर्चित कहावत है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती...कुछ ऐसी कोशिश कि मिस्बाह अशफर ने। वह जिस चीचे के पीछे पड़े थे, उसमें वे बार बार असफल हो रहे थे, लेकिन अशफर असफल में सफल की किरण खोजते हुए बार बार कोशिश कर रहे थे और आज कहानी कुछ और ही बयां कर रही है। मिस्बाह अशरफ आज ऐसे सफल हुए की, उनकी संघर्ष की कहानी दुनिया के एक मिशाल बन गई है। आज मिस्बाह अशरफ 2463 करोड़ रुपये फिनेटक कंपनी के मालिक हैं...इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि वह फिनेटक कंपनी को खड़ा करने में मात्र दो बार ही फेल हुए। तो आइये जानते हैं मिस्बाह अशरफ और उनकी फिनटेक कंपनी के बारे में...।
कौन हैं मिस्बाह अशरफ
मिस्बाह अशरफ का जन्म बिहार के नालंदा जिला हुआ। उनके पिता एक टीचर थे और माता हाउसवाइफ हैं। अशफ की शुरुआती पढ़ाई भी नालंदा में हुई। एक मध्यवर्ग परिवार में जन्मा लड़का अशरफ अपने माता पिता के संघर्ष को देखते हुए जीवन में कुछ बड़ा करने का सपना पाला। इन्हें सपनों उन्हें उस उम्र में काम करना सिखाया, जब लड़के खेला करते हैं। वह अच्छी तरह से जानता था कि अगर जीवन में कुछ बड़ा करना है तो खुद का कोई बिजनेस खड़ा करना होगा। फिर क्या अशरफ ने सितंबर 2013 में अपने आईआईटी दिल्ली में पढ़ने वाले दोस्त की मदद से सोशल पेमेंट वेंचर Cibola की शुरुआत की। हालांकि यह वेंचर लाइसेंस नहीं मिलने की वजह से बंद होगा, लेकिन अशरफ यहीं नहीं रुके,उन्हें तो जीवन में एक बड़ा मुकाम खड़ा करना था।
इन वेंचर की अफलता ने सिखाई सीख
साल 2017 चल रहा था। लोगों को दूर दूर तक नहीं पता था कि इसके दो साल बाद पूरा भारत समेत पूरा विश्व कोरोना महामारी के चपेट में आ जाएगा। इन्ही सबसे अनभिज्ञ अशरफ ने 2017 में फेशन और ब्यूटी वेंचर लॉन्च किया। जिसका नाम Marsplay रखा और इस Marsplay ने दो राउंड फंडिंग भी हासिल की, लेकिन कोरोना महामारी ने अशरफ के इस वेंचर पर पानी फेर दिया और उन्हें FOXY के हाथ बेचना पड़ा, लेकिन अब अशरफ सफल हो चुके थे और उन्हें बस एक ऐसे प्लेटफॉर्म की जरुरत थी, जो कि सफलता और बड़ा कर सके। यह काम मस्बाह अशरफ के लिए जार ने किया।
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जार ने दिलाई सफलता
दो वेंचर खुलने के बाद अशरफ ने साल 2021 में जार (Jar) का तीसरा वेंचर शुरू किया। महज दो साल में जार ने अशरफ को वो सफलता दिलाई, जिसका सपना वो बचपन से देख रह थे। इसी जार ने अशरफ को साल 2023 ‘फोर्ब्स 30 अंडर 30’ सूची में जगह दिलाई। वह इस सूची में शामिल होने वाले बिहार राज्य से अकेले युवा हैं। जार एक फाइनेंशियल ऐप है और यह लोगों को गोल्ड निवेश की जानकारी प्रदान करता है।
18 महीने में खड़ा कर दिया बड़ा कारोबार
जार की सफलता का आलम यह है कि मात्र 18 महीने में जार ने 11 मिलियन यूजर्स को पार कर लिया था। साथ ही, फिनटेक फर्म ने फंडिंग में 58 मिलियन डॉलर जुटाए थे। ठीक एक साल बाद अशरफ के जार ने 300 मिलियन डॉलर (2463 करोड़ रुपये) के भारी मूल्यांकन पर 22.6 मिलियन डॉलर जुटाए। हालांकि कुछ महीने पहले कंपनी की वैल्यूएशन 20 करोड़ डॉलर पर आ गई थी। वहीं, निश्चय एजी अशरफ की कंपनी जार के सह-संस्थापक हैं और वह कंपनी के मुख्य उत्पाद अधिकारी भी हैं।
पूरे देश में फैले हैं ग्राहक
जार का हेड ऑफिस बेंगलुरू में है। और उसके ग्राहकों की संख्या पूरे देश में फैली है। इतना ही नहीं, जार के आधे से अधिक ग्राहक टीयर वन शहरों के हैं। कंपनी ने अगले पांच साल तक यूजर्स की संख्या को 5 करोड़ पार तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।