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अर्थव्यवस्था पर कोरोना की मार, सिर्फ इतनी रही देश की GDP ग्रोथ

देश की इकोनॉमी पर कोविड-19 का असर साफ दिख रहा है। इस संकट की घड़ी मे अर्थव्यवस्था घटकर नीचे आ गई है। वाणिज्य मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी किए हैं। पूरे वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 4.2 फीसदी रही.यह करीब 11 साल का निचला स्‍तर है। इससे पहले 2009 में जीडीपी ग्रोथ इस स्‍तर तक पहुंची थी।

suman
Published on: 29 May 2020 1:43 PM GMT
अर्थव्यवस्था पर कोरोना की मार, सिर्फ इतनी रही देश की GDP ग्रोथ
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नई दिल्ली : देश की इकोनॉमी पर कोविड-19 का असर साफ दिख रहा है। इस संकट की घड़ी मे अर्थव्यवस्था घटकर नीचे आ गई है। वाणिज्य मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2019-20 की जीडीपी ग्रोथ रेट के आंकड़े जारी किए हैं। पूरे वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ 4.2 फीसदी रही। यह करीब 11 साल का निचला स्‍तर है। इससे पहले 2009 में जीडीपी ग्रोथ इस स्‍तर तक पहुंची थी। कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और देशव्यापी लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुंचा है।

बता दें कि वित्त वर्ष 2019-20 में देश की जीडीपी ग्रोथ के 4.2 फीसद रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2018-19 में देश की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसद रही थी। मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 3.1 फीसद रही है।जनवरी में सरकार ने कहा था कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीडीपी का ग्रोथ रेट 5 फीसदी रहने का अनुमान है। मतलब ये है कि जीडीपी के ताजा आंकड़े सरकार के अनुमान से 0.8 फीसदी कम हैं।

बता दें कि इस साल फरवरी और मार्च में देश की इकोनॉमी पर कोरोना का बुरा असर पड़ा है। पहले से ही इस तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट में बड़ी गिरावट की आशंका थी।वित्त वर्ष 2019-20 दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 4.7 फीसदी पर आ गई है। इसके अलावा 2019-20 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को संशोधित कर 5.6 फीसदी और दूसरी तिमाही के लिए 5.1 फीसदी कर दिया गया था। इससे पहले, वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में ग्रोथ रेट 8 फीसदी पर थी तो दूसरी तिमाही में यह लुढ़क कर 7 फीसदी पर आ गई. इसी तरह तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ की दर 6.6 फीसदी और चौथी तिमाही में 5.8 फीसदी पर रही।

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अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी यह स्वीकार कर लिया है कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में ग्रोथ नेगेटिव रहेगी यानी इसमें गिरावट आएगी।बता दें कि कोरोना संकट को देखते हुए मोदी सरकार ने करीब 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। देश के सामने इस पैकेज का ब्यौरा वित्त मंत्री ने पहले ही बता दिया हैं।इस बीच, अप्रैल महीने के कोर इंडस्‍ट्री के आंकड़े आए हैं।

कोर सेक्टर में कोल आउटपुट ग्रोथ -15.5 फीसद, क्रूड ऑयल आउटपुट ग्रोथ -6.4 फीसद, प्राकृतिक गैस आउटपुट ग्रोथ -19.9 फीसद, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स आउटपुट ग्रोथ -24.2 फीसद, उर्वरक आउटपुट ग्रोथ -4.5 फीसद, स्टील आउटपुट ग्रोथ -83.9 फीसद, सीमेंट आउटपुट ग्रोथ -86 फीसद और विधुत आउटपुट ग्रोथ -22.8 फीसद रही है। कोरोना वायरस की वजह से इनके उत्पादन में कमी आई है।

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