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Gold Price: आ गई गोल्ड बॉन्ड स्कीम, मिलेगा बाजार से कम भाव में सोना
अगस्त महीने की शुरुआत हो चुकी है। इस महीने के पहले सोमवार यानी 3 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार है। मोदी सरकार एक खास स्कीम के तहत सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है। गोल्ड बॉन्ड की चालू वित्त वर्ष की पांचवीं सीरीज सोमवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी।
नई दिल्ली सोना का भाव दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है अगस्त माह की शुरुआत हो गई है। अगस्त के पहले सोमवार यानी 3 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार है। केंद्र की मोदी सरकार एक खास स्कीम के तहत सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है। गोल्ड बॉन्ड की चालू वित्त वर्ष की पांचवीं सीरीज सोमवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगी। आरबीआई ने पांचवें चरण के लिए गोल्ड बॉन्ड की इश्यू प्राइस 5,334 रुपये प्रति ग्राम तय की है। इस बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने वालों और भुगतान करने वालों को प्रति ग्राम के हिसाब से 50 रुपये की छूट मिलेगीं।
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गोल्ड बॉन्ड की पांचवीं किस्त
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2020-21 सीरीज-5 को सब्सक्राइब करने की आखिरी तारीख सात अगस्त है। गोल्ड बॉन्ड की पांचवीं किस्त ऐसे समय में सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रही, जब इस साल सोने के दाम में 37 फीसद की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है और सोने की कीमत 54,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गई है। तब ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड की इश्यू प्राइस 5,284 रुपये प्रति ग्राम रह जाएगी।
कुछ खास बातें...
गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार की ओर से आरबीआई जारी करता है। आरबीआई ने इस साल अप्रैल में एलान किया था कि इस साल अप्रैल से लेकर सितंबर तक सरकार गोल्ड बॉन्ड की पांच सीरीज जारी करेगी। इस सीरीज को इश्यू करने की तारीख 11 अगस्त, 2020 होगी।
गोल्ड बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है। इसमें 5 वें साल के बाद पास एक्जिट का विकल्प होता है। गोल्ड बॉन्ड्स की बिक्री बैंकों, निर्धारित डाक घरों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और स्टॉक एक्सचेंजेज के जरिए सीधे तौर पर या उनके एजेंटों के जरिए होती है। कोई भी व्यक्ति न्यूनतम एक ग्राम का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं, व्यक्तिगत निवेशक, अविभाजित हिन्दू परिवार एक वित्त वर्ष में अधिकतम चार किलोग्राम तक का गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं।
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फायदा
निवेश के लिहाज से सोना खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें कि गोल्ड बॉन्ड्स उससे बेहतर विकल्प हो सकता है। इसकी वजह यह है कि गोल्ड बॉन्ड्स की सुरक्षा को लेकर कुछ भी सोचने की जरूरत नहीं होती है। दूसरी ओर अगर आप सोने को लॉकर में रखते हैं तो उसके लिए हर साल एक राशि देनी पड़ती है। गोल्ड बॉन्ड्स के संदर्भ में ऐसी कोई परेशानी नहीं है। गोल्ड बॉन्ड्स पर हर साल 2.50 फीसद का ब्याज मिलता है। वहीं, मेच्योरिटी पर अगर किसी तरह का लाभ होता है तो उसके लिए आपको किसी तरह का टैक्स देने की जरूरत नहीं होती है। इस तरह इस मंहगाई में थोड़ी बहुत सेविंग करना चाहते है तो इस स्कीम का फायदा उठाये जरूर।
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