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Odisha Train Accident: ट्रेन हादसे में पीड़ित दावेदारों को LIC से मिली बड़ी राहत, क्लेम प्रोसेस बनाया आसान
Odisha Train Accident: एलआईसी अध्यक्ष ने कहा कि ट्रेन हादसे प्रभावित परिवारों की मदद करने के लिए, एलआईसी नीतियों और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने के लिए कई रियायतों की घोषणा की। इसके अलावा एलआईसी ने पीडितों के लिए एक हेल्प लाइन नबंर भी जारी किया है।
Odisha Train Accident: 2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर में हुए तीन ट्रेन दुर्घटना जो लोग अपनों को छोड़कर दुनिया से अलिवदा कह दिया है, उसका दर्द उनके प्रियजनों के साथ समस्त भारतीयों को हैं। मृतक के प्रियजनों का दुख दर्द जल्द से जल्द दूर हो और वह फिर से अपनी जिंदगी में लौटें इसके लिए सरकारों के साथ देश के बड़े कारोबारी और सरकारी वित्तीय संस्थाएं भी लगी हुई हैं। यह वित्तीय संस्थाएं जल्द से जल्द मृतक के स्वजनों का क्लेम सेटल मेंटल करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं, ताकि उनके परिजनों को कुछ राहत मिले जाए। इस कड़ी में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने बालासोर ट्रेन हादसे में एक बड़ा फैसला किया है।
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दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने लिए की घोषणा
एलआईसी ने कहा कि ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों की जिनकी एलआईसी पॉलिसी थी, उनकी दावेदारों की कठिनाई को कम करने के लिए छूट की घोषणा की है और वित्तीय राहत प्रदान करने के लिए दावा निपटान में तेजी आने का फैसला किया है। एलआईसी अध्यक्ष ने कहा कि ट्रेन हादसे प्रभावित परिवारों की मदद करने के लिए, एलआईसी नीतियों और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के दावेदारों की कठिनाइयों को कम करने के लिए कई रियायतों की घोषणा की।
जल्द निपटाए जाएंगे दावे
एलआईसी ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर में हुई दुखद ट्रेन दुर्घटना से एलआईसी ऑफ इंडिया को गहरा दुख हुआ है। एलआईसी ऑफ इंडिया प्रभावित लोगों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और वित्तीय राहत प्रदान करने के लिए दावा निपटान में तेजी लाएगा। एलआईसी के अध्यक्ष सिद्धार्थ मोहंती ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।
इन मृत्यु प्रमाणों को मिलेगी मान्यता
एलआईसी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि रेलवे अधिकारियों, पुलिस या किसी भी राज्य या केंद्र सरकार के अधिकारियों द्वारा जारी हताहतों की सूची को पंजीकृत मृत्यु प्रमाण पत्र के बदले मृत्यु के प्रमाण के रूप में मान्यता दी जाएगी। एलआईसी ने आगे कहा कि कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे कि दावेदारों तक पहुंचा जा सके और प्रभावित परिवारों को दावों का तेजी से निपटारा किया जा सके।
कॉल से भी ले सकते जानकारी
इसके अलावा ट्रेन हादसे में प्रभावित हुए स्वजनों के दावों और मदद के दावेदारों के सवालों के जवाब देने के लिए मंडल और शाखा स्तर पर एक विशेष हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है। दावेदार लोग एलआईसी कॉल सेंटर 02268276827 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा दावेदार चाहते तों सहायता के लिए दावेदार निकटतम शाखा, मंडल और ग्राहक क्षेत्र से संपर्क कर सकते हैं।
डेथ क्लेम के लिए ये जरूरी डॉक्यूमेंट
एलआईसी ने ट्रेन हादसे में शिकार हुए लोगों के स्वजनों के लिए कुछ डेथ क्लेम के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट की आवश्यकता रखी है, जो कि इस प्रकार है।
- मूल नीति दस्तावेज
- स्थानीय नगरपालिका प्राधिकरण द्वारा जारी मृत्यु प्रमाण पत्र की मूल/सत्यापित प्रति
- मृत्यु दावा आवेदन फॉर्म (फॉर्म ए)
- रद्द किए गए चेक या बैंक खाता पासबुक के साथ बैंक अधिकारियों द्वारा प्रमाणित एनईएफटी जनादेश फॉर्म
- नामांकित व्यक्ति का फोटो पहचान प्रमाण जैसे पासपोर्ट की प्रति, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आधार (यूआईडी) कार्ड, आदि।
हादसे में 288 लोगों की गई जान
आपको बता दें कि 2 जून, 2023 की शाम ओडिशा के बालासोर जिले के बहानागा में कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंतपुर एक्सप्रेस के 21 डिब्बों पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 288 लोगों को जान गई थी, जबकि 1,000 से अधिक घायल हो हुए हैं। बालासोर ट्रेन हादसा दो दशक में देश की सबसे घातक ट्रेन त्रासदियों में से एक बताई गई है।