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माइक्रोसॉफ्ट-जियो दशक की महत्वपूर्ण सहभागिता बनेगी: मुकेश अंबानी

इस दौरान नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का मिशन संगठन को स्वतंत्र होने में मदद करने का है, निर्भर होने का नहीं है। हम चाहते हैं कि अपनी खुद की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य तकनीकी क्षमताओं, और तकनीकी तीव्रता का निर्माण करने के लिए आगे बढ़ा जाए।

Shivakant Shukla
Published on: 24 Feb 2020 6:48 PM IST
माइक्रोसॉफ्ट-जियो दशक की महत्वपूर्ण सहभागिता बनेगी: मुकेश अंबानी
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मुंबई: माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला को उनके नेतृत्व के लिए बधाई देते हुए, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने सोमवार को कहा कि माइक्रोसॉफ्ट और जियो के बीच सहयोग दशक की निर्णायक साझेदारी होगी। ।

आज यहां माइक्रोसॉफ्ट ‘फ्यूचर डिकोडेड समिट’ में घोषित दो संगठनों के बीच साझेदारी का उद्देश्य देश में सभी आकार के संगठनों को अपने व्यवसायों को बढ़ाने में मदद करना है। इस दौरान नडेला के साथ एक फायरसाइड चैट सेशन में अंबानी ने कहा कि ‘‘भारत में हर उद्यमी के पास धीरूभाई अंबानी या बिल गेट्स बनने की क्षमता है।’’

यह कहते हुए कि भारत ने पिछले दो दशकों में बहुत अधिक बदला है और 1990 के दशक की 300 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से लेकर 2020 में $3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने तक-एक बड़ा बदलाव आया है। अंबानी ने जोर देकर कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है।

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अंबानी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के उपयोग का लाभ उठाने की मानसिकता भारत में पहले से मौजूद है, लेकिन जियो और माइक्रोसॉफ्ट के बीच साझेदारी संगठनों को अपने व्यवसाय को स्केल करने के लिए डिजिटल टूलसेट प्राप्त करने में मदद करेगी।

‘‘भारत में हर उद्यमी के पास धीरूभाई अंबानी या बिल गेट्स बनने की क्षमता है’’

लगभग 38 करोड़ लोगों ने लगभग तीन वर्षों में जियो द्वारा पेश किए गए 4जी टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म की ओर माइग्रेशन की। अंबानी ने बताया कि जियो की स्थापना के बाद से, भारत में औसत डेटा दर में 300 से 500 रुपए प्रति जीबी से काफी अधिक गिर कर सिर्फ 12-14 रुपए प्रति जीबी ही रह गया है।

इस दौरान नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट का मिशन संगठन को स्वतंत्र होने में मदद करने का है, निर्भर होने का नहीं है। हम चाहते हैं कि अपनी खुद की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य तकनीकी क्षमताओं, और तकनीकी तीव्रता का निर्माण करने के लिए आगे बढ़ा जाए।

नडेला ने कहा कि अगले दशक में, हमारा मुख्य निवेश सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को बनाने पर होगा जिनको कंपनी के साथ जोड़ा जाएगा और वे काफी अधिक उत्पादक होंगे। नडेला ने कहा, माइक्रोसॉफ्ट डेवलपर्स के लिए पूर्ण टूलचेन का निर्माण करेगा।

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माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ ने कहा कि लोगों, स्थानों और चीजों के डिजिटलाइजेशन की बढ़ती दर अगले 10 वर्षों में सेकुलर ट्रेंड को परिभाषित करेगी। यह कहते हुए कि क्लाउड और किनारे पर माइक्रोसॉफ्ट के विविधतापूर्ण दृष्टिकोण ग्राहकों को जीत रहे हैं, नडेला ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के अब दुनिया में 57 डेटा सेंटर्स रीजंस हैं। भारत में, माइक्रोसॉफ्ट के तीन डेटा सेंटर रीजंस मुंबई, पुणे और चेन्नई में हैं। इसके अलावा नई दिल्ली में साइबरस्पेस एंगेजमेंट सेंटर है।



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