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भारत में भयानक भूकंप! हिल उठेगा देश, मचेगी हर तरफ अफरा-तफरी

रिपोर्ट के मुताबिक 1885 से 2015 तक देश में सात बड़े भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं। इन सबकी तीव्रता 7.5 से 8.5 के बीच थी। 2001 में गुजरात के भुज में आए भूंकप ने करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित अहमदाबाद में भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था।

Shivakant Shukla
Published on: 24 Feb 2020 6:45 PM IST
भारत में भयानक भूकंप! हिल उठेगा देश, मचेगी हर तरफ अफरा-तफरी
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नई दिल्ली: भारत के एक बड़े हिस्से में भयानक भूकंप आने के संकेत मिल रहे हैं। ये हम नहीं बल्कि IIT कानपुर के एक अध्ययन की रिपोर्ट की में दावा किया गया है।दरअसल, IIT कानपुर के एक अध्ययन रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि देश की राजधानी दिल्ली से उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल तक कभी भी बड़ा भूकंप आ सकता है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि जो भूकंप दिल्ली से बिहार के बीच आएगा, वह रिक्टर पैमाने पर 7.5 से लेकर 8.5 तक का हो सकता है। IIT कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर जावेद एन. मलिक ने बताया कि इस दावे के पीछे बड़ा अध्ययन है। हमें पता है कि पिछले 500 सालों में गंगा के मैदानी इलाकों में कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है।

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अब तक आ चुके हैं इतने खतरनाक भूकंप

रिपोर्ट के मुताबिक 1885 से 2015 तक देश में सात बड़े भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं। इन सबकी तीव्रता 7.5 से 8.5 के बीच थी। 2001 में गुजरात के भुज में आए भूंकप ने करीब 300 किलोमीटर दूर स्थित अहमदाबाद में भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया था।

भूकंप

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की जा रही है गहन जांच

IIT कानपुर ने रामनगर के पास मौजूद जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में 6 किलोमीटर की रेंज में गड्ढे खोदकर जमीन के स्तरों की जांच की है। इन स्तरों में वैज्ञानिकों को भूकंप के अवशेष मिल रहे हैं।

मध्य हिमालयी क्षेत्र में भूकंप आया तो दिल्ली-एनसीआर, आगरा, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और पटना तक का इलाका बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। किसी भी बड़े भूकंप का 300-400 किमी की परिधि में असर दिखना साधारण है।

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धंस सकती हैं जमीनें

अगर छोटा भूकंप भी आता है तो इसका कंपन काफी दूर तक महसूस किया जाता है। गंगा के मैदानी इलाकों की मिट्टी मुलायम है। कंपन होने पर यह धंस सकती है। हालांकि ये सिर्फ रिपोर्ट में दावा किया गया है।



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