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Noida Boy Success Story: उम्र 22 साल...चुना मेहनत का रास्ता,आज है लड़का 600 करोड़ का मालिक, चीन को दे रहा चुनौती

Noida Boy Success Story: सागर की पिता की इच्छा थी कि उनका बेटा अच्छी पढ़ाई कर सीए बने। अच्छी सैलरी पर काम कर घरबार का खर्चा उठा सके, लेकिन सागर के दिमाग में सैलरी पाने वाला नहीं बल्कि सैलरी देने वाला विचार कौंध रहा था, जिसका परिमाण Ekkaa Electronics के रूप में निकला।

Viren Singh
Published on: 17 May 2023 5:59 PM IST (Updated on: 17 May 2023 6:10 PM IST)
Noida Boy Success Story: उम्र 22 साल...चुना मेहनत का रास्ता,आज है लड़का 600 करोड़ का मालिक, चीन को दे रहा चुनौती
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Noida Boy Success Story (सोशल मीडिया)

Noida Boy Success Story: एक कहावत है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, फिर चाहे किसी आयु में किया जाए। जब उम्र थी... दोस्तों के संग पार्टियां करने की। पहाड़ों और पबों में जाकर मौज मस्ती करनी की, तब उनसे महज 22 की उम्र में मेहनत की राह पकड़ी और आज नतीजा सबसे सामने है। मजह 22 साल की आयु वाला यह लकड़ा 600 करोड़ रुपये की एक कंपनी खड़ा कर चुका है। इतनी ही नहीं, उसकी कंपनी दुनिया के शाक्तिशाली देश चीन की कंपनियों को बाजार में कड़ी टक्कर दे रही है। दरअसल, यह कहानी है उत्तर प्रदेश के नोएडा में रहने वाले सागर गुप्ता की है।

4 साल में खड़ी कंपनी बनी 600 करोड़ की

सागर गुप्ता के पास कोई बिजनेस अनुभव नहीं था। उसको अनुभव के तौर पर पिता का सेमीकंडक्टर ट्रेंडिग मिला, जिसका लाभ सागर ने बखुबी उठाया और चार साल में इनती मेहनत की, वह 600 करोड़ रुपए की कंपनी खड़ी की दी। उनकी कंपनी का नाम Ekkaa Electronics है। सागर गुप्ता Ekkaa Electronics के डायरेक्टर हैं। सागर की पिता की इच्छा थी कि उनका बेटा अच्छी पढ़ाई कर सीए बने। अच्छी सैलरी पर काम कर घरबार का खर्चा उठा सके, लेकिन सागर के दिमाग में सैलरी पाने वाला नहीं बल्कि सैलरी देने वाला विचार कौंध रहा था, जिसका परिमाण Ekkaa Electronics के रूप में निकला।

पिता बेटे को सीए बनाना चाहते थे

Ekkaa Electronics के डायरेक्टर सागर गुप्ता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, जिसको SRCC के नाम से सबसे अधिक जानते हैं. वहां से कॉर्मस विषय से बीकॉम की डिग्री हासिल की। उसके बाद पति की सीए बनने की इच्छा के आगे सागर सीए की कोचिंग लेना शुरू कर दिया, लेकिन सागर ने सीए बनाने की इच्छा छोड़ मैन्युफैक्चरिंग में भविष्य देखने लगा। वह सही अवसर और सही समय का इंतजार कर रहा था। यह अवसर उसको साल 2017 में मिला। जब पिता और पुत्र ने एलईटी टेलीविजन के उत्पादन में अपना कारोबार शुरू किया। इसी साल उन्होंने पहली यूनिट लगाई। सागर के पिता सेमीकंडक्टर्स का कारोबार बीते 30 साल से कर रहे थे, जिसका लाभ दोनों लोगों को मिला। यूनिट लगाने के बाद सागर ने सोनी, तोशिबा और सैमसंग जैसी बड़ी कंपनियों के लिए एलईडी बनाने का काम शुरू किया। यह वही, समय था, जब एलईडी निर्माण के क्षेत्र में चीन शीर्ष स्थान पर था। हालांकि सागर Ekkaa Electronics के माध्मय से भारत को एलईडी बनाने की क्षेत्र में नई ऊंचाई देने में लगे हुए हैं।

2022 में सागर ने हासिल किया 600 करोड़ का रेवेन्यू

2017 में शूरू हुई कंपनी एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स आज 600 करोड़ रुपये की कंपनी बन गई है। साल 2019 में सागर ने नोएडा में कंपनी एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स की यूनिट लगाई। आज एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स से 100 से अधिक बायर्स एलसीडी,टीवी के साथ हाई एंड टीवी को बाइ करती हैं। कंपनी हर महीने 1 लाख से अधिक टीवी बनाती है। मिली जानकारी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में सागर गुप्ता की कंपनी को 600 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला था। अब वे स्मार्टवॉच, स्पीकर और वाशिंग मशीन जैसे तकनीकी उत्पाद को भी बनाने में लगे हुए हैं। हरियाणा के सोनीपत में एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स की फैक्टी लगी हुई हैं,यहां पर 1 हजार से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। आज भारत में एक्का इलेक्ट्रॉनिक्स चीन की बड़ी बड़ी कंपनियों को एलईडी के क्षेत्र में कड़ी टक्कर दे रही है।



Viren Singh

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