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RBI Repo Rates Cute: इस तिमाही से कम होगी आपकी ईएमआई, जानें कब होगी रेपो रेट में कटौती, एक्सपर्ट की राय
RBI Repo Rates Cute: जसानी ने कहा कि केंद्रीय बैंक के गवर्नर का जिस पर महंगाई पर बयान आया है, उससे देखकर लग रहा है कि अलगी मौद्रिक नीति बैठक में भी रेपो रेट में कोई बदलाव के असर नहीं दिख रहे हैं। अगले साल से पहले रेपो रेट में कोई बदलाव के असर नहीं दिख रहे हैं।
RBI Repo Rates Cute: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) हाल में ही समाप्त हुई मौद्रिक नीति समीति की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया। यानी रेपो रेट को स्थिर रखा। इसके स्थिर लोगों को काफी राहत मिली है। मसलन बैंक अपनी कर्ज ब्याज दरों में वृद्धि नहीं करेंगी। लोन पर चल रही ईएमआई नहीं बढ़ेंगी इत्यादि। नीतिगत दरें स्थिर रहने के बाद अब लोगों के मन में सवाल कौंध रहा है कि पिछले साल मई से लेकर फरवरी 2023 तक जो केंद्रीय बैंक ने देश में महंगाई को लेकर रेपो रेट में कुछ छह बार वृद्धि की है,आखिर उसको आगे कम करेगा या नहीं... या फिर अगली कुछ तिमाहियों में ऐसा ही चलने वाले हैं। तो जानिए रेपो रेट की कटौती पर बाजार विशेषज्ञों का क्या मत है?
टारगेट से ऊपर बनी है मंहगाई दर
आरबीआई गवर्नर शाक्तिकांत दास 8 जून को MCP के फैसलों की घोषणा करते हुए कहा था कि ग्लोबल महंगाई भले ही नीचे की ओर जा रही हो, लेकिन अभी भी यह चिंता का विषय है, इस वजह से आ वाले महीनों में दरों में बढ़ोतरी के असर देख रहे हैं। भारत में महंगाई दर अभी केंद्रीय बैंक द्वारा तय टारगेट से ऊपर चल रही है।
फिर रखा सकता है स्थिर
नीतिगत दर से लोगों को राहत पर HDFC सिक्योरिटीज के हेड ऑफ रिसर्च दीपक जसानी ने कुछ बातें कहीं। जसानी ने कहा कि केंद्रीय बैंक के गवर्नर का जिस पर महंगाई पर बयान आया है, उससे देखकर लग रहा है कि अलगी मौद्रिक नीति बैठक में भी रेपो रेट में कोई बदलाव के असर नहीं दिख रहे हैं। अगले साल से पहले रेपो रेट में कोई बदलाव के असर नहीं दिख रहे हैं।
उनका कहना है कि केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर तथावत रखने का फैसला आने वाली MCP में भी देखने को मिल सकता है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो इसमें कटौती फरवरी,2024 में देखनने को मिल सकती है।
अगले मार्च में कटौती के आसार
क्रिसिल रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने रेपो रेट की राहत पर इस साल कोई कटौती की उम्मीद नहीं जताई है। जोशी ने कहा कि इस रेपो रेट में कटौती के कोई आसार नहीं देख रहे हैं। अगली मौद्रिक नीति में केंद्रीय बैंक रेपो रेट को फिर स्थिर रखा सकता है। 2024 की मार्च की तिमाही में इसमें कटौती के आसार देख रहे हैं।
1 साल में 6 बार बढ़ा रेपो रेट
दरअसल, पिछले साल फरवरी में शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से वैश्विक स्तर पर कमोडिटी की कीमतों में भारी उछाल आया था। इस उछाल का असर भारतीय बाजारों में भी दिखाई दिया था, जिसकी वजह से घरेलू बाजार में महंगाई दर यानी मुद्रीस्फीति बढ़ गई थी। महंगाई दर को रोकने लिए केंद्रीय बैक ने मई 2022 लेकर फरवरी, 2023 तक रेपो रेट में कुल 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी थी, जिसके बाद यह बढ़कर 6.50 फीसदी पर आ गया था। हालांकि फरवरी के बाद से देश में आई मुद्रास्फीति कमी की वजह से केंद्रीय बैंक अप्रैल में MPC की बैठक में रेपो रेट को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया था। जिसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी है।