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रखा सोना बेकारः बेचने में आ रही है अब ये सबसे बड़ी समस्या
कारोबारी हालात से निपटने के लिए एक विकल्प बता रहे हैं कि फिलवक्त जो हालात हैं उनमें निवेशक बैंक में कुछ दिन के लिए सोना गिरवी रखकर अपना काम चलाएं। जब हालात सामान्य हो जाए तब सोना बेचने के बारे में सोचें।
लखनऊ। कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन में सराफा उद्योग भी बुरी तरह तबाह हो गया है। लॉकडाउन के चलते छोटे सराफा कारोबारियों के समक्ष जहां आजीविका का संकट उत्पन्न हो गया है। गौरतलब है कि सराफा उद्योग के लिए अभी तक कोई राहत पैकेज भी नहीं आया है लेकिन सराफा उद्योग के समक्ष लॉकडाउन खुलते ही एक नया संकट आने जा रहा है। जिसके बारे में सोच सोचकर कारोबारी हलकान हैं।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान सोना चांदी की कीमतों में जबर्दस्त उछाल आया है। बुरे वक्त के साथी कहे जाने वाले सोने को निवेशक अब लॉकडाउन खत्म होते ही बेचने के लिए निकलेंगे। कारोबारियों की मुसीबत यह है कि सोना खरीदने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। ऐसे में सोना में निवेश करने वालों को सोना कितना संकट से निजात दिला पाएगा ये एक बड़ा सवाल है।
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अगर लखनऊ की बात करें तो लखनऊ में ही निवेशकों के पास 12 सौ किलो से अधिक सोना है। जिसमें गहने भी शामिल है। ऐसे में कैश न होना और चढ़ी कीमतों पर सोना खरीदना घाटे का सौदा होने का अनुमान कारोबारियों की हालत पतली किये है। क्योंकि कारोबारियों को अंदेसा है कि लॉकडाउन खत्म होने पर सोने की कीमतें नीचे आना तय है। ऐसे में कारोबारियों की पूंजी का बड़ा हिस्सा डूब जाएगा।
मना भी करें तो कैसे
लॉकडाउन में सभी की हालत पतली हो चुकी है ऐसे में लॉकडाउन हटते ही निवेशकों की भीड़ सोना बेचने के लिए घरों से निकलेगी। ऐसे में कारोबारियों की मजबूरी है कि वह निवेशकों का सोना खरीदने से मना भी नहीं कर पाएंगे। ऐसे में क्या क्या समस्याएं आ सकती हैं इस बारे में आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन विचार कर रहा है। हालांकि निवेशकों का सोना खरीदने के अभी तक कोई प्रबंध नहीं हैं।
कारोबारी हालात से निपटने के लिए एक विकल्प बता रहे हैं कि फिलवक्त जो हालात हैं उनमें निवेशक बैंक में कुछ दिन के लिए सोना गिरवी रखकर अपना काम चलाएं। जब हालात सामान्य हो जाए तब सोना बेचने के बारे में सोचें।