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J&K: दहशतगर्दों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान तेज, इस साल अब तक 71 आतंकी ढ़ेर जिनमें 19 पाकिस्तानी

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और दशतगर्दों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान तेज है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस वर्ष अब तक 71 आतंकी मारे गए, इनमें 19 पाकिस्तानी थे।

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Written By amanPublished By Rakesh Mishra
Published on: 11 May 2022 12:02 PM GMT (Updated on: 11 May 2022 12:17 PM GMT)
19 from pakistan among 71 terrorists killed in jammu kashmir this year
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भारतीय सुरक्षाबल (फाइल फोटो) 

Jammu-Kashmir News : जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और दशतगर्दों के खिलाफ सेना और सुरक्षा बलों का अभियान तेज है। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस वर्ष यानी 2022 में अब तक 71 आतंकी मारे गए। इनमें 19 पाकिस्तानी थे। सेना और सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई से आतंकियों की शामत आई हुई है। हर रोज किसी न किसी इलाके में उन्हें ढूंढ-ढूंढकर ख़त्म किया जा रहा है।

हाल के दिनों में घाटी में सुरक्षाबलों ने एक बार फिर दहशतगर्दों के नापाक मंसूबों को कई बार नाकाम किया। इसी क्रम में रविवार को कुलगाम जिले के देवसर इलाके में सुरक्षाबलों को तब बड़ी कामयाबी मिली जब उन्हें पता चला कि यहां लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के दो आतंकवादी छुपे थे। एक मुठभेड़ के दौरान दोनों को मार गिराया गया। इनमें एक पाकिस्तान का रहने वाला था। यह मुठभेड़ कुलगाम में बुना देवसर से 1.5 किलोमीटर दूर हुई थी।

बताया जाता है कि, शनिवार देर रात को ही सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी, कि कुछ आतंकवादी छिपे हैं। जब सुरक्षाबल ने घर को चारों तरफ से घेर लिया तब आतंकवादियों ने खुद को फंसा देखकर फायरिंग शुरू कर दी। इस मुठभेड़ अगले दिन सुबह तक चलती रही। इसी तरह कई अन्य मुठभेड़ों में भी पाकिस्तान से आए आतंकी सेना की गोलियों का निशाना बने।

पुलिस की दर्ज रिकॉर्ड के मुताबिक, दोनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के थे। उनकी पहचान पाकिस्तान के रहने वाले हैदर और कुलगाम के दादरकोट निवासी शाहबाज आह शाह के रूप में हुई। पुलिस ने आतंकवादियों के कब्जे से हथियार, गोला-बारूद, पिस्तौल और दो ग्रेनेड तथा कारतूस बरामद किए थे।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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