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अस्पताल के लिए दिया 425 करोड़ रुपये का दान

भारतीय विज्ञान संस्थान अपने बेंगलुरु परिसर में एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल स्कूल और एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना करने जा रहा है। जिसके लिए दो परिवार भारतीय विज्ञान संस्थान को 425 करोड़ रुपये का दान करेंगे।

Bishwajeet Kumar
Published By Bishwajeet KumarWritten By Neel Mani Lal
Published on: 14 Feb 2022 2:11 PM GMT
अस्पताल के लिए दिया 425 करोड़ रुपये का दान
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आईआईएससी बेंगलुरु (तस्वीर साभार: सोशल मीडिया)

नई दिल्ली। 1909 में स्थापित भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science) विज्ञान और इंजीनियरिंग में उन्नत अनुसंधान और शिक्षा के लिए भारत का प्रमुख संस्थान है। विज्ञान, इंजीनियरिंग और चिकित्सा को एकीकृत करने के वैश्विक उदाहरणों के अनुरूप आईआईएससी (IISC) अपने बेंगलुरु परिसर में एक मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के साथ एक पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल स्कूल की स्थापना करने जा रहा है जिसके लिए दो परिवारों ने निजी तौर पर 425 करोड़ रुपये का दान दिया है।

425 करोड़ रुपये का दान

आईआईएससी के बेंगलुरु परिसर में 800-बेड वाला मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल होगा जिसमें पीजी और पीएचडी के शैक्षणिक कार्यक्रम के साथ साथ प्रशिक्षण और अनुसंधान गतिविधियां भी संचालित होंगी। अहमदाबाद स्थित आर्किटेक्ट आर्ची मेडेस (आई) कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डिजाइन किए गए अस्पताल भवन के निर्माण के लिए सुष्मिता और सुब्रतो बागची (Subrato Bagchi) तथा राधा और एनएस पार्थसारथी 425 करोड़ रुपये का दान करेंगे। आएआईएससी को अपनी स्थापना के बाद यह सबसे बड़ा एकल निजी दान है। अस्पताल का नाम बागची-पार्थसारथी अस्पताल होगा।

अस्पताल 2024 में होगी चालू

संस्थान ने इस साल जून में ग्राउंड ब्रेकिंग की योजना बनाई है और अस्पताल 2024 के अंत तक चालू हो जाएगा। बागची-पार्थसारथी अस्पताल में निदान, उपचार और अनुसंधान के लिए उन्नत सुविधाएं होंगी। अस्पताल उन्नत डिजिटल तकनीकों और समाधानों को भी लागू करेगा, जैसे एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिकॉर्ड सिस्टम (electronic medical record system) और हैप्टिक्स इंटरफेस (Haptics Interface) के साथ एक व्यापक टेलीमेडिसिन सुइट भी होगा।

इस मौके पर सुष्मिता बागची (Sushmita Bagchi) ने कहा- हम आईआईएससी के साथ साझेदारी करने के लिए आभारी हैं। हमारे जैसे देश में, चिकित्सा अनुसंधान और वितरण को केवल सरकार या कॉर्पोरेट क्षेत्र पर नहीं छोड़ा जा सकता है। हम जैसे और लोगों के साथ जुड़ने का समय आ गया है। आईआईएससी के साथ हम साझा विज़न रखते हैं। हम अपने दान के स्थायी, लाभकारी परिणाम को लेकर बहुत आश्वस्त हैं।

राधा पार्थसारथी (Radha Parthasarathy) ने कहा - आईआईएससी का विज्ञान, इंजीनियरिंग और चिकित्सा को एक परिसर में एकीकृत करने का व्यापक दृष्टिकोण भारत के लिए नया है। यह हमारे लिए सहयोग करने का एक रोमांचक अवसर है। आईआईएससी की वैश्विक प्रतिष्ठा और नेटवर्क, चिकित्सा अनुसंधान और क्रियान्वयन में सफलता हासिल करने के लिए उत्कृष्ट प्रतिभाओं को आकर्षित करेगा। हम जिस महामारी से गुजर रहे हैं, उसने चिकित्सा की सार्वभौमिक पहुंच और समानता बनाने की तत्काल आवश्यकता को स्थापित किया है। हम भारत के सबसे सम्मानित शोध संस्थान के इतिहास में एक नई यात्रा का हिस्सा बनने के लिए आभारी हैं।

बागची और पार्थसारथी माइंडट्री की संस्थापक टीम का हिस्सा हैं। माइंडट्री लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय आईटीसर्विस और कंसल्टेंट कंपनी है, जिसका मुख्यालय बंगलुरु में है। यह लार्सन एंड टुब्रो ग्रुप (Larsen and Toubro Group) का हिस्सा है। ये कंपनी 18 से अधिक देशों में 43 कार्यालयों के साथ ई-कॉमर्स, मोबाइल एप्लिकेशन, क्लाउड कंप्यूटिंग, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, डेटा एनालिटिक्स, टेस्टिंग, एंटरप्राइज एप्लिकेशन इंटीग्रेशन और एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग में काम करती है।

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