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Ajay Bhatt: अजय भट्ट का जीवन परिचय, दुकानों में काम कर बने उत्तराखंड के दमदार नेता, मिली मोदी कैबिनेट में जगह
Ajay Bhatt Jeevan Parichay: उत्तराखंड के नैनीताल-उधमसिंहनगर से पहली बार भाजपा के सांसद रहे अजय भट्ट का जन्म 1 मई 1961 को अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में हुआ था।
Ajay Bhatt Jeevan Parichay: उत्तराखंड के सबसे वरिष्ठ बीजेपी नेताओं में से एक अजय भट्ट को मोदी मंत्रिमंडल में जगह मिल गई। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद जहां एक ओर शिक्षा मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक को कैबिनेट से हटा दिया गया तो वहीं नैनीताल के सांसद अजय भट्ट को केंद्रीय मंत्री का पद दिया। मोदी सरकार में अजय भट्ट को रक्षा राज्य मंत्री और पर्यटन राज्य मंत्री का प्रभार मिला है।
अजय भट्ट का जीवन परिचय
उत्तराखंड के नैनीताल-उधमसिंहनगर से पहली बार भाजपा के सांसद रहे अजय भट्ट का जन्म 1 मई 1961 को अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में हुआ था। बचपन मे ही पिता के निधन के बाद भट्ट ने एक सब्जी की दुकान पर काम किया। इस दौरान उन्होने अपनी पढ़ाई जारी रखी। एलएलबी कर एक वकालत के पेशे में आए। 1980 में उन्होने विद्यार्थी परिषद की सदस्यता ली। इसके बाद 1985 में भाजयुमो उत्तर प्रदेश कार्य समिति का सदस्य भी बने। भट्ट भाजयुमो रानीखेत और भिकियासैंण तहसील के संयोजक रहे। सांसद बनने से पहले अजय भट्ट रानीखेत, अल्मोड़ा से विधायक भी रह चुके हैं। वह तीन बार विधायकी के चुनाव में जीत चुके हैं।
अजय भट्ट की शिक्षा और परिवार (Ajay Bhatt Education)
अजय भट्ट पेशे से वकील हैं। उन्होनें कुमाऊं विश्वविद्यालय से बीए एलएलबी किया हुआ है। अजय भट्ट के परिवार (Ajay Bhatt Family) में पत्नी पुष्पा भट्ट, एक बेटा और तीन बेटियां है। 28 फरवरी 1986 में अजय भट्ट की शादी हुई थी। पुष्पा भट्ट भी वकील हैं। भट्ट की पत्नी (Ajay Bhatt Wife) जज रह चुकी हैं। फिलहाल नैनीताल हाईकार्ट में वकालत करती है। उनके बड़े भाई एक रिटायर्ड रेवेन्यू अफसर हैं। जानकारी के मुताबिक, पढ़ाई के दौरान वह काॅलेज में मेस चलाने का काम भी करते थे। भट्ट ने पढ़ाई पूरी करने के लिए मंदिरों के बाहर बिंदी -चूड़ी बेचने का भी काम किया है।
अजय भट्ट का राजनीतिक जीवन
भट्ट को राजनीति का लंबा अनुभव है। तीन बार विधायक रह चुके भट्ट साल 2000 को उत्तरांचल बनने के बाद अंतरिम सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे थे। 2002 के चुनाव में रानीखेत से विधायक बनने के बाद साल 2007 में रानीखेत विधानसभा सीट से हार गए। हालांकि 2009 में जब निशंक सरकार बनी तो भट्ट एनआरएचएम के उपाध्यक्ष बनाए गए। वहीं 2012 में रानीखेत विधानसभा क्षेत्र से फिर विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कराई। इसके बाद साल 2012 में पार्टी ने उन्हें सदन में नेता विपक्ष बनाया।
इतना ही नहीं भट्ट उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी पद को भी संभाल चुके हैं। उत्तराखंड में भाजपा सरकार के दौरान अजय भट्ट कई पदों पर रह चुके हैं। 2017 विधानसभा चुनाव में अपने नेतृत्व में भट्ट ने तीन चौथाई से अधिक बहुमत के साथ बीजेपी को सत्ता तक पहुंचाने की सफलता पाई थी। साल 2019 में पहली बार नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से संसदीय चुनाव लड़ा और सांसद बने। इस चुनाव में उन्होने कांग्रेसी दिग्गज नेता हरीश रावत को करीब तीन लाख चालीस हजार वोटों से हराया था।