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Amazon and Future Retail: 78 वकीलों ने लड़ी सुप्रीम कोर्ट में अमेज़न और फ्यूचर रिटेल की कानूनी लड़ाई
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अमेज़न और फ्यूचर रिटेल की कानूनी लड़ाई का फिलहाल पटाक्षेप हो गया है।
Amazon and Future Retail: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अमेज़न और फ्यूचर रिटेल की कानूनी लड़ाई का फिलहाल पटाक्षेप हो गया है। कॉर्पोरेट जगत की ये कानूनी लड़ाई कितनी महत्वपूर्ण रही ये इस बात से साफ़ हो जाता है कि इस लड़ाई में दोनों पक्षों की तरफ से 78 वकील शामिल रहे। इसमें 48 वकील अमेज़न की तरफ से थे जबकि 30 वकील फ्यूचर रिटेल की तरफ से थे।
सुप्रीम कोर्ट ने आज अपने आदेश में कहा है कि फ्यूचर रिटेल के खिलाफ अमेज़न के पक्ष में सिंगापुर की अंतर्राष्ट्रीय मध्यस्थता अदालत का फैसला सही और भारत में मान्य है। फ्यूचर ग्रुप ने अमेज़न से हुए करार के खिलाफ जा कर रिलायंस से डील की है जिसपर लम्बी अदालती लड़ाई चली है। इस लड़ाई का अंतिम पड़ाव सुप्रीम कोर्ट रहा जहाँ दोनों ओर से एक से बढ़ कर एक दिग्गज वकील खड़े हुए।
अमेज़न के वकील
अमेज़न का प्रतिनिधित्व करने वालों में सुप्रीम कोर्ट के कई सीनियर वकील - गोपाल सुब्रमनियम, रंजीत कुमार, अस्पी चिनॉय गौरब बनर्जी, अमित सिब्बल और नकुल देवन शामिल थे और ये सभी कोर्ट में उपस्थित हुए। इन सीनियर वकीलों की मदद करने वाले वकील अलग से थे। जैसे कि, गोपाल सुब्रमनियम के सहायक थे पवन भूषण, हिमा लॉरेंस और उज्वला उप्पलुरी। गौरब बनर्जी के सहायक थे मोहित पाण्डेय, ऐश्वर्य विक्रम और कौस्तुभ प्रकाश। नकुल देवन के असिस्टेंट रहे अनुष्का शाह और नीलू मोहन।
कॉर्पोरेट लॉ फर्म 'पी एंड ए ऑफिसेज' ने सीनियर वकीलों की ब्रीफिंग की और इसमें पी एंड ए की ओर से आनंद पाठक, अमित के मिश्रा, शशांक गौतम, श्रीमोई देब और विजय पुरोहित थे। इसी लॉ फर्म के मोहित सिंह 'एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड' रहे। इनके अलावा 'पी एंड ए' फर्म के 13 अन्य वकीलों ने भी इस मामले में सहायता की।
सीनियर वकीलों को केस की तैयारी में मदद करने के लिए 'एजेडबी एंड पार्टनर्स' लॉ फर्म भी शामिल रही। इस फर्म की टीम विजयेन्द्र प्रतल सिंह, रचित बहल और रूपाली सिंह के नेतृत्व में थी जिसमें 10 अन्य वकील शामिल थे।
फ्यूचर रिटेल के वकील
फ्यूचर रिटेल की तरफ से केस लड़ने वालों में भी दिग्गज वकीलों की टीम लगी थी। सुप्रीम कोर्ट में बहस सीनियर अधिवक्ता हरीश साल्वे, केवी विश्वनाथन, विनीत नाइक और रीतिन राय ने की। इस पक्ष की ओर से एडवोकेट ओं रिकॉर्ड युगांधर पावर झा थे जबकि राघव शंकर, आदित्य मेहता, तुषार हथिरामानी, हर्षवर्धन झा, अर्शिया शारदा, रितिका राय, अपूर्व सिंघल और पंकज पटेल ने सहायता की। सीनियर अधिवक्ताओं की ब्रीफिंग नाइक नाइक एंड कंपनी की टीम द्वारा की गयी जिसका नेतृत्व अमीत नाइक, अभिषेक काले और मधु गदोडिया ने किया।
फ्यूचर कूपन्स के वकील
इस मामले में फ्यूचर कूपन्स कंपनी की तरफ से सीनियर अधिवक्ता विक्रम नन्कानी ने टीम का प्रतिनिधित्व किया। विक्रम नन्कानी की ब्रीफिंग अग्रवाल लॉ एसोसिएट्स की एक टीम द्वारा की गयी जिसका नेतृत्व इस फर्म के पार्टनर ई.सी.अग्रवाल, महेश अगरवाल और ऋषि अगरवाल ने किया। ई.सी. अग्रवाल एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड रहे। इस फर्म की तरफ से शामिल अन्य वकील थे प्रंजित भट्टाचार्य, कारन लूथरा और अंकित बनाती। इनके अलावा सात वकीलों की टीम ने भी सहायता की।