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Ambitious Theaterisation Plan: दुश्मन का काल बनेगी भारतीय सेना, बनाई जा रही थिएटर कमांड की योजना
Ambitious Theaterisation Plan: भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एक बड़े आदेश के तहत थिएटर कमांड की योजना बनाई जा रही है। भारत अगले साल के मध्य तक महत्वाकांक्षी थिएटर कमांड योजना का रोडमैप तैयार करेगा।
Ambitious Theaterisation Plan: भारत अगले साल के मध्य तक महत्वाकांक्षी थिएटर कमांड योजना (Theater Command Plan) का रोडमैप तैयार करेगा। इस योजना में सेवाओं की क्षमताओं को एकीकृत करने और उनके संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इस बारे जानकारी रखने वाले सूत्रों ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
थिएटर कमांड में होंगी तीनों सेनाओं (Indian Army Today News) की इकाइयां
योजना के मुताबिक, प्रत्येक थिएटर कमांड (Theater Command Plan) में थल सेना (Indian Army), नौसेना (Indian Navy) और वायु सेना (Indian Airforce) की इकाइयां होंगी और ये सभी एक परिचालन कमांडर के तहत एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों की देखभाल करने वाली एक इकाई के रूप में काम करेंगी। वर्तमान में थल सेना, नौसेना और वायु सेना के पास अलग-अलग कमांड हैं। शुरू में एक एयर डिफेंस कमांड और मैरीटाइम थिएटर कमांड के निर्माण के लिए एक योजना तैयार की गई थी।
सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए बनाई जा रही थिएटर कमांड की योजना
भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एक बड़े आदेश के तहत थिएटर कमांड की योजना (Theater Command Plan) बनाई जा रही है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Chief of Defence Staff General Bipin Rawat) ने भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेवाओं के समन्वय और सैन्य कमान के पुनर्गठन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जनरल रावत (Chief of Defence Staff General Bipin Rawat) ने 1 जनवरी 2020 को भारत के पहले सीडीएस के रूप में पदभार ग्रहण किया था। इसमें तीन सेवाओं के बीच अभिसरण लाने और भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सैन्य कमांड का पुनर्गठन करने का आदेश दिया गया था।
क्या है थिएटर कमांड (Kya Hai Theater Command)
थिएटर कमांड्स का सबसे सही उपयोग युद्ध के दौरान तब होता है, जब भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तीनों सेना प्रमुखों के बीच समन्वय समन्वय होती है। युद्ध के मौके पर तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाए रखने के लिए ये कमांड बेहद उपयोगी होता है। यहां से बनी रणनीतियों के अनुसार दुश्मन पर अचूक वार करना आसान हो जाता है। बता दें कि अभी देश में करीब 15 लाख सशक्त सैन्य बल है। इन्हें संगठित और एकजुट करने के लिए थिएटर कमांड की जरूरत है।