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जनरल नरवणे ने कहा- भारतीय सेना आज चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही, हम किसी भी संभावित खतरे को लेकर चौकन्ना और तैयार हैं
थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा है।
नई दिल्ली: देश की सीमा पर शांति और बहाली बनाए रखने के मुद्दे को लेकर थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे में आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार रहने को कहा है। जनरल एम एम नरवणे ने आज यानी बुधवार को कहा कि भारतीय सेना (Indian army) देश की सीमाओं पर शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी संभावित खतरे को लेकर चौकन्ना और तैयार है।
उन्होंने आज लड़े जाने वाले युद्धों के तरीके में आए बदलावों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि सेना ने नए हथियारों और आधुनिक उपकरणों से अपनी दक्षता बढ़ायी है. सेना प्रमुख चार पैराशूट बटालियनों को यहां प्रतिष्ठित 'प्रेजीडेंट्स कलर्स' से सम्मानित करने के बाद बोल रहे थे. इसे सेना में 'निशान' सम्मान के नाम से भी जाना जाता है.
संभावित खतरे को लेकर सभी चौकन्ना तथा तैयार
आगे जनरल नरवणे ने कहा, 'भारतीय सेना आज चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है। आप हमारी सीमाओं पर घटनाक्रम से भली भांति परिचित हैं। सेना सीमाओं पर शांति तथा स्थिरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। भविष्य के खतरों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि मैं निश्चित तौर पर कहना चाहता हूं कि हम किसी भी संभावित खतरे को लेकर चौकन्ना तथा तैयार हैं।'
सेना के आधुनिकीकरण के बारे में उन्होंने कहा कि जंग के क्षेत्र में काफी बदलाव आए हैं। हथियारों के उपयोग और लड़ाईयां कैसे लड़ी जाती हैं, इनमें काफी बदलाव हुए हैं। सेना ने नए हथियारों और अधुनिक उपकरणों से अपनी दक्षता बढ़ाई है। ऐसे में बदलाव की यह प्रक्रिया लगातार जारी है। पर बीते दो से तीन सालों में इन प्रयासों में नई तीव्रता और गति आई है।'
बटालियन के सम्मान को लेकर जनरल नरवणे ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तरफ से पैरा बटालियनों को 'निशान' से सम्मानित करना उनके लिए गर्व की बात है। चार बटालियनों के सभी अधिकारियों को बधाई दी। इस पर उन्होंने कहा कि पैराशूट रेजीमेंट भारतीय सेना की सर्वश्रेष्ठ रेजीमेंट में से एक है और इसकी अपनी प्रतिष्ठित विरासत है तथा इसे युद्ध मैदानों में शौर्य और साहस के लिए पहचाना जाता है। देश को उसकी उपलब्धियों पर गर्व है।'
इस दौरान सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने देश के लिए मर-मिटने वाले सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बीच परेड में आठ पैरा ट्रूपर्स ने 'कॉम्बैट फ्री फॉल' का भव्य प्रदर्शन भी किया गया। लेकिन तीव्र हवाओं की वजह से पैरामोटर उड़ान के प्रदर्शन को रद्द करना ही पड़ा।