TRENDING TAGS :
Parliament Monsoon Session: फोन टैपिंग केस पर विपक्ष का हंगामा, आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आरोपों को बताया गलत
Parliament Monsoon Session: लोकसभा में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि 'रिपोर्ट के मुताबिक फोन टैपिंग को लेकर जासूसी के आरोप गलत है। देश में इसके लिए सख्त कानून है।'
Parliament Monsoon Session: लोकसभा मानसून सत्र (Lok Sabha Monsoon session) के पहले दिन सोमवार संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला है। मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने फोन टैपिंग मामले पर जमकर हंगामा किया है। इसके साथ ही विपक्ष केंद्र सरकार से इस मामले पर स्पष्टीकरण भी मांगा। जिसके बाद लोकसभा में आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि 'रिपोर्ट के मुताबिक फोन टैपिंग को लेकर जासूसी के आरोप गलत है। देश में इसके लिए सख्त कानून है।'
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 'पहले भी व्हाट्सएप पर पेगासस के इस्तेमाल को लेकर इसी तरह के दावे किए गए थे। उन रिपोर्टों का कोई तथ्यात्मक आधार नहीं था और सभी पक्षों द्वारा उनका खंडन किया गया था। 18 जुलाई '21 की प्रेस रिपोर्ट भी भारतीय लोकतंत्र और इसकी सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश लगती है।'
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि आरोप है कि इन फोन नंबरों से जुड़े लोगों की जासूसी की जा रही है। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि डेटा में एक फोन नंबर की मौजूदगी से यह पता नहीं चलता है कि डिवाइस पेगासस से संक्रमित था या हैक करने की कोशिश की गई थी। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि 'हम उन लोगों को दोष नहीं दे सकते जिन्होंने समाचार को विस्तार से नहीं पढ़ा है। मैं सदन के सभी सदस्यों से तथ्यों और तर्क पर मुद्दों की जांच करने का अनुरोध करता हूं।'
आईटी मिनिस्टर ने कहा कि मैं सदन के सभी सदस्यों से तथ्यों और तर्क पर मुद्दों की जांच करने का अनुरोध करता हूं। इस रिपोर्ट का आधार यह है कि एक कंसोर्टियम है जिसके पास 50,000 फोन नंबरों के लीक हुए डेटाबेस तक पहुंच है। आरोप है कि इन फोन नंबरों से जुड़े लोगों की जासूसी की जा रही है। वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि डेटा में एक फोन नंबर की मौजूदगी से यह पता नहीं चलता है कि कोई डिवाइस पेगासस की पहुंच में थी या नहीं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेगासस स्मार्ट फोन के जरिए व्यक्तिगत डेटा हासिल कर लेता है और यह पता लगा सकता है कि व्यक्ति कहां मौजूद है। यह स्मार्टफोन के माइक्रोफोन और कैमरे को गुप्त रूप से नियंत्रित करता है। इसके साथ ही इसके माध्यम से लोगों की आवाज भी सुनी जा सकती है।