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New ministry : कैबिनेट विस्तार से पहले मोदी सरकार ने बनाया सहकारिता मंत्रालय

New ministry : मोदी सरकार ने मंगलवार को एक अलग मंत्रालय बनाया है। इसका नाम 'मिनिस्ट्री ऑफ को-ऑपरेशन' है। नया मंत्रालय देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा मुहैया कराएगा। यह सहकारी समितियों को जमीनी स्तर तक पहुंचने में मदद करेगा।

Sushil Shukla
Published By Sushil Shukla
Published on: 7 July 2021 7:09 AM IST (Updated on: 7 July 2021 11:37 AM IST)
Narendra Modi
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल तस्वीर (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

New ministry : केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार और फेरदबल से एक दिन पहले मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मंगलवार को एक अलग मंत्रालय बनाया है। इसका नाम 'मिनिस्ट्री ऑफ को-ऑपरेशन' (सहकारिता मंत्रालय) है। 'सहकार से समृद्धि' के सपने को साकार करने के लिए मोदी सरकार ने यह नया मंत्रालय गठित किया है। वित्त मंत्री ने बजट में अलग सहकारिता मंत्रालय को लेकर बजट में घोषणा की थी। ऐसे में सरकार ने इसे लेकर अपना वादा पूरा किया है।

नया मंत्रालय देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा मुहैया कराएगा। यह सहकारी समितियों को जमीनी स्तर तक पहुंचने में मदद करेगा। इसके जरिये को-ऑपरेटिव्ज यानी सहकारी समितियां लोगों से गहराई से जुड़ सकेंगी।

कैसे काम करेगा यह नया मंत्रालय

नया मंत्रालय देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढांचा मुहैया कराएगा। यह सहकारी समितियों को जमीनी स्तर तक पहुंचने में मदद करेगा। इसके जरिये को-ऑपरेटिव यानी सहकारी समितियां लोगों से गहराई से जुड़ सकेंगी। देश में सहकारिता आधारित आर्थिक विकास का मॉडल बहुत प्रासंगिक है। इस मॉडल में प्रत्येक सदस्य जिम्मेदारी की भावना के साथ काम करता है। मंत्रालय सहकारी समितियों के लिए व्यापार सुगमताश् यानी ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की प्रक्रियाओं को आसान बनाएगा। साथ ही मल्टी-स्टेट को-ऑपरेटिव (एमएससीएस) के विकास को सक्षम करने के लिए काम करेगा।

सीएम योगी ने की तारीफ


मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सहकार की भावना हर किसी में जवाबदेही लाएगी। किसी देश के समग्र विकास के लिए जवाबदेही की यह भावना अनिवार्य है। इससे आने वाले दिनों में जमीनी स्तर पर व्यापक बदलाव देखने को मिलेंगे। प्रधानमंत्री के इस निर्णय से आने वाले समय में सहकारिता को लेकर जो सपना देखा गया था वह साकार होगा। सहकारिता आन्दोलन का मुख्य उद्देश्य कृषकों, ग्रामीण कारीगरों, भूमिहीन मजदूरों और समुदाय के कमजोर एवं पिछड़े वर्ग के कम आय वाले और बेरोजगार लोगों को रोजगार, साख तथा उपयुक्त तकनीकी प्रदान कर अच्छा उत्पादक बनाना है। प्रधानमंत्री के संकल्प से सिद्धि का भी यही मकसद है। उनकी तमाम योजनाओं के केंद्र में समाज के इसी वर्ग का हित है। नया मंत्रालय समाज के इस वर्ग के अधिकतम और समग्र हित में और मददगार बनेगा।



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Sushil Shukla

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