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Sister day: माँ का अक्स है बड़ी बहन
1 अगस्त को बहन दिवस मनाया जाता है। भाई बहनों के बीच अद्वितीय बंधन का जश्न मनाता है।
फूलो का तारों का सबका कहना है एक हजारों में मेरी बहना है यह गाना फ़िल्म हरे कृष्णा हरे रामा का 1972 के समय से आज तक बहुत दिल को छूता है ।ईश्वर द्वारा प्रदत ऐसा रिश्ता जो ना केवल अटूट है बल्कि मां की ममता दोस्त का प्यार दोस्त का साथ कहने का तात्पर्य कि वह हर स्थान परिस्थिति और रिश्ते में बिल्कुल अनुकूल होती है| जी हां अगस्त महीने के पहले रविवार को बहन ( सिस्टर डे ) विश्व में मनाया जाता है ।इस वर्ष बहन दिवस आज 1 अगस्त को मनाया जाएगा |
बड़ी बहन मां समान होती है
भाई-बहनों का यह विशेष दिन उन क्षणों को गले लगाता है जो उन्हें हँसाते और रूलाते हैं। वैसे तो भारत और नेपाल में बहनों के कई दिवस होते हैं जो कि भाई दूज के रूप में जाने जाते हैं ।हमारे भारत और नेपाल में रक्षाबंधन जो एक बड़ा पर्व बहनों का प्यार त्याग समर्पण आदि के लिए जाने वाला त्यौहार 22 अगस्त को मनाया जा रहा है ।वैसे तो प्राकृतिक रूप से ईश्वर बहनों का सर्जन करता है परंतु किसी भी कठिन परिस्थिति में जब आपकी कोई मदद करता है यह आपके किसी से पारिवारिक संबंध होते हैं तो आप स्वतः ही उसे बहनों वाला प्यार देने व मानने लग जाते हैं और एक अटूट बंधन में बंध जाते हैं |एक दूसरे के लिए समर्पण की वह भावना उत्पन्न हो जाती है वह नैसर्गिक रिश्ते से भी अधिक मजबूत हो जाती है।
क्यों मिला है बड़ी बहन को मां का दर्जा
अगर हम पुराना इतिहास देखें तो इस तरीके के तमाम उदाहरण आपको इतिहास में देखने को मिलेंगे जबकि एक बहन के लिए कई राजाओं ने अनेक ऐतिहासिक कार्य किए हैं और बहन ने भाइयों के लिए जबकि वह नैसर्गिक रिश्ते नहीं था। आज भी हमारे समाज में बहने ही है जो अपनी बहन भाइयों के लिए किसी भी कठिन परिस्थिति में पहल करती हैं और उन्हें संरक्षण देती हैं जबकि यह भी देखने में आता है कि विचारों का मतभेद होना अन्य तरीके की प्रतिस्पर्धा होने के बावजूद भी यह प्यार और सुरक्षा का यह कवच इतना मजबूत है की भाई बहनों के लिए बहन ने भाई बहन के लिए एक दूसरे के पूरक बनते हैं। भारत में आज भी बहनों को संरक्षण देने के लिए भाई या उनकी बड़ी बहनों का हर क्षण की जिम्मेदारी एक माँ के सामान निभाती है।
बहन का रिस्ता यह जीवन और मरण का संबंध होता है |सम्बंध में दरार आ सकती है परंतु बहन तो बहन ही रहेगी ।भारत जैसे देश में साल में 4 बार बहन रक्षा सूत्र बांधकर भाई से रक्षा का वह खुद प्यार लुटाने का वायदा करती है ।पौराणिक काल से ही बहन के महत्व को समझते हुए अनेक मंगल मांगलिक कार्यों में बहन प्रथम पंक्ति में स्थान पाती है |बिना बहनों के वह मांगलाचार पूरा नहीं होता है जैसे वाड रूकाई, कुआं पूजन ,बच्चा होने पर पलंग पर बैठना ,मंगल कार्य के समय टिका करके विदा करना आदि।
बहनों से भी मजबूत रिश्ता होता
आजकल तमाम परिस्थितियोंवश या कार्य क्षेत्र में कार्य करते हुए या पढ़ाई करते हुए या सामाजिक कार्य करते हुए बहनों का ऐसा गठबंधन बन जाता है, जोकि जन्म से बहनों से भी मजबूत रिश्ता होता है। मैं आज सभी विश्व की बहनों की मंगल कामना करता हूं और आशा करता हूं कि यह पवित्र रिश्ता दिन दूना रात चौगुनी बढ़ता रहे |
कोई भी रिश्ता ईश्वर ने ऐसे ही नहीं बनाया है उसके पीछे तमाम आध्यात्मिक सोच होती है । भारत में बहनों का ना होना भी एक अधूरा जीवन माना जाता है। बहनों का उत्सव दिन बनाने से उनको एक खास खुशी मिलती है। भारत में तो यह खुशी रोजमर्रा में मिलती रहती है, परंतु विश्व में समय अभाव और दूरी के कारण इसे एक खास दिन निश्चित करके अपने प्रेम का अनुभूति कराई जाती है। मैं सभी बहनों से निवेदन खुद भी स्वस्थ रहें वा अपने भाई बहनों को भी स्वास्थ्य की मंगल की कामना करें ।
अमेरिका में शुरू हुई थी सिस्टर डे मनाने की परंपरा
इस दिवस की कोई अधिकारिक जानकारी नही है|ऐसा माना जाता है बहन दिवस मनाने की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में Deborah Tannen ने की थी। इस दिन को सिर्फ अपने सगी बहन बल्कि अपने चचेरी बहन (Cousin,) साली (Sister-In-Law ) आदि के साथ भी मना सकते हैं।